लखनऊ से पीएफआई का तीसरा सदस्य गिरफ्तार, सोशल मीडिया के 250 ग्रुप पर नजर

लखनऊ में पीएफआई के नेटवर्क को तोड़ने में सुरक्षा एजेंसी छापेमारी कर रही है। रविवार रात एसटीएफ ने पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष वसीम अहमद के खास साथी मो. अब्दुल माजिद को गिरफ्तार कर लिया। मदेयगंज से गिरफ्तार मो. अहमद बेग के तीन अन्य साथियों की तलाश जारी है।

एटीएस ने डेढ़ साल पहले किया था गिरफ्तार
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक पीएफआई से जुड़े काकोरी निवासी अब्दुल माजिद को गोमतीनगर के विभूतिखंड से गिरफ्तार किया गया है। वह गुरुवार रात NIA की छापेमारी की भनक लगते ही घर से फरार हो गया था। जिसके चलते एसटीएफ लगातार उसकी तलाश में जुटी थी। उसके पास से 3 मोबाइल फोन और PFI से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। उसको डेढ़ साल पहले एटीएस ने भी पकड़ा था। आजकल जमानत पर है।

पीएफआई के अहमद बेग के 3 करीबियों की तलाश
मदयेगंज के मक्कागंज से गिरफ्तार पीएफआई के सदस्य मोहम्मद अहमद बेग के 3 साथियों की एसटीएफ तलाश कर रही है। जांच में सामने आया है कि उसने इनका पासपोर्ट बनवाया था। उनकी कॉल डिटेल के आधार पर उससे जुड़े 24 लोगों का ब्योरा जुटा रही है। सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी का सदस्य अहमद बेग विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है। पीएफआई के लिए प्रदेश में फंड जुटा रहा था।

यूपी के लड़के दिल्ली तक देने जाते थे ट्रेनिंग
सुरक्षा एजेंसी की जांच में सामने आया है कि पीएफआई से जुड़े सदस्य दिल्ली तक ट्रेनिंग देने जाते थे। अहमद बेग से जुड़े करीब दर्जन भर युवक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फंड एकत्र करने के साथ ही संस्था का प्रचार प्रसार करने में जुटे थे। उसके पास से मिले इलेक्ट्रानिक डेटा से इसका खुलासा हुआ है। वह कई युवाओं का ब्रेन वॉश कर संगठन से जोड़ चुका है। जिन्हें दिल्ली, केरल समेत कई राज्यों में होने वाले ट्रेनिंग कैंप में भेज चुका है।
अहमद बेग की रिमांड लेगी एसटीएफ
एसटीएफ अहमद बेग को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। जिससे उससे जुड़े लखनऊ और प्रदेश के लोगों के विषय में सटीक जानकारी मिल सके।

स्लीपर मॉड्यूल की तलाश तेज
सुरक्षा एजेंसी यूपी में पीएफआई और आतंकी संगठनों से जुड़े युवाओं की तलाश शुरू कर दी है। इसको लेकर पिछले दिनों गिरफ्तार कट्टरपंथी लोगों का डेटा एनालिसिस किया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक CAA और NRC को लेकर हिंसक प्ररदर्शन करने वाले 108 लोगों से जुड़े करीब पांच सौ लोगों की लिस्ट तैयार की है। जिनके इस संगठन से जुड़े होने की आशंका है। यह सभी उनके रडार पर हैं और उनकी एक-एक गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। इसके लिए शहर से लेकर गांव तक खुफिया को सक्रिय कर दिया गया है।

धार्मिक विषयों पर डिबेट करने वालों पर नजर
शहर से लेकर गांव तक धार्मिक विषयों पर डिबेट करने वालों पर नजर रखी जा रही है। जो खासतौर पर किसी धार्मिक संगठन या दीनी तलीम हांसिल करके लौटे हैं। कई ग्रामीण इलाकों से सूचना मिल रही हैं कि कुछ युवकों के रहनसहन से लेकर बातचीत के दौर तरीकों में भी पिछले दो सालों में बदलाव आया है।

सोशल मीडिया के 250 ग्रुप पर नजर
देश में नफरत फैलाने के पैगाम देने वाले लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट खंगाले जा रहे हैं। अभी तक सुरक्षा एजेंसियों को करीब 250 संदिग्ध अकाउंट मिले है, जिनमें धर्म से जुड़ी आपत्तिजनक सामग्री मिली है।
वहीं पश्चिम यूपी में 86 वाट्सएप ग्रुप होने की बात सामने आई है जिसमें पीएफआई से जुड़े संदेश दिए जा रहे थे।

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