
अकसर गांव-जवार में आपने बड़े बुजुर्गों को कहते सुना होगा, कि नाग-नागिन के जोड़े को मारना पाप होता है, यदि कोई गलती से भी जोड़े को अकेला कर देता है, तो उसका बदला नाग या नागिन जरुर लेते हैं, लेकिन ये कहानियां सच होती है या झूठ, इस पर कुछ लोग यकीन करते हैं, तो कुछ लोग इसे अफवाह मानते हैं, लेकिन आज हम आपको जो खबर देने जा रहे हैं, उससे बुजुर्गों की बात सच होती दिख रही है।
नाग का मार दिया
दरअसल नागपंचमी के दिन नाग को मारना गांव वालों को भारी पड़ गया, बताया जा रहा है कि जब से नाग देवता को मारा गया है, तब से ही नागिन ने पूरे गांव में आतंक मचा दिया है, ये खबर यूपी के बहराइच जिले के चिलबिला गांव की है, जहां पर दो दिन के भीतर अब तक नागिन 26 लोगों को अपना शिकार बना चुकी हैं, जिसमें से एक युवक की मौत भी हो चुकी है।
क्या है मामला
बताया जा रहा है कि नागिन के इस रौद्र रुप से पूरे गांव में दहशत का माहौल है, रिपोर्ट के मुताबिक रुपईडीहा थाने के बाबागंज इलाके में खेतों में पानी का स्तर काफी ज्यादा बढ गया था, जिसकी वजह से लगातार जहरीले सांप बाहर निकल रहे थे, शंकरपुर से लेकर चिलबिला, बेलभरिया समेत आस-पास के गांव में अब तक तीन दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों समेत आधा दर्जन पशुओं को सांप डस चुका है, रिपोर्ट के अनुसार शंकरपुर में जानवरों को चारा देने के लिये जा रहे इबरार को रविवार के दिन एक सांप ने काटने की कोशिश की, लेकिन किसी तरह वो जान बचाकर भागने में सफल रहा, लेकिन तभी किसी ने सांप को मौत के घाट उतार दिया, जिसके बाद तो नागिन पर जैसे बदले का भूत ही सवार हो गया, उसने दो दिन के भीतर ही 26 लोगों को अपना शिकार बना लिया है, इन्हीं में से एक मुनीष कुमार नामक युवक की मौत भी हो चुकी है।
गांव वालों का क्या कहना है
इस बारे में गांव वालों ने बताया कि नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा होती है, लेकिन गांव के मंदिर में डेरा डालकर बैठने वाले नाग के जोड़े में से एक सांप को ग्रामीणों ने मार दिया था, तब से ही नागिन ने पूरे गांव में कोहराम मचा दिया है, आतंक का मंजर गांव वालों के दिमाग में इस कदर बैठ गया है कि सोते समय भी सर्प दंश का एहसास होता है, गांव वाले झाड़-फूंक करने वालों से मदद मांग रहे हैं, कुछ लोगों ने तो अपने बच्चों को रिश्तेदारों के यहां भेज दिया है, इस बारे में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बाबागंज के चिकित्सा अधिकारी डॉ. विवेक सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्र पर सांप की वैक्सीन है, लेकिन गांव से अस्पताल तक लाने के लिये मरीज को तुरंत वाहन की सुविधा उपलब्ध करानी चाहिये।














