सोने में हुई देरी तो दिल की बीमारी से हो सकते है पीड़ित, इस तरह बनाएं स्लीपिंग शेड्युल

नई दिल्ली। एक स्टडी के अनुसार रोज सोने में 1.5 घंटे की देरी हार्ट हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकती है। नींद की कमी से हार्ट से संबंधित कई बीमारियां हो सकती हैं। इस स्टडी में पाया गया कि जो लोग रोज एक निश्चित समय पर सोते हैं, उनमें दिल की बीमारियां होने की संभावना कम होती है। नींद की कमी केवल हमारे दिल पर ही नहीं, बल्कि पूरी सेहत पर बुरा प्रभाव डालती है। सोने का तय समय होना हमारी सेहत के लिए बहुत जरूरी है। सोने के समय में देरी होने से सेल्युलर डैमेज, इंफ्लेमेशन और हार्ट डिजीज की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इसलिए रोजाना निश्चित समय पर सोएं। साथ ही अच्छी नींद लें। आइए जानते हैं कि कैसे आप अपने स्लीप शेड्युल को मेंटेन कर सकते हैं।

स्ट्रेस कम करें

ज्यादा स्ट्रेस होने या लेने से नींद आने में समस्या होती है। इसलिए स्ट्रेस को मैनेज करना बहुत आवश्यक है। मेडिटेशन, योग, वॉकिंग आदि आपका स्ट्रेस कम करने में मददगार साबित हो सकती है।

एक्सरसाइज करें

एक्सरसाइज करने से बॉडी हेल्दी रहती है। साथ ही इससे बॉडी में हैप्पी हार्मोन बनते हैं। इससे अच्छी नींद आती है। हालांकि, सोने से तुरंत पहले एक्सरसाइज न करें।

फोन न चलाएं

अक्सर हमारी आदत होती है कि सोने से पहले हम फोन चलाते हैं। इससे निकलने वाली ब्लू लाइट से नींद में खलल पैदा होती है और बेहतर नींद भी नहीं आती है। फोन चलाने से दिमाग रिलैक्स नहीं कर पाता। इसलिए सोने से एक घंटा पहले फोन चलाना बंद कर दें।

डाइट का रखें ख्याल

सोने से पहले कॉफी, चाय, तंबाकू और शराब का सेवन न करें। बहुत तेल वाले या मसालेदार खाना भी न खाएं और सोने से तुरंत पहले खाना बिल्कुल न खाएं। इससे आपकी स्लीप साइकिल बिगड़ सकती है। साथ ही अपनी डाइट में हरी सब्जियां, फल, दूध, दही आदि चीजों को शामिल करें।

समय तय करें

हर रोज सोने और उठने का एक समय तय करें। कोशिश करें कि रोज निश्चित समय पर सोने जाएं और सुबह जल्दी उठें, ताकि आपके शरीर को उस समय पर सोने की आदत हो जाए।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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