अयोध्या मामले पर सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से केस वापस लेने की संभावना है। सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जफर अहमद फारूकी के खिलाफ यूपी सरकार ने सीबीआई जांच का आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि मध्यस्थता पैनल को सुन्नी वक्फ बोर्ड ने केस वापस लेने के बारे में सूचित किया है।
हालांकि वकील का कहना है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड के केस वापस लेने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय संविधान बेंच ने सुनवाई शुरू कर दिया है। आज कोर्ट ने आज साफ कर दिया कि आज पांच बजे के बाद इस मामले पर कोई सुनवाई नहीं होगी। आज सुनवाई शुरू होते ही जब एक वकील ने कहा कि उन्हें दलीलें रखने के लिए एक घंटे का समय चाहिए तब चीफ जस्टिस ने कहा कि आज हर हाल में दलीलें खत्म होंगी।
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#Breaking:सुन्नी वक्फ बोर्ड के केस छोड़ने पर अयोध्या मामले में क्या फर्क पड़ेगा? देखें रिपोर्ट#AyodhyaCase@PrashantChurhe pic.twitter.com/EwOKjM0JoK
— News18 Hindi (@HindiNews18) October 16, 2019
इकबाल अंसारी बोले- मुझे कोई आपत्ति नहीं
रामजन्मभूमि विवाद मामले में एक और पक्षकार इकबाल अंसारी ने सुन्नी वक्फ बोर्ड के फैसले पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि बोर्ड के निर्णय से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने एक बार फिर से दोहराया कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्वीकार्य होगा. वहीं, इकबाल अंसारी के वकील वरिष्ठ अधिवक्ता एमआर शमशाद ने बताया कि पिछले दो महीनों में सुन्नी वक्फ बोर्ड के रवैये में आमूलचूल परिवर्तन आया था. उन्होंने बताया कि इस मामले में कुल छह मुस्लिम पक्षकार हैं, जिनमें से सुन्नी वक्फ बोर्ड भी एक था.