
भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। स्वाट टीम व थाना रेलवे रोड की संयुक्त कार्रवाई में गत एक फरवरी को थाना रेलवे रोड क्षेत्र के मधुबन कॉलोनी में हुई लूट की घटना का खुलासा कर दिया गया है, जिसमें एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
थाना रेलवे रोड के प्रभारी निरीक्षक संजय शर्मा ने बताया, आरोपी के पास से लूटी गयी रकम में से 25 हजार रुपये बरामद किए गए। आरोपी स्वीकार किया कि उसने लूट की घटना कर्जा उतारने के लिए की थी, क्योंकि उसका बेटा तीन माह से बीमार है और इलाज के दौरान लगभग लाखों रुपये खर्च हो गए। ये भी सामने आया कि आरोपी पीड़ित संदीप राणा के घर पर फर्नीचर का काम किया था। घटना के लिए आरोपी ने अपने मामा के लड़के को शामिल किया। इंस्पेक्टर ने बताया, मुख्य आरोपी को अरेस्ट कर लिया गया है, जबकि दूसरा फरार है, जिसे जल्द पकड़ लिया जाएगा।
लूट की घटना आरोपी की जुबानी
पूछताछ के दौरान आरोपी जावेद पुत्र रफीक निवासी मजीद नगर मेवगढ़ी थाना लिसाड़ीगेट ने बताया, मैं मेरठ में ही पीवीसी वॉल पैनल व फर्नीचर का काम करता हूँ। करीब चार माह पूर्व मेरी पत्नी हाजरा ने एक बच्चे को जन्म दिया था, जिसका नाम हमजा है, जो करीब 03 माह से बीमार चल रहा है। जिसके इलाज के दौरान मेरे ऊपर दोस्तों व जान पहचान वालों का लगभग 02 लाख रुपये कर्जा हो चुका था। जिस कारण मैं बहुत परेशान रहता था। इस कर्ज से छुटकारा पाने के लिए मैंने थाना रेलवे रोड क्षेत्र के मधुबन कॉलोनी में रहने वाले संदीप सिंह राणा के घर में लूट करने की योजना बनायी। क्योंकि मैंने संदीप सिंह राणा के घर पर कुछ समय पहले फर्नीचर का काम किया था। जिस कारण संदीप सिंह राणा के घर के अन्दर की भी पूरी जानकारी मुझे थी। मैंने अपने मामा के लड़के सरवर अंसारी पुत्र अजमत अंसारी निवासी आकाशवाणी रोड शाहिद सीमेंट एजेंसी के पीछे फिरोजाबाद सिटी फिरोजाबाद को फोन करके अपने पास बुलाया और लूट की योजना के बारे में बताया।
घटना के बाद आपस में बांट ली रकम
गत एक फरवरी को मैं और सरवर अंसारी सुबह के समय संदीप सिंह के घर में घुस गए। मेरे पास एक तमंचा था तथा सरवर के पास एक चाकू था। जिसके बल पर मैंने व सरवर ने संदीप सिंह राणा व उसके बेटे के हाथ-पैर बांधकर उसके घर से 37,000 रुपये लूटे थे। लूटने के बाद मैं और सरवर उन दोनों को बंधा हुआ ही छोड़कर घर से भाग आए। लूटी हुई रकम में से 2,000 रुपये खर्च हो गये थे तथा 25,000 रुपये मैंने ले लिए थे तथा 10,000 रुपये सरवर ने ले लिए थे।















