
बिहार में राजधानी पटना स्थित मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल, पार्टी महासचिव प्रियंका, प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा समेत पांच लोगों के खिलाफ धार्मिक और जातिगत विद्वेष फैलाने के आरोप में आज एक शिकायती मुकदमा दाखिल किया गया। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शशिकांत राय की अदालत में यह शिकायती मुकदमा स्थानीय वकील अनुराग शुक्ला ने भारतीय दंड विधान की धारा 153 ए, 153 बी, 292, 295 ए, 298, 500 एवं 120 के तहत दायर किया है। अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए 21 फरवरी की तिथि निश्चित की है।
जानिए क्या है मामला
आगामी लोक सभा चुनाव के पहले सियासी माहौल गरमा गया है. सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. हाल में ही सपा-बासप गठबंधन के बाद यूपी में भाजपा के लिए एक बड़ी परेशानियो का दौर शुरू हो गया है. इस बीच कांग्रेस ने भी तीन राज्यों में जीत के बाद अब यूपी में आगमी लोक सभा में जीत हासिल करने के लिए अपनी बहन प्रियंका पर दांव लगाया है. इस बीच एक बड़ी खबर ने सियासत को गरमा दिया है.
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और बीजेपी के बीच पोस्टर वॉर शुरू हो गया है. 2019 के महाभारत से पहले पोस्टरों में रामायण के किरदारों की एंट्री हो गई है. यहां सभी किरदार नजर आ रहे हैं. किसी को राम बताया जा रहा है, तो किसी को रावण. तो कहीं देवी दुर्गा बनकर महिसाषुर का संहार किया जा रहा हैं, तो वहीं बाहुबली और रानी लक्ष्मीबाई की भी एंट्री हो गई है.
अब कांग्रेस की तरफ से ये पोस्टर जारी हुआ तो भला बीजेपी कैसे चुप बैठती, तो उन्होंने प्रियंका गांधी को जवाब देने के लिए बीजेपी सांसद प्रियंका सिंह रावत के पोस्टर लगा दिए. यूपी के बाराबंकी की सांसद प्रियंका सिंह को इस पोस्टर में देवी दुर्गा के रूप में दिखाया गया तो वहीं प्रियंका गांधी को महिषासुर बना दिया. यानी बीजेपी और कांग्रेस ने इस पोस्टर वॉर को प्रियंका बनाम प्रियंका बना दिया. दोनों ही तरफ मां दुर्गा बनने की होड़ मची है और विरोधी को राक्षस बताने की.

कुछ दिन पहले ही प्रयागराज में प्रियंका गांधी के पोस्टर लगे थे, इस पोस्टर में सबसे ऊपर लिखा है, ‘कांग्रेस की दुर्गा, शत्रुओं का करेगी वध’. नीचे कुछ मुद्दों को भी लिखा गया था. ये मुद्दे थे- महिलाओं की सुरक्षा, महंगाई पर रोक, रोजगार, किसानों की कर्जमाफी, पेट्रोल-डीजल के दाम, लोकपाल. राम मंदिर, यानी बीजेपी तो सालों से राम मंदिर बनवा नहीं पाई तो कांग्रेस लोगों में ये उम्मीद जगाने की कोशिश कर रही है, कि प्रियंका देवी दुर्गा बन राम मंदिर का निर्माण भी करा देंगी.

अब जरा इस पोस्टर पर निगाह डालिए, बीजेपी राम मंदिर-राम मंदिर जपती रह गई, और इधर ने कांग्रेस ने तो राहुल गांधीको भगवान राम के अवतार के रूप में पेश कर दिया. पटना में कई दशकों बाद हुई कांग्रेस की जन आक्रोश रैली के दौरान पटना की सड़कें पोस्टरों से पटी पड़ी थीं, जिसमें राहुल गांधी का ये पोस्टर काफी चर्चित हुआ था.

2019 के महासंग्राम से पहले राम बनने की होड़ मची हुई है. कांग्रेस ने राहुल गांधी को राम के रूप में दिखाया तो भला आरजेडी कैसे पीछे रहती. इस पोस्टर पर जरा नजर डालिए, तेजस्वी यादव को राम का अवतार दिखाया गया है और नीतीश कुमार को रावण बना दिया गया है.

सीएम योगी का भी आ चुका है पोस्टर
आज भले ही विपक्षी दल खुद को राम बता रहे हैं और सत्ताधारी पार्टी को रावण, लेकिन ये हमेशा से ही होता आया है विपक्षी दल हमेशा खुद को राम ही बताता है. 2017 के यूपी चुनाव से पहले बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को मर्यादा पुरुषोत्तम राम के रूप में पेश किया था और विरोधियों को रावण बता दिया था.
गोरखपुर में लगे थे प्रियंका के ‘झांसी की रानी’ वाले पोस्टर
रामायण के किरदार ही नहीं इस चुनाव में रानी लक्ष्मीबाई की भी एंट्री हो गई है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में कांग्रेस कार्यकार्ताओं ने प्रियंका गांधी को झांसी की रानी के रूप में पेश किया था. शहर में जगह-जगह प्रियंका गांधी का पोस्टर लगाए गए थे, जिसमें प्रियंका गांधी को एक सफेद घोड़े पर बैठा कर झांसी की रानी के रूप में दिखाया गया. इस पर लिखा है-

वैसे इस चुनाव में बाहुबली की टीम भी नजर आ रही है. विपक्ष ने पीएम मोदी को भल्लाल के रूप में दिखा दिया तो वहीं बिहार के मुख्यमंत्री को कटप्पा बना दिया.

अब पीएम मोदी को पोस्टर में भल्लाल के रूप में दिखाया गया है तो वहीं तेजस्वी यादव को बाहुबली बना दिया गया है.

2019 के चुनावी रण से पहले पोस्टर वॉर शुरू हो गई है, आने वाले वक्त में और भी अलग-अलग किरदार के पोस्टर नजर आएंगे. यानी जमीन के साथ-साथ दीवार पर भी लड़ाई जारी है.