इस लोकसभा सीट से एक नहीं, तीन ‘राहुल गांधी’ के बीच होंगी चुनाव जंग!

आगामी लोक सभा चुनाव का आगाज़ हो चुका है. इस चुनाव में सियासी घमासान के बीच नेताओं की तरफ से आपत्तिजनक बयानबाजी भी तेज हो गई है। सभी पार्टियों ने चुनाव के  के मद्देनजर पार्टियों का चुनावी अभियान जारी है. अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी दिग्गज उम्मीदवार अपने संसदीय क्षेत्रों का दिन-रात दौरा कर रहे हैं और अच्छा  माहौल बनाने की कोशिश में जुटे हैं.  इसी सब के बीच बताते चले  इस चुनाव में सभी पार्टियों के दिग्गज  नेता रैली, रोड शो, और पब्लिक मीटिंग और घर-घर जाकर लोगों से वोट मांग रहे हैं।.

इस बीच बताते चले

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस लोकसभा चुनाव में दो सीटों पर चुनाव लड़ने वाले है. राहुल अमेठी के साथ केरल की वायनाड से भी चुनावी मैदान में होंगे. राहुल गांधी के वायनाड सीट पर लड़ने के ऐलान से कई सवाल उठने लगे है. देखा जाए तो कांग्रेस दक्षिण भारत में मजबूत होना चाहती है. यहां लोकसभा की करीब 130 सीटें हैं. ये सीट तीन राज्यों केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक की सीमा को छूती है. केरल में 20, कर्नाटक में 28 और तमिलनाडु में 39 लोकसभा सीटें हैं. वायनाड लोकसभा सीट 2009 में बनी. इसे कांग्रेस की सुरक्षित सीटों में से एक माना जाता है.

हालांकि वायनाड सीट से राहुल गांधी के खिलाफ दो उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनका नाम राहुल गांधी से मिलता जुलता है। इस वजह से इस सीट पर लड़ाई काफी दिलचस्प हो गई है। इनमें से पहले का नाम राहुल गांधी के.ई. है और दूसरे का नाम राघुल गांधी है। राहुल गांधी के.ई. और राघुल गांधी दोनों के परिवार कांग्रेस के समर्थक रहे हैं।

33 वर्षीय राहुल गांधी के. ई. केरल के कोट्टायम के इरुमेली के रहने वाले हैं। वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनके छोटे भाई का नाम राजीव गांधी है। इन दोनों के पिता कुंजुमन पेशे से ट्रक ड्राइवर हैं। वह कांग्रेस के बड़े समर्थक रहे हैं। इसलिए उन्होनें अपने बच्चों का नाम राहुल और राजीव गांधी रख दिया। राहुल गांधी के.ई. एक समाजिक कार्यकर्ता और लोक संगीत के रिसर्च स्कॉलर हैं। राहुल गांधी के.ई. ने M.Phil तक पढ़ाई की है। उनके पास केवल 5000 रूपये नकद और बैंक खाते में 515 रूपये हैं।

वहीं दूसरे गांधी का नाम राघुल गांधी है। राघुल तमिलनाडु के कोयंबटूर के रहने वाले हैं। वह AIADMK के टिकट पर राहुल गांधी के खिलाफ उम्मीदवार के तौर पर उतरे हैं। राघुल के पिता कृष्णन बी कांग्रेसी नेता थे। इसलिए उन्होंने अपने बेटे का नाम राघुल गांधी और बेटी का नाम इंदिरा प्रियादर्शिनी रख दिया। हालांकि कुछ समय बाद कृष्णन बी कांग्रस छोड़कर AIADMK में शामिल हो गए थे। राघुल पेशे से एक रिपोर्टर हैं और उनकी पत्नि डेंटल टेक्निशियन हैं। राघुल तीसरी बार चुनावी मैदान में उतरे हैं। उनका कहना है कि उनके पिता ने जो नाम रखा, वही आज उनको चुनाव लड़ने में मदद कर रहा है। बता दें कि वायनाड सीट पर तीसरे चरण में 23 अप्रैल को वोटिंग होगी।

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