कांग्रेसियों का हाथ,सपाइयों का साथ ने किसानों को दिल में जगाई आस

किसानों का बिल तब तक निरस्त नहीं होगा हम सड़क पर रहेंगे =हवलदार

आजमगढ़= बल्ली सिंह चीमा पंक्ति सब लोगों की जुबान पर चर्चा आम हो गई जब किसानों ने अपनी आवाज को बुलंद किया!
बल्ली सिंह अपनी पंक्ति में स्पष्ट लिखा था कि …ले मशालें चल पड़े हैं लोग मेरे गांव के.अब अंधेरा जीत लेंगे लोग मेरे गांव के…
ठंड की शुरुआत होने के साथ नहीं किसानों ने दिल्ली में अपनी मांगों को लेकर जो बिगुल बजाया उसकी गूंज अब पूरे प्रदेश में सुनाई देने लगी पारा भले ही लग रहा है लेकिन किसानों के अंदर विरोधी की ज्वाला भड़क रही है किसानों का कहना है यह बिल हमारे दिल को छलनी कर रहा है यह हमारा विरोधी बिल है इसे तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए अब किसानों के साथ राजनीतिक रंग चढ़ समाजवादी पार्टी भी कदम से कदम मिलाकर सड़क उतर चुके सोमवार को समाजवादी पार्टी अपने पूरे लाव लश्कर के साथ सड़क पर उतारकर सरकार विरोधी नारे लगाते हुए बिल को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग करने लगे इस दौरान योगी की पुलिस से झड़प हो गई मामला इतना गंभीर हुआ कि सपाइयों को नजरबंद करना पड़ा

समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बताया कि किसान गरीब बेरोजगारों को इस सरकार में काफी जलालत झेलनी पड़ी है लोग भुखमरी के कगार पर आ गए हैं कभी नोट बंदी करा कर जहां लंबी कतारों में खड़े कर आ रही है सरकार वही रोजगार पूरी तरह से ठप हो चुकी है जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने युटुब में कहा कि हम जब तक किसानों का बिल पूरी तरह से निरस्त नहीं होगा तब तक सड़क पर उतरेंगे और संसद तक हमारी आवाज सुनाई देगी

जैसी कालजयी रचना लिखने वाले बल्ली सिंह चीमा को पंजाब सरकार ने साहित्य शिरोमणि सम्मान देने की घोषणा की है. इस सम्मान के तहत उन्हें पांच लाख रुपए प्रदान किए जाएंगे. गौरतलब है बल्ली सिंह चीमा अब भी अपने और परिवार के जीवन-यापन के लिए खेतों में काम करते हैं. ऐसे समय जबकि किसान आंदोलन चल रहा है तब बल्ली सिंह चीमा

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