
रूपईडीहा/बहराइच। कस्बे के पश्चिम रंजीतबोझा गांव मे प्रतिबंधित प्रजाति के पशु की हत्याकर दो घरो मे मांस का बंटवारा कर लिया गया है। पुलिस को एक दिन बाद सूचना मिली। घटना स्थल पर हनीफ पुत्र उर्फ घोपाली पुत्र मजीद के घर से बना हुआ मांस बरामद हुआ। अमीन पुत्र साकिर के घर से अवशेष व पशु की खाल बरामद हुई है। इन लोगों को पुलिस थाने ले आयी है। प्रकरण की जानकारी होने पर सीओ नानपारा जंग बहादुर यादव भी थाने पहुंच गये है। यह घटना शनिवार की है। रविवार की 11 बजे इंसपेक्टर अमित कुमार तिवारी, एसआई अजय कुमार तिवारी, एसआई सत्येन्द्र कुमार यादव, हरिनाथ यादव, कां. उत्तम शर्मा व रंजयलाल सहानी पहुंच गये। खबर मिलने पर पत्रकारों का दल रंजीबोझा गांव मे पहुंचा। हनीफ का घर बिलकुल गांव के बाहर है। हनीफ के घर से पका हुआ मांस बरामद हुआ। अमीन ने अपने घर मे खाल व पशु के अवशेष बरामद कराये। पूछने पर सीओ नानपारा ने बताया कि अभी इसमे पोखरा गांव निवासियों की संलिप्ता सुनी गयी है। संलिप्त लोगों को पकड़ने हेतु दबिश दी जा रही ह
सारी रात होती है इस गांव से प्रतिबंधित सामानों की तस्करी
गांव के जानकार लोगों ने बताया कि यह रंजीतबोझा गांव नेपाल सीमा से सटा है। पूरी रात भारत से नेपाल व नेपाल से भारत प्रतिबंधित सामानों की तस्करी जारी रहती है। नेपाली बेरोकटोक भारत मे व भारत के तस्कर बेरोकटोक नेपाल जाते रहते है। गांव मे अपराधियों का बोल बाला है। इसके पूर्व भी इस क्षेत्र मे प्रतिबंधित प्रजाति की हत्याए हो चुकी है। कोई पुलिसिया खौप इस क्षेत्र मे नही है। गांव के लोगों से पुलिस गस्त के बारे मे पूछा गया तो अपना नाम न बताते हुए ग्राम वासियों ने कहा कि एक छोटे दरोगा कुछ सिपाहियों के साथ मे आते है और एक घर मे बैठकर चाय नास्ता करते है। वही नामी गरामी लोगों का जमावड़ा होता है। मामले निपटाये जाते है। यहां सवाल यह उठता है कि जब एक एसआई व कांसटेबल शनिवार की शाम गस्त पर गये थे तो उन्हे इस घटना की जानकारी क्यो नही मिली। इस घटना की जानकारी पुलिस को रविवार की सुबह एक ग्रामवासी ने ही दी। अपने आप मे यह पुलिसिया कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह है।










