संगीत की दुनिया से क्यों संन्यास ले लीं अनुराधा पौडवाल, वजह कर देगी आपको हैरान

फिल्मे हिट तो गानों की वजह से होती है। जैसे बिन चीनी चाय फीकी लगती है वैसे ही बिन गानों के फिल्में। बिल्कुल स्वादहीन खानों की तरह। कई सालों से फिल्में चल रही है साथ ही साथ गाने भी। इस तरह हमारे सामने फिल्म जगत ने बहुत अच्छे गायकों से भी हमारा परिचय करवाया। लता मंगेशकर, आशा भौंसले, अनुराधा पोडवाल और भी अन्य कई गायक।

27 अक्टूबर, 1954 को जन्मीं अनुराधा पोडवाल अभी हाल ही में उन्होंने अपने जन्मदिन को मनाया। बॉलीवुड को  अपने कई हिट गानों से हिट करती हुई चली गई सर्वश्रेष्ठ गायिका अनुराधा पोडवाल। जिनके कुछ प्रमुख गानें है ‘धक-धक करने लगा’ (बेटा), ‘तू मेरा हीरो’ (हीरो), ‘हम तेरे बिन’ (सड़क), ‘मैया यशोदा’ (हम साथ साथ हैं), ‘जिस दिन तेरी मेरी बात’ (मुस्कान), ‘चाहा है तुझको’ (मन), ‘एक मुलाकात जरूरी है सनम’ (सिर्फ तुम) और ‘दो लफ्जो में’ (ढाई अक्षर प्रेम के) जैसे फेमस गाने आज भी लोगों की जुबां पर मौजूद है सूर एवं ताल बनकर।

एक वक्त पर प्रसिद्ध हुई गायिका के गाने न जाने क्यों आज सुनने को नहीं मिलते। अनुराधा जब अपने करियर के पीक पर थीं, तो उन्होंने घोषणा की थी  कि वो अब सिर्फ गुलशन कुमार की कंपनी टी-सीरिज के लिए ही गाएंगी। इसका सीधा फायदा उस दौर में अन्य सिंगर्स को मिला। जैसे ही अनुराधा ने फिल्मों को छोड़ डिवोशनल सॉन्ग गाने शुरू किए उनका करियर ढलान पर आने लगा। करीब 5 साल तक अनुराधा ने किसी भी फिल्म या दूसरी म्यूजिक कंपनी के लिए कोई गाना नहीं गाया। गुलशन कुमार की मौत के बाद तो उन्होंने फिल्मी गाने गाना छोड़ हीदिए। फिर वो सिर्फ भजन गाने लगीं।

सूत्रों के मुताबिक अनुराधा पिछले 12 साल से सिंगिंग की दुनिया से दूर है। उन्होंने आखिरी बार फिल्म ‘जाने होगा क्या’ में गाने गाए थे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो संगीतकार गुलशन कुमार के साथ उनका अफेयर रहा था। हालांकि,खुद उन्होंने ये बात कभी नहीं की। अनुराधा अपने गाने उसी तरह से गाती रही और आगे बढ़ती गईं। ऐसा कहा जा रहा था कि अनुराधा जिस रफ्तार से जा रही हैं वह जल्द ही लता मंगेशकर के दौर को खत्म कर दें देंगी। कंपोजर ओपी नायर ने यह बोल दिया था कि लता का दौर अब खत्म हो गया है। अनुराधा पौडवाल ने लता मंगेशकर को रीप्लेस कर दिया है। गुलशन कुमान ने तो इससे भी बड़ी बात बोल दी थी कि वह अनुराधा पौडवाल को फिल्म इंडस्ट्री की दूसरी लता मंगेशकर बनाएंगे।

उनके मतभेद आए दिन आशा ताई एवं लता जी से होती रही। फिर उन्होंने एकाएक सन्यास ले लिया गायिकी से। अरुण पौडवाल जो कि अनुराधा पोडवाल के पति थे, उनके  असमय मौत हो जाने के बाद अनुराधा और गुलशन कुमार के बीच अफेयर हो गया था। अनुराधा ने करीब 10 साल से ज्यादा समय तक टी-सीरीज के लिए काम किया था क्योंकि उनका मतभेद चल रहा था और फिल्मों में हिट गाने देने के बाद गायक और प्रसिद्ध होना चाहता है और उस वक्त टी- सीरीज प्रसिद्ध थी जिसको और प्रसिद्धि बनाया अनुराधा पौडवाल ने अपनी गायिकी से।

उनको कई सारे अवार्डो से भी नवाज़ा गया है। गुलशन कुमार की मृत्यु के बाद अनुराधा पौडवाल ने भक्ति गीत अनेक गाएं और आज भी उनके गीत लोगों द्वारा सुने जाते हैं एवं गुनगुनाएं भी जाते है।

उतार-चढ़ाव तो हर एक के जीवन में होता है। अनुराधा जी के जीवन में भी हुआ। हर तूफान अपने पीछे कहर बरसा जाता है। बस ऐसा ही कुछ अनुराधा पौडवाल के साथ जीवन में हुआ।

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