राष्ट्रीय लोक अदालत में 25944 वादों का हुआ निस्तारण

भास्कर समाचार सेवा

बदायूँ। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बदायूँ द्वारा रविवार को जनपद में पूर्वान्ह् 10 बजे से राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम पंकज कुमार अग्रवाल, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्षता एंव सत्य प्रकाश, प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय, मचला अग्रवाल, पीठासीन अधिकारी, एम.ए.सी.टी., सुनीत चन्द्र प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, उदय भान सिंह, विशेष न्यायाधीश, एस.सी./एस.टी.(पी.ए.) एक्ट, होते लाल मौर्या, अध्यक्ष, जिला बार एसोसिएशन, पी.के. गुप्ता, सचिव, जिला बार एसोशिएशन द्वारा दीप प्रज्जवलित करके एवं माता सरस्वती देवी को माल्यार्पण कर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ किया गया।सारिका गोयल, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, द्वारा उक्त उद्घाटन कार्यक्रम का संचालन करते हुये जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्य एवं सेवाओं के बारे में बताया गया एवं राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, दीपक यादव, ना ेडल अधिकारी (लोक अदालत/विधिक जागरूकता एवं न्यायिक प्रबंधन) /विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट, द्वारा पूर्व में दिनांक 11.02.2023 को आयोजित हो चुकी लोक अदालत से सम्बन्धित आकड़ो को साझा करते हुये वर्तमान लोक अदालत में चिन्हित हुये वादों को अधिकाधिक संख्या में निस्तारित किये जाने हेतु अपील की गयी।उद्घाटन समारोह के उपरान्त पंकज कुमार अग्रवाल, जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा सारिका गोयल, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, के साथ सभी न्यायालयो एवं बैंकों द्वारा जनपद न्यायालय परिसर में विभिन्न स्थानों पर लगाये गये कैम्पों का निरीक्षण कर वादकारियों की समस्याओं के बारे में पूछकर उनकी समस्याओं का निस्तारण किया गया। इसके अतिरिक्त सत्य प्रकाश, प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय एवं परशुराम, अपर प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय द्वारा अपने-अपने न्यायालयों में आपसी समझौते के आधार पर 115 पारिवारिक विवादों एवं 2 प्री-लिटीगेशन विवादों का निस्तारण किया गया। इस अवसर पर पति-पत्नी द्वारा आपस में अपने सम्बन्धों को जीवन-पर्यनत खुशहाल रहने का एक-दुसरे से वादा किया। इसी क्रम में मचला अग्रवाल, पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा अंकन 1,19,58,000/- रूपये की धनराशि के कुल 22 मोटर दुर्घटना प्रतिकर याचिकाओं का निस्तारण किया गया। उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में प्री-लिटिगेशन से सम्बन्धित वादों में विभिन्न बैंकों के 1177 मामले, भारत संचार निगम लि0 के 15 मामले, स्थानीय निकाये के 784 मामले विद्युत बिल से सम्बन्धित 288 मामले, राजस्व सम्बन्धित 487 मामले एवं अन्य प्रकार के 20351 मामले थे। इस प्रकार कुल 23104 प्री-लिटिगेशन मामलों का एवं न्यायालयों में लम्बित फौज़दारी वादों एवं सिविल वादों में 2703 वादों का निस्तारण हुआ। इस प्रकार उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत में लगभग 25944 वादों का निस्तारण हुआ। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद न्यायालय के समस्त न्यायिक अधिकारीगण, जिला सिविल बार ऐसो. एवं जिला बार एसोशिएशन के अधिवक्तागण, सभी सम्बन्धित बैंक के अधिकारीगण, कर्मचारीगण, स्वय सेवीगण, उपस्थित हुये।

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