ब्लॉक रामपुर मथुरा में बैठक के दौरान मचा हंगामा

सीतापुर। रामपुर मथुरा विकासखंड क्षेत्र पंचायत की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक की शुरुआत होते ही सांसद प्रतिनिधि व पूर्व ब्लाक प्रमुख सवितेंद्र प्रताप मजिले भैया ने बैठक में कहा पिछली बैठक का एजेंडा किसी को भी ना मिलने का विषय उठाया। जिसका समर्थन पूरे सदन ने किया। सांसद प्रतिनिधि के इस विषय का विरोध मंच पर मौजूद जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि शिव कुमार गुप्ता ने किया और उन्हें बैठक से निकल जाने को कहा। उन्होंने कहा क्षेत्र पंचायत की इस बैठक में कोई प्रतिनिधि मौजूद नहीं रहेगा इसलिए आप सदन से बाहर चले जाएं। इस पर हंगामा होने लगा। जिस पर बैठक में मौजूद विधायक ज्ञान तिवारी ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि जब जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि बैठक में मंच पर मौजूद है तो सांसद प्रतिनिधि सहित सभी प्रतिनिधियों को भी बैठक में रहने का अधिकार है।

जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि पर लगाए गए कई गंभीर आरोप

विधायक ने कहा बैठक क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर बुलाई गई है बाढ़ का समय है लोग विकास चाहते हैं सभी सम्मानित सदस्यों की जवाबदेही है। इस पर जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि ने ब्लाक प्रमुख तारा देवी से बैठक को निरस्त करा कर उनको साथ लेकर सदन से चले गए। बैठक के अचानक निरस्त हो जाने से मौजूद सदस्यों व प्रधानों ने काफी हंगामा किया। सभी ने कहा कि कई बैठकों का मानदेय उन्हें नहीं मिला है इस बैठक का मानदेय उनको कब मिलेगा। जिसके बाद बैठक में मौजूद सेउता विधायक व महमूदाबाद विधायक ने सदन के सभी सदस्यों को संबोधित किया।

विधायक ज्ञान तिवारी ने केंद्र व प्रदेश सरकार की मंशा से पंचायत प्रतिनिधियों को अवगत कराया। उन्होंने कहा आपका सम्मान और क्षेत्र का विकास प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की मंशा है इसमें किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह सदन आप सभी का है और नियमों से ही चलेगा। विधायक ने कहा जो बजट मौजूद है वह सभी बीडीसी सदस्यों में समान अनुपात में उनके प्रस्ताव लेकर विकास कार्यों के लिए दिया जाए।

क्या कहते हैं जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि

वहीं जब इस बारे में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिव कुमार गुप्ता से वार्ता की गई तो उन्होंनंे कहा कि उन पर लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद है। बैठक के दौरान शिवेन्द्र विक्रम तथा लक्ष्मी मौर्या हो हल्ला कर रहे थे जिस पर उन्होंने यही कहा कि जो सदन का सदस्य हो वही बात कहे और दूसरा कोई ना कहे। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान आए दोनो विधायक पहले से ही रणनीति बनाकर आए थे कि सदन नहीं चलने देना है। बीते 16 माह से कोई बेठक नहीं हुई है। सभी विकास कार्य ठप पड़े है। किसी तरह से बैठक कराई गई जिसे प्लान के तहत बंद करा दिया गया। वहां पर बनाया गया वीडियो देख लीया जाए खुद ही सच्चाई सामने आ जाएगी।

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