जहरीले जानवरों और सांपो पर खुद के जहर का असर क्यों नहीं होता ! क्या आप जानते हैं सही जवाब ?

[ एक खास सिस्‍टम करता है सांपों और जानवरों का बचाव ]

दैनिक भास्कर ब्यूरो ,

किंग कोबरा (King Cobra), ब्‍लू रिंग ऑक्‍टोपस (Blue Ringed Octopus) जैसे जंतुओं के शरीर में इतना जहर होता है कि इंसान की पलभर में मौत हो जाए. लेकिन कभी आपने सोचा कि जहरीले जानवरों पर खुद के जहर का असर क्‍यों नहीं होता? इन जानवरों में ऐसा क्‍या है क‍ि इतना विषैला जहर होने के बावजूद ये मरते नहीं? ऑनलाइन प्‍लेटफार्म कोरा पर यही सवाल पूछा गया. क्‍या आपके पास इसका सही जवाब है?

नेशनल ज्‍योग्राफी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साइंटिस्‍ट का मानना है कि उनके शरीर में कुछ तो ऐसा है, जिसका उपयोग जानवर इस जहर से खुद को बचाने के ल‍िए करते हैं. आख‍िर वो है क्‍या, इसका जवाब एक रिपोर्ट से मिला. दरअसल, ऐसे जानवर विशेष रूप से अनुकूलित सोडियम चैनल विकसित करते हैं.

शरीर का एक हिस्सा जो तंत्रिकाओं, मस्तिष्क कोशिकाओं और मांसपेशियों की कोशिकाओं के ठीक से काम करने के लिए आवश्यक है. यह जहर के ख‍िलाफ काम करता है. यही जानवरों के शरीर में विषाक्‍त पदार्थों को दूर रखता है. जैसे नेवले कोबरा के काटने के बाद भी बच जाते हैं.

शरीर में दरअसल, टॉक्सिन स्पंज या प्रोटीन –

बाद में वैज्ञानिकों ने इस पर और रिसर्च की. पाया कि इन जानवरों के शरीर में दरअसल, टॉक्सिन स्पंज या प्रोटीन होता है जो इस जहर को शरीर में फैलने से पहले ही सोख लेता है. इसल‍िए इसका असर शरीर पर नहीं होता. हालांकि, सभी जहरीले जानवरों के शरीर में एक ही तरह का प्रोटीन हो यह जरूरी नहीं.

लेकिन एक बात तो तय है क‍ि हर के शरीर के कुछ न कुछ प्राकृत‍िक जरूर होता है, जो इस जहर से रक्षा करता है. सांपों में विशेष प्रतिरक्षा कोशिकाएं होती हैं, जो अपने स्वयं के विष से लड़ सकती हैं और यदि वे अपने स्वयं के रक्त में मिल जाती हैं, तो इससे बचाती हैं.

विशेष हिस्से के अंदर विष को जमा करता –

एक और बात, सांप का जहर तभी विषाक्त होता है जब वह रक्त प्रणाली के अंदर पहुंच जाता है. यही कारण है कि सांपों को अपने जहर से मारने के लिए दूसरे जानवरों को काटना पड़ता है. सांप अपने शरीर के एक विशेष हिस्से के अंदर विष को जमा करता है, जिसे ग्रंथि के रूप में जाना जाता है. यह सांप के रक्त प्रणाली से विष को बाहर रखता है और उन्हें इससे बचाता है. जब यह किसी को काटता है, तो अपने दांत वाले हिस्से से ग्रंथि को बाहर निकाल देता है. यहां से विष इंसान की रक्त प्रणाली में प्रवेश कर जाता है.

Dainikbhaskarup.com अब WhatsApp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरें
https://whatsapp.com/channel/0029Va6qmccKmCPR4tbuw90X

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें