चिता से खड़े होकर बोले ‘मुर्दा’ बुजुर्ग- गलती से साथ ले गए थे यमदूत !

जन्म और मृत्यु प्रकृति द्वारा निर्धारित होती है, इसमें कोई दो राय वाली बात नही। जब जीवन का कार्यकाल समाप्त होता है तो उन्हें ऊपर बुला लिया जाता है और यहां लोग शरीर को नश्वर मानकर उसका दाह संस्कार कर देते हैं। लेकिन लोगो की तब क्या प्रतिक्रिया होगी जब जलाने से पहले ही शव चिता से उठकर खड़ा हो जाये। जी हां एक ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जिसमे एक 70 साल के वृद्ध की अचानक मौत हो गयी। मृत्यु के घंटो बीत चुके थे और जैसे ही श्मशान में जलाने की तैयारी हुई अचानक से वह मुर्दा उठ खड़ा हुआ। फिर उस वृद्ध ने जो वजह बताई वो तो और गजब की थी। चलिये जानते हैं पूरा मामला…

दरअसल यह चौंका देने वाला मामला यूपी के फिरोजाबाद से है जहां ज्ञान सिंह नाम के व्यक्ति की तबियत कई दिनों से खराब थी। बता दें कि इनकी उम्र 70 साल के आंकड़े को पार कर चुकी है। उम्र के इस पड़ाव में ऐसी कोई बीमारी नही है जो उन्हें न हुई हो। उस वृद्ध को ब्लड प्रेशर, सुगर इत्यादि कई जानलेवा बीमारियों भी थी जिसके इलाज के लिए सालों से पैसे लगाए जा रहे थे। अभी बीते 1 फरवरी की बात है जब ज्ञान सिंह की मौत हो गयी। परिजनों में शोक का माहौल था और सभी दाह संस्कार की तैयारी में जुट गए। हालांकि मौत सुबह ही हो चुकी थी लेकिन सब 4 बजे शाम को शव के साथ श्मशान पहुंचे।

जैसे ही शव को श्मशान ले जाया गया शरीर मे कई तरह के बदलाव आने शुरू हो गए। इस दौरान मृत ज्ञान सिंह का शरीर नीला पड़ने लगा था और हाथ मे भी फफोले नजर आने लगे। अभी इससे पहले कि लोग वजह जान पाते ज्ञान सिंह उठ खड़े हुए। अचानक शव को उठता देख जहां लोग खुश हुए वहीं सबकी सकपक से हालत खराब थी कि अचानक कोई मृत उठकर बैठ कैसे सकता है। यह खबर तेजी से पूरे श्मशान में फैल गयी और लोग उन्हें देखने के लिए दूर-दूर से आना शुरू कर दिए।

इस अविष्मरणीय घटना के बाद ज्ञान सिंह ने जो बयान दिया वो बिल्कुल हैरान कर देने वाला था। क्योंकि उन्होंने बताया – अभी सुबह मुझे 3 लोग उठाकर ले गए थे और एक ऐसी जगह पहुंचे जहां सोने का दरवाजा और भालों-तलवारों से लैस पहरेदार खड़े थे। लेकिन उनमें से किसी ने मुझे अंदर नही जाने दिया और जो मुझे लेकर गए थे उन्हें भी काफी फटकार लगी। इसी दौरान एक पहरेदार ने मुझपर गर्म चीज़ फेंकी और ऊपर से धक्का दे दिया। उसी धक्के से मै सीधा पृथ्वी पर जा गिरा।

साथ ही ज्ञान सिंह ने बताया कि उस गर्म चीज़ की वजह से हाथ मे फफोले पड़ गए। मेरे शरीर मे बहुत पीड़ा हो रही है। दरअसल उन यमदूतों से गलती हुई थी और किसी और शख्स की जगह मुझे लेकर यमलोक पहुंच गया था। यमलोक पहुंचकर उसे भी डांट-फटकार सुननी पड़ी। बताते चलें कि गांव वाले बहुत खुश हैं और परिजनों ने भी खुशी व्यक्त किया है।

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