सुपर ओवर में इस खिलाड़ी की वजह से न्यूजीलैंड के हाथ से फिसली जीत, इंडियन फैंस बोले- जैसी करनी वैसी भरनी!

गप्टिल के रन आउट ने तोड़ा न्यूजीलैंड का दिल!

मेजबान इंग्लैंड ने एक बेहद ही रोमांचक मैच मैच में न्यूजीलैंड को सुपर ओवर में हराकर विश्व कप 2019 का खिताब जीत लिया है। इंग्लैंड का यह पहला विश्व कप खिताब है। इस मैच में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 241 रन बनाए थे, जवाब में इंग्लैंड की टीम भी 50 ओवर में 241 रन पर आउट हो गई। इसके बाद सुपर ओवर का सहारा लिया गया, जिसमे इंग्लैंड के लिये बेन स्टोक्स और जोश बटलर ने 15 रन जोड़े। जवाब में न्यूजीलैंड के लिए मार्टिन गप्टिल और जिम्मी निशम की जोड़ी भी 15 रन ही जोड़ पाई, नियमानुसार इंग्लैंड की टीम ने इस मैच में बाउंड्री ज्यादा लगाया था, इसलिए उन्हें विजेता घोषित किया गया।

https://twitter.com/cricketworldcup/status/1150546715591761920

लेकिन आखिर वो कौन-सा पल था जब न्यूजीलैंड की टीम से उसका सबसे बड़ा सपना ही टूट गया. सुपर ओवर में 16 रन का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड को आखिरी गेंद में 2 रन चाहिए थे, मार्टिन गप्टिल स्ट्राइक पर थे और वो एक ही रन बना पाए. दूसरा रन लेने के चक्कर में गप्टिल रन आउट हो गए।

मार्टिन गप्टिल के रन आउट होते ही न्यूजीलैंड के क्रिकेट वर्ल्डकप जीतने का सपना टूट गया. ये बिल्कुल वैसा ही था, जैसे पहले सेमीफाइनल में महेंद्र सिंह धोनी का रन आउट होना था जिसकी वजह से टीम इंडिया मैच हार गई. खास बात ये है कि वो रन आउट मार्टिन गप्टिल ने ही किया था, अब जब वो खुद रन आउट हुए तो ट्विटर पर फैंस ने कह ही दिया ‘जैसी करनी-वैसी भरनी’।

क्या हुआ था आखिरी गेंद पर?

जिमी नीशाम ने सुपर ओवर की पांचों गेंद खेलीं, लेकिन आखिरी गेंद पर जब दो रनों की जरूरत थी तो मार्टिन गप्टिल स्ट्राइक पर आए. उनका पूरा टूर्नामेंट बल्लेबाजी के हिसाब से अच्छा नहीं रहा। अब यहां पर उम्मीद थी कि वह कुछ कमाल कर पाएंगे, उन्होंने मिड ऑन की तरफ शॉट खेला और दो रनों के लिए दौड़ पड़े. लेकिन, वह एक ही रन पूरा कर पाए और रन आउट हो गए।

भारतीय फैंस ने दिलाई महेंद्र सिंह धोनी की याद!

इस बार कई भारतीय फैंस के दिल की उम्मीद थी कि न्यूजीलैंड ये वर्ल्डकप जीते. हर कोई टीवी स्क्रीन के सामने बैठा था, लेकिन जब मार्टिन गप्टिल रन आउट हुए तो भारतीय फैंस का दिल ही टूट गया। लोगों ने ट्विटर पर लिखा, जब गप्टिल ने धोनी को रन आउट करके भारतीय फैंस का दिल तोड़ा था अब वैसा ही उन्हीं के साथ हुआ है। लोगों ने लिखा कि उनका कर्म उन्हीं पर वापस आ गया. इसी के साथ रातभर ट्विटर पर #Karma ट्रेंड भी करने लगा।

https://twitter.com/dhartweetz/status/1150480029488300032

27 साल पहले वर्ष 1992 में ग्राहम गूच की कप्तानी में इंग्लैंड की टीम विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी, जहां उसे पाकिस्तान ने हरा दिया था, लेकिन इंग्लैंड ने 2019 में 1992 वाली गलती नही दोहराई। 242 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही।
जेसन रॉय(17) पहली ही गेंद पर मिले जीवनदान को भुनाने में नाकामयाब रहे। छठे ओवर में मैट हेनरी उन्हें आउट किया। एक-एक रन के लिए संघर्ष कर रहे इंग्लिश बल्लेबाज दबाव के चलते बिखरते चले गए।

17वें ओवर में जो रूट (30 गेंदों में 7 रन), 20वें ओवर में जॉनी बेयरस्टो (55 गेंदों में 36 रन), 24वें ओवर में कप्तान इयोन मॉर्गन (22 गेंदों में 9 रन) भी चलते बने। हालांकि इसके बाद बेन स्टोक्स और जोश बटलर ने इंग्लैंड को मैच में वापसी दिलाई।इन दोनों ने पांचवे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी निभाई। बटलर को आउट कर लॉकी फर्ग्यूसन ने यह जोड़ी तोड़ी। बटलर ने 59 रन बनाए। बटलर के आउट होने के बाद इंग्लैंड के बल्लेबाज आते जाते रहे, हालांकि बेन स्टोक्स ने एक छोर सम्भाले रखा और इंग्लैंड के लिए संघर्ष करते रहे।

इंग्लैंड को आखिरी गेंद पर जीत के लिए 2 रन चाहिए थे,लेकिन मार्क वुड रन आउट हो गए और मैच ड्रा हो गया। न्यूजीलैंड की तरफ से निशम और फर्ग्यूसन ने 3-3 व मैट हेनरी और ग्रैंड डी होम ने 1-1 विकेट लिया।
इससे पहले न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट पर 241 रन बनाए। लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स के मैदान पर जारी इस मैच में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। न्यूजीलैंड को मार्टिन गप्टिल और हेनरी निकोलस ने सधी शुरुआत दिलाई।

क्रिस वोक्स ने गप्टिल को 19 रन के योग पर लौटाकर यह साझेदारी तोड़ी। यहां से केन विलियमसन ने टीम को संभालने की कोशिश की। 23वें ओवर में टीम का स्कोर एक विकेट पर 103 रन था, जो जल्द ही 118 रन पर तीन विकेट हो गया। कप्तान केन को प्लंकेट ने विकेट के पीछे बटलर के हाथों लपकवाया। न्यूजीलैंड को निकोलस के रूप में तीसरा झटका लगा। हेनरी निकोलस ने वर्ल्ड कप में अपना पहला और करियर का 9वां अर्धशतक लगाया। वे 55 रन बनाकर प्लंकेट की गेंद पर बोल्ड हो गए।

टीम अभी इस झटके से उबर ही नहीं पाई थी कि रॉस टेलर के रूप में टीम को चौथा झटका लगा। टेलर को मार्क वुड ने निपटाया। 31 गेंदों में टेलर जब 15 रन पर खेल रहे थे, तब 33वें ओवर में 141 के स्कोर पर टीम का यह अहम विकेट गिरा। इसके बाद न्यूजीलैंड के विकेट नियमित रूप से गिरते रहे और टीम 50 ओवर में 241 रन ही बना सकी। इंग्लैंड की तरफ सेक्रिस वोक्स और प्लंकेट ने 3-3 और जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड ने 1-1 विकेट लिए।

 

 

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें