बिना रजिस्ट्रेशन चल रहा था अस्पताल, डैमेज कंट्रोल में जुटे रहे अमांपुर विधायक के भाई।
भास्कर समाचार सेवा
कासगंज। जिले के अमांपुर कोतवाली क्षेत्र के सहावर रोड पर स्थित आरती हॉस्पिटल में जच्चा की मौत हो गयी, जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया ।
सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और हंगामा कर रही भीड़ को समझा बुझा कर शांत किया तथा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया, वहीं जच्चा की मौत के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
सूत्रों के मुताबिक अस्पताल प्रशासन ने मामले में सौदा करने के लिए अमांपुर विधायक हरिओम वर्मा के भाई को मौके पर बुला लिया जो दोपहर 2: 30 तक मामले को रफा दफा करने में जुटे हुए थे।
जनपद के सोरों कोतवाली क्षेत्र के गांव भिदौनी निवासी यतेंद्र ने बताया कि उसकी पत्नी बबली को प्रसव पीड़ा होने पर वो कासगंज के शांति होम हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे लेकिन वहां राहत न मिलने पर वो जब अलीगढ़ ले जाने की तैयारी कर रहे थे , तभी उन्हें एक व्यक्ति मिला जिसने उन्हें बताया कि वो अमांपुर में सहावर रोड पर स्थित आरती हॉस्पिटल में चिकित्सक है, आप वहां अपने मरीज को ले जाएं , स्वस्थ होने की पूर्ण गारंटी होगी।
चिकित्सक के झांसे में आकर वो अपनी पत्नी को अमांपुर के आरती हॉस्पिटल में ले आए , जहां आते ही डॉक्टरों ने उसका ऑपरेशन कर दिया और खून की मांग की।
आरोप है आरती हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने इलाज में लापरवाही बरती , जिसकी वजह से प्रसूता की मौत हो गयी , जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने हंगामा कर दिया और सूचना पुलिस को दी।
सूचना के बाद सीओ राजू by निषाद मय पुलिस बल के मौके पर पहुंच गए और शव को कब्जे में ले लिया, समाचार लिखे जाने तक आरती अस्पताल में मौजूद अमांपुर विधायक के भाई मामले में समझौता कराने में जुटे हुए थे।