UP में राष्ट्रध्वज का अपमान : किसान के शव पर तिरंगा रखकर निकाली अंतिम यात्रा, मां और भाई पर FIR

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के अपमान का मामला सामने आया है। यहां बुधवार को एक किसान के शव पर तिरंगा रखा गया। इसके बाद घर से श्मशान घाट तक शव यात्रा निकाली गई। पुलिस ने किसान की मां और भाई के खिलाफ राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 के तहत केस दर्ज किया है। बता दें कि किसान कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे धरने में शामिल होने गया था। जहां उसकी हादसे में मौत हो गई थी। बुधवार को परिवार ने किसान एक शहीद की तरह अंतिम संस्कार किया।

23 जनवरी को गाजीपुर बॉर्डर गया था

थाना सेरामऊ के गांव बारी बुझिया के रहने बाले भजन सिंह का 30 साल का पुत्र बलजिंद्र अपने साथियों के साथ 23 जनवरी को गाजियाबाद जिले में गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होने गया था। परिवार से उसकी आखिरी बार 24 जनवरी को बात हुई थी, तब वह गाजीपुर बॉर्डर पर ही था। लेकिन उसके बाद उससे परिवार का संपर्क नहीं हुआ। परिवार वालों ने जब उसके साथ गए लोगों से बात की तो पता चला कि बलजिंद्र नहीं मिल रहा है।

आखिरी बार नशे में डगमगाते हुए दिखा था

बलजिंद्र के नहीं मिलने की सूचना गाजीपुर थाने में दी गई। पुलिस ने बलजिंद्र के मोबाइल नंबर को ट्रेस किया तो वह कूड़ा बीनने वाले के पास निकला, जो कोड़ा थाने के आस पास रहता था। गाजीपुर पुलिस ने पूरी जानकारी जुटाई। तब पता चला कि गाजीपुर बार्डर के दक्षिण की तरफ कुछ दूरी पर बलजिंद्र 25 जनवरी को पेपर मार्केट के पास डगमगाता दिखा था। लोग नशे में होना बता रहे हैं। वहीं आस पास कुछ देर के बाद बलजिंद्र का शव सड़क पर पड़ा मिला।

शव के आस-पास बड़े-बड़े टायरों के निशान भी मिले। इसके बाद परिवार वालों को शिनाख्त के लिए गाजीपुर बुलाया गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया। बुधवार को शव का उसके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया।

बलजिंद्र सिंह।

बलजिंद्र सिंह।

एसओ ने दर्ज कराई है FIR

यह FIR थाना सेरामऊ के एसओ आशुतोष रघुवंशी ने दर्ज कराई है। एसओ आशुतोष ने बताया कि मैं सिपाही सचिन कुमार, सोनू कुमार व ड्राइवर संजेश कुमार के साथ शांति व्यवस्था के लिए मौके पर मौजूद था। किसान बलजिंद्र की मौत हादसे में हुई थी। इसकी FIR भी गाजियाबाद के गाजीपुर थाने में दर्ज है जिसकी कॉपी परिवार को सौंपी गई थी। लेकिन अंतिम संस्कार से पहले किसान के भाई गुरविंदर और मां जसबीर कौर ने शव के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा रख दिया। यह एक जुर्म है।

क्या है नियम?
देश में ‘फ्लैग कोड ऑफ इंडिया’ (भारतीय ध्वज संहिता) नाम का एक कानून है। जिसके तहत देश के लिए जान देने वाले शहीदों और देश की महान विभूतियों को तिरंगे में लपेटा जाता है। इस दौरान केसरिया पट्टी सिर की तरफ और हरी पट्टी पैरों की तरफ होनी चाहिए। शव को जलाने या दफनाने के बाद उसे गोपनीय तरीके से सम्मान के साथ जला दिया जाता है या फिर वजन बांधकर पवित्र नदी में जल समाधि दे दी जाती हैं।

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