वाशिंगटन। अमेरिका ने आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर मामले में चीन पर दबाव बढ़ाते हुए कहा है कि मसूद संयुक्त राष्ट्र के नियमों के तहत अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किये जाने के लिए फिट केस हैं तथा ऐसा नहीं किये जाने क्षेत्रीय स्थिरता पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता रॉबर्ट पैलाडिनो ने यहां कहा,“अमेरिका और चीन क्षेत्रीय स्थिरता और शांति को प्राप्त करने के लिए आपसी हित साझा करते हैं लेकिन मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने में विफल रहने पर इस लक्ष्य को पूरा करना असंभव होगा।”
बालाकोट विजिट करता था मसूद अजहर
बालाकोट ही वह जगह है जहां आतंकियों को ट्रेंड करने का काम मसूद अजहर ने किया था। जैश-ए-मोहम्मद सरगना इस जगह का अक्सर ही विजिट करता था और आतंकियों को बरगलाने का काम करता था। मसूद के साथ ही जैश के कुख्यात आतंकी मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर और मौलाना उमर भी इस जगह का विजिट करते रहे हैं। पुलवामा आतंकी हमले का आत्मघाती हमलावर भी बालाकोट ट्रेनिंग कैंप में ट्रेंड हुआ था।