होली पर आजमाएं के टोटके, भर देंगे धन के भण्डार, सेहत-नौकरी में सफलता मिलेगी अपार

होली के दिन प्रमुख द्वार पर गुलाल छिड़कें और उस पर दो बाती का दीपक जलाएं। दीपक जलाते समय धनहानि से बचाव की कामना करें।जब दीपक बुझ जाए तो उसे होली की अग्नि में डाल दें। यह क्रिया श्रद्धापूर्वक करें,धन हानि से बचाव होगा।

जब आप होलिका पूजन को जाएं, तो पान के एक पत्ते पर कपूर, थोड़ी-सी हवन सामग्री, शुद्ध घी में डुबोया लौंग का जोड़ा तथा बताशे रखें। दूसरे पान के पत्ते से उस पत्ते को ढक दें और सात बार परिक्रमा करते हुए

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय :  मंत्र का जप करें। परिक्रमा समाप्त होने पर सारी सामग्री होलिका में अर्पित कर दें तथा पूजन के बाद प्रणाम करके घर वापस आ जाएं।

जब होली जल जाए, तब आप होलिका की थोड़ी-सी अग्नि ले आएं। फिर अपने घर के आग्नेय कोण (पूर्व दक्षिण) में उस अग्नि को तांबे या मिट्टी के पात्र में रखें। सरसों के तेल का दीपक जला दें इस उपाय से घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा जलकर समाप्त हो जाएगी।

होली की रात को सात कौडिय़ां व एक छोटा शंख को मसूर की दाल की ढेरी पर स्थापित कर लें उसके पश्चात आप पूर्व दिशा की ओर मुंह करके आसन लगा लें, आसन लगाने के पश्चात मूंगे या फिर तुलसी की माला लेकर इस मंत्र का (1/3/5) माला जप बार जाप करें।

ऊँ गं गणपतये नम:

जप संपन्न होने पर समस्त सामग्री को किसी निर्जन स्थान पर गड्ढा खोदकर दबा दें। ऐसा करने से निश्चित ही आपकी दरिद्रता का नाश होगा।
परिवार के सभी सदस्यों के पैर के अंगूठे से लेकर हाथ को सिर से ऊपर पूरा ऊँचा करके कच्चा सूत नाप कर होली में डालें। होली की विभूति यानि भस्म (राख) घर जरुर लायें पुरुष इस भस्म को मस्तक पर और महिला अपने गले में , इससे एश्वर्य बढ़ता है।

घर के बीच में एक चौकोर टुकड़ा साफ कर के उसमे कामदेव का पूजन करें। होली की रात को ऊँ महालक्ष्म्यै नम: मंत्र का ग्यारह हजार बार जप करने से बेरोजगारी दूर होती है तथा व्यापार में लाभ होता है।

घर अथवा प्रतिष्ठान की कोई भी कील ले जाकर जिस स्थान पर होली जलनी हो, वहां की मिट्टी में दबा दें। अगले दिन उस कील को निकालकर मुख्य-द्वार के बाहर की मिट्टी में दबा दें। इस उपाय से आपके निवास अथवा प्रतिष्ठान में किसी प्रकार की नकारात्मक शक्ति का प्रवेश नहीं होगा। ना किसी प्रकार का आर्थिक संकट आप पर आएगा।

होली की रात में सफेद कपड़े में 11 गोमती चक्र, नागकेसर के 21 जोड़े तथा 11 धनकारक कौड़ियां बांधकर कपड़े पर हरसिंगार तथा चन्दन का इत्र लगाकर रोगी पर से सात बार उतारकर किसी शिव मन्दिर में अर्पित करें। रोगी व्यक्ति तुरन्त स्वस्थ होने लगेगा। यदि बीमारी गंभीर हो, तो यह शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार से आरंभ कर लगातार 7 सोमवार तक किया जा सकता है।

ऐसे बचें टोटकों से :

  • होलिका दहन वाले दिन सफेद खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिये।
  • उतार और टोटके का प्रयोग सिर पर जल्दी होता है, इसलिए सिर को टोपी आदि से ढके रहें।
  • होली पर पूरे दिन अपनी जेब में काले कपड़े में बांधकर काले तिल रखें। रात को जलती होली में उन्हें डाल दें। यदि पहले से ही कोई टोटका होगा तो वह भी खत्म हो जाएगा।
  • एक मुट्ठी काले तिल, छः काली मिर्च छः लौंग, एक टुकड़ा कपूर बच्चे या बड़े के ऊपर से उतार कर होली में डाल दें पुरानी बुरी नजर उतर जायेगी और आगे भी बचाव होगा।

अस्वस्थ – यदि आपके घर में कोई न कोई व्यक्ति हमेशा बीमार रहता हैं तो होली के दिन सुबह उठने के बाद थोडा सा आटा भिगो लें और उसकी दो लोई बना लें. अब कुछ भीगी हुई चने की दाल लें, थोडा गुड़ लें और पीसी हुई काली हल्दी लें. इन तीनों को एक साथ लोई के अंदर भर लें. इसके बाद इस लोई को जो व्यक्ति आपके घर में पीड़ित हैं उसके सिर के ऊपर से सात बार वार दें. लोई को वारने के बाद इसे गाय को खिला दें. इसके बाद होली की पूजा करें. इस उपाय को लगातार तीन वीरवार तक करें.

नजर आपको लगता हो कि आपके धन को किसी की नजर लग गई हैं. तो इस सभी परेशानियों से राहत पाने के लिए होली के दिन एक काले रंग का कपडा लें और उसमें काली हल्दी को बांध दें. इसके बाद इस कपडे को अपने सिर के ऊपर से सात बार वार लें और इस कपडे को शाम के समय होलिका दहन में डाल दें. घर का परिवेश सकारात्मक हो जाएगा और सभी परेशानियों से मुक्ति मिल जायेगी.

धन अगर आपके घर में धन बिल्कुल नहीं रूकता और अधिक अनावश्यक खर्च होता हैं तो होलिका दहन के दिन एक छोटी सी चाँदी की डिब्बी लें और उसमें काली हल्दी, नागकेशर तथा सिंदूर भर लें. इसके बाद इस डिब्बी को होलिका पूजन की थाली में रख कर पूजा करें. डिब्बी के साथ ही होलिका की सात बार परिक्रमा लगायें और फिर इस डिब्बी को घर पर लाकर धन के साथ पर रख दें. आपके पास पैसे रुकने लगेंगे तथा धन की कभी कमी नहीं होगी.

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