क्या मोदी फिर पीयूष गोयल को बनायेंगे वित्त मंत्री, या कोई और होगा इस गद्दी का हक़दार ?

लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई गुरुवार को अपनी कैबिनेट के साथ शपथ लेंगे। बता दें के पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी 2014 से भी बड़ी जीत के से साथ एक बार फिर सत्ता में वापसी की है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया है कि उनको नई सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल न किया जाए। उन्होंने अपनी सेहत का हवाला देते हुए कहा कि पिछले कुछ समय से उनका स्वास्थ्य खराब है और डॉक्टरों ने आराम करने की सलाह दी है। ऐसे में उनकी सेहत का ख्याल करते हुए नए मंत्रिमंडल में शामिल न किया जाए । ऐसे में राजनीतिक गलियारों में ये सवाल दौड़ना शुरू हो गया है कि देश का अगला वित्त मंत्री कौन होगा? क्या पहले की तरह पीयूष गोयल ये पद संभालेंगे या फिर एक बार नरेंद्र मोदी हर किसी को चौंकाएंगे।

क्या  नरेंद्र मोदी फिर पीयूष गोयल को बनायेंगे वित्त मंत्री?

मिली जानकारी के मुताबिक बताते चले अगला वित्त मंत्री बनने में पीयूष गोयल का नाम इसलिए आगे आ रहा है क्योंकि केंद्र की मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में जब अरुण जेटली की तबीयत खराब हुई थी तो उन्होंने ही इस पद को संभाला. पीयूष गोयल ने ही मोदी सरकार का आखिरी बजट पेश किया था. ऐसे में उनका नाम इस रेस में सबसे आगे चल रहा  है.

क्या सभी हैरानी में डालेंगे नरेंद्र मोदी?

बताते चले वित्त मंत्री बनने की रेस में  पीयूष गोयल का नाम भले ही आगे हो लेकिन अभी पूर्ण रूप से तय नहीं है. ऐसे में कई और ऐसे नाम की लिस्ट सामने आ रहे हैं. इस खास लिस्ट में भाजपा के दिग्गज नेता और अध्यक्ष अमित शाह का नाम भी शामिल है, दरअसल वित्त मंत्री के पद को सरकार में नंबर दो का पद माना जाता है. ऐसे में अगर अमित शाह सरकार का हिस्सा बनते हैं तो वह वित्त मंत्रालय या फिर गृह मंत्रालय ही संभाल सकते हैं.

तीसरा नाम जो चर्चा में बना हुआ है वह निर्मला सीतारमण का. फिलहाल उनके पास रक्षा मंत्रालय था, ऐसे में अगर इस बार उनका मंत्रालय बदला जाता है तो वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी उन्हें मिल सकती है. इससे पहले मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्होंने कॉर्पोरेट मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाली थी. ऐसे में उनके नाम को जोर मिलता दिख रहा है. हालांकि, अभी ये अटकलें ही हैं गुरुवार को जब शपथ ग्रहण होगा और उसके बाद कार्यभार का बंटवारा किया जाएगा, तभी ये तस्वीर साफ होती नजर आएगी.

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