विशविदमोदीजी: डबवर्स.एआई की क्रांतिकारी तकनीक ने प्रधानमंत्री मोदी के संदेश को हर भारतीय तक उनकी मातृभाषा में पहुंचाया

  • यह जेनेरेटिव एआई कंपनी ब्रांडों और रचनाकारों को पीएम मोदी की एआईविशविदमोदीजी: डबवर्स.एआई की क्रांतिकारी तकनीक ने प्रधानमंत्री मोदी के संदेश को हर भारतीय तक उनकी मातृभाषा में पहुंचाया आवाज़ से क्षेत्रीय दर्शकों के साथ गहराई से जुड़ने में सशक्त बनाती है

भास्कर समाचार सेवा नई दिल्ली। जनरेटिव एआई स्पेस में काम करने वाली भारतीय क्रांतिकारी प्रौद्योगिकी कंपनी, डबवर्स.एआई ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत को एक साथ लाने के लिए #विशविदमोदीजी अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत, डबवर्स.एआई प्रधानमंत्री मोदी की आवाज़ को क्लोन करके उन्हें कई शेत्रियों भाषाओं में बोलकर इस तकनीक का प्रदर्शन करना चाहता है, जिससे ब्रांडों और रचनाकारों के लिए कई नए दरवाजे खुलते हैं।
इस अभियान का उद्देश्य यह प्रदर्शित करना है कि शेत्रियों भाषाओं में कंटेंट बनाना कितना आसान है, जिससे विशेष रूप से गैर-हिंदी क्षेत्रों में किसी भी कंटेंट की पहुंच बढ़ जाती है। डबवर्स.एआई 30+ से अधिक भाषाओं में रिअल टाइम में डबिंग की सुविधा देता है ताकि दर्शकों के बीच भाषा की बाधा को दूर किया जा सके।
यह तकनीकी सफलता बिज़नेसेस की एक प्रमुख चुनौती को हल करती है। उदाहरण के लिए, फिल्मों में, डबिंग का पारंपरिक तरीका किसी किरदार की आवाज़ को डब की गई आवाज़ से बदल देता है, जिससे मूल किरदार की पहचान पूरी तरह से दूर हो जाती है। हालांकि, डबवर्स.एआई का यह समाधान कलाकार को अपनी ही आवाज़ में हर भाषा को बोलने की क्षमता प्रदान करता है । इस तरह से विभिन्न ब्रांडों, मशहूर हस्तियों, रचनाकारों और व्यवसायों द्वारा अपनी वास्तविकता को खोये बिना अपनी पहुंच को बढ़ाने की नई संभावनाएं खोलती हैं।
जबकि पश्चिमी देशों की कंपनियां केवल अंग्रेजी के लिए ही समस्या का समाधान करती हैं, डबवर्स.एआई पश्चिमी के साथ साथ भारतीय भाषाओँ में भी अनुवाद करता है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे वैश्विक स्तर पर सम्मानित नाम के साथ अपना अनूठा अभियान शुरू करके, कंपनी मेक इन इंडिया, फॉर द वर्ल्ड की अवधारणा को फिर से रच रही है।
डबवर्स.एआई की सह-संस्थापिका, अनुजा धवन ने कहा, “हम सभी बड़े बजट की फिल्में कई भाषाओं में रिलीज होते हुए देखते हैं। यह इंटरनेट की बढ़ती पैठ और क्षेत्रीय इलाकों में कंटेंट की बढ़ती लोकप्रियता के कारण है। चुनौती यह है कि डबिंग एक महंगी, समय लेने वाली, और फिर भी, बेहद अक्षम प्रक्रिया है। हमारा समाधान ब्रांड, रचनाकारों और व्यक्तित्वों के लिए इस कार्यप्रवाह को सरल और किफायती बनाता है और हर वीडियो के लिए डबिंग को संभव बनाकर, इस समस्या को हमेशा के लिए बदल देगा।”
डबवर्स.एआई के सह-संस्थापक वर्शुल गुप्ता ने कहा, “जनरेटिव एआई असल में परिवर्तनकारी तकनीक है। लार्ज लैंग्वेज मॉडल और डिफ्यूशन मॉडल की क्षमता के साथ, हम पहली बार किसी भी प्रकार के कंटेंट के निर्माण को प्रसारित होते हुए देख रहे हैं। इसी तरह हमारा नया एआई, आपको ऐसी कोई भी भाषा बोलने की सुविधा देता है जिसे आपने पहले नहीं बोला है। हम हमेशा भारत को सुपर पावर बनाने के अपने पीएम मोदी के विज़न में विश्वास करते हैं और इस गणतंत्र दिवस पर उनकी आवाज़ का उपयोग करके इस टेक्नोलॉजी का दुनिया में प्रदर्शन करके हम बहुत खुश हैं। इसके साथ हम अल्ट्रा-हाई-क्वालिटी डबिंग पेश करने और हर वीडियो को बहुभाषी बनाने के अपने मिशन को पहले से कहीं ज्यादा मजबूत बनाने के लिए सशक्त हैं।”
उन्होंने कहा, “हम खुद पीएम मोदी से बेहतर किसी के बारे में नहीं सोच सकते थे, जो समावेशिता के इस विचार का नेतृत्व करे।”
यह पहल संचार को अधिक समावेशी और सभी के लिए सुलभ बनाने की कंपनी की प्रतिबद्धता का गवाह है। 30 से अधिक भाषाओं के समर्थन और रिअल-टाइम डबिंग क्षमताओं के साथ, डबवर्स.एआई , एक समय में एक वीडियो से, वास्तव में देश को एकजुट करने और भाषा की बाधाओं को तोड़ने में मदद कर रहा है।

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