
कई घण्टो तक मंदबुद्धि छपरौली थाने में हाथ में सरिया लेकर रहा घूमता
मेहंदी हसन
बागपत। उत्तर प्रदेश के जनपद बागपत में एक सनसनी खेज मामला सामने आया है जहां पर एक मंदबुद्धि युवक ने बागपत जनपद के छपरौली थाने में घुसकर दारोगा समेत पुलिस कर्मियों पर किया हमला। ईंटों और सरिये से किए गए हमले चार पुलिस कर्मी घायल हुए। मंदबुद्धि युवक को बड़ी मशक्कत के बाद पकडा जा सका, तभी सब पुलिस कर्मियों ने राहत की सांस ली।घटना सुबह करीब चार बजे की है।मंदबुद्धि युवक गेट पर तैनात संतरी को चकमा देकर थाने के अंदर घुस गया और आनन फानन में जो मिला, उसे अपना निशाना बनाया। बिना किसी हथियार के घुसे मंदबुद्धि युवक ने जो कुछ पडा दिखाई दिया, उसे ही हथियार के रूप में बेखौफ इस्तेमाल किया।इस दौरान दारोगा देवेंद्र दुबे पर ईंटों से हमला कर दिया, बचाव में आए कांस्टेबल शौकेंद्र पाल पर सरिये से वार किया तथा दोनों को घायल कर दिया।इसी बीच दिखाई दिए कांस्टेबल प्रवीण कुमार और अमरपाल राणा के साथ भी मारपीट करते हुए घायल कर दिया। थाने में उसे पकडने के लिए अफरा तफरी मच गई, लेकिन मंदबुद्धि युवक कब्जे में आने के बदले थाने की छत पर चढ गया।इसबीच पुलिस कर्मियों ने सोच विचार कर धैर्य से काम न लिया होता, तो सम्भव था कि ,मंदबुद्धि युवक छत से गिर जाता और कोई बड़ी दुर्घटना हो जाती।जैसे तैसे प्रयास कर युवक को पकडा जा सका ,तब कहीं जाकर थाने में अमन चैन कायम हो सका और घायलों की सुध ली जा सकी तथा घटना में घायल दारोगा, एक हैड कांस्टेबल व दो कांस्टेबलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस थानों को लेनी होगी इस घटना से सिख
मेन रोड पर छपरौली थाना और चकमा देकर मंदबुद्धि युवक के अंदर घुस जाने की घटना से स्थानीय थाना पुलिस को ही नहीं, बल्कि जनपदीय और प्रदेश स्तर पर भी सीख लेनी होगी।शुक्र है कि युवक मंदबुद्धि था, अगर जरा सी झप्पी देकर कोई आतंकी घुस जाता, तो दुष्परिणाम का अंदाज़ा लगाना मुश्किल होता।थानों में अक्सर देखा जाता है कि गेट पर चौबीस घंटे पुलिस कर्मी तैनात रहते हैं, लेकिन यह भी आमबात है कि, प्रवेश बेरोकटोक बना रहता है।परिचितों के प्रवेश को तो, एकबार बिना किसी पडताल के जाने दिया जाए, किंतु अपरिचित अथवा संदिग्ध पर तो नजर और पडताल जरूर बनती है।वहीं यह घटना सचेत करती है कि, समय कोई भी हो, गेट पर सतर्कता जरूरी है।















