जिला पंचायत पदों का फैसला आज

उन्नाव(भास्कर)। रविवार को पंचायत चुनाव की मतगणना के साथ साथ प्रत्याशियों की धड़कने भी बढ़ती रही। कोरोना काल मे हुए चुनाव में हर प्रत्याशी अपने जीत के दावे कर रहा था। जिले भर लगभग 25 हजार से अधिक प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला हुआ तो कुछ के चेहरों पर हंसी तो कुछ अभी भी अपने फैसले के इतंज़ार में बैठे है। आज दोपहर तक सभी परिणाम आनर की उम्मीद है।
जिले में रविवार को 12903 ग्राम पंचायत सदस्य, 1281 क्षेत्र पंचायत सदस्य, समेत ग्राम प्रधान की1029 सीटों के लिए मतगणना शुरू हुई। जिले भर में बनाए गए मतगणना केंद्रों में सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू हुई। अधिकांश केंद्रों में देर से ही इसकी शुरुआत हो सकी जिनमे हसनगंज के कुँवर रामभरोसे सिंह महाविद्यालय में 10 बजे के बाद मतगणना शुरू हो सकी। परिणाम जानने के लिए प्रत्याशियों व उनके समर्थकों का हुजूम हर केंद्र के बाहर नज़र आया हालांकि जिला प्रशासन के कोविड प्रोटोकॉल को लेकर सख्त आदेह थे कि भीद न लगने पाए इसी वजह से कई केंद्रों में पुलिस को हवा में लाठी चला लोगो को खदेड़ना पड़ा।

धीमी गति से शुरू हुई मतगणना की वजह से पहला राउंड दोपहर बाद खत्म हो पाया। प्रत्याशियों के समर्थक केंद्रों के भीतर जाने का भरसक प्रयास करते रहे किंतु प्रशासन के आगे उनकी एक न चली। डीएम के शख्त आदेश थे कि कोरोना कर नियमो का उल्लंघन न होने पाए बावजूद इसके उन नियमो की धज्जियां उड़ती दिखी। देर रात तक चली मतगणना में केवल 365 ग्राम प्रधानों व बीडीसी के पद के लिए 208 सीटों के ही परिणाम आ सके जबकि जिला पंचायत की एक भी सीट का फैसला नही हो सका। कई केंद्रों पर मतगणना कर्मियों की तबियत भी बिगड़ गयी तो मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीमो को बुलाकर उनका इलाज कराया गया। जिन सीटों के परिणाम आ गए। वहां जीते प्रत्याशियों को उनके समर्थकों ने माला पहना कर उन्हें बधाई दी और हारे हुए प्रत्याशियों के मायूस चेहरों को देख उनके समर्थकों ने ढाढस बंधाया। गंजमुरादाबाद के ब्लॉक बहलोलपुर की 21 वर्षीय प्रत्याशी अकिला ने प्रधानी पद पर अपनी जीत हांसिल कर एक नई मिसाल कायम करी।

हसनगंज के फरीदपुर प्रधान सीट पर हार जीत केवल 1 वोट से हुई जिसको लेकर हारे प्रत्याशी ने दुबारा गिनती करवाने की मांग की तो जीते प्रत्याशी को ये बात रास न आई और दोनों ही धरने पर बैठ गए। वही मोहन के भोगला सीट की प्रधान पद प्रत्याशी शिवकली चुनाव तो जीत गयी पर जिंदगी की जंग हार गई वो लखनऊ के निजी अस्पताल में भर्ती थी।










