यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं सात फरवरी से, उप मुख्यमंत्री ने दिया गुरु मंत्र…

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उत्तर पुस्तिका के प्रत्येक पन्ने पर रोल नंबर लिखना अनिवार्य -दिनेश शर्मा

लखनऊ । उत्तर प्रदेश की प्रयागराज माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षाएं सात फरवरी से शुरू होंगी। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने सोमवार को बताया कि दो मार्च तक चलने वाली इस परीक्षा में परीक्षार्थियों को उत्तर पुस्तिकाओं के प्रत्येक पन्ने पर रोल नंबर लिखने पड़ेंगे। पुस्तिकाओं की कोडिंग की जाएगी ताकि उनमें कोई बदलाव न किया जा सके।
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में कुल 58 लाख 6922 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। हाईस्कूल में 31 लाख 95 हजार 603 और इंटरमीडिएट में 26 लाख 11 हजार 319 परीक्षार्थी पंजीकृत है।
उन्होंने बताया कि सभी परीक्षार्थियों को आधार कार्ड से लिंक किया गया है ताकि उनके स्थान पर कोई दूसरा परीक्षा न दे सके। उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल तक परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए जाने की संभावना है। उन्होंने दावा किया कि परीक्षा व्यवस्था और पाठ्यक्रमों में व्यापक पैमाने पर सुधार किया गया है। पहले इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में 308 प्रश्न पत्र होते थे जबकि इस बार 269 कर दिए गए हैं। प्रयागराज माध्यमिक शिक्षा परिषद को दूसरे बोर्डों से समतुल्यता बनाने का प्रयास किया गया है। आगामी एक अप्रैल से नए सत्र की शुरुआत हो जाएगी नए सत्र में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू होगा।
डॉ. शर्मा ने बताया कि स्कूलों के प्रबंधकों से आग्रह किया गया है कि वह परीक्षा केंद्र के 200 मीटर तक नहीं आए ताकि परीक्षा व्यवस्था में कोई खलल न पहुंचे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 1314 परीक्षा केंद्र संवेदनशील और 448 अतिसंवेदनशील के रूप में चिन्हित किए गए हैं। नकल विहीन और व्यवस्थित परीक्षा कराने के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है जो 24 घंटे काम करेगा। किसी भी तरह से नकल माफियाओं को सफल नहीं होने दिया जाएगा। उनकी सरकार नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है। बताया कि कक्षा 9 से 12 तक अब वैदिक गणित की भी पढ़ाई होगी। योग शिक्षा को अनिवार्य किया गया है।

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