लोक सभा चुनाव: छत्तीसगढ़ में सभी मौजूदा सभी सांसदों का BJP कटेगी टिकट, ये है वजह…

छत्तीसगढ़: बीजेपी सांसदों के लिए बुरी खबर, सभी का कटेगा टिकट

आगामी लोक सभा चुनाव का आगाज़ हो चुका है बता दे सत्रहवीं लोकसभा का चुनावी महासमर सात चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई के बीच होगा और सभी सीटों के लिए मतगणना 23 मई को की जायेगी। आँध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की विधानसभाओं के चुनाव भी लोकसभा चुनाव के साथ होंगे लेकिन जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव राज्य की सुरक्षा स्थिति को देखते हुए अभी नहीं कराये जायेंगे । चुनावी महाकुंभ का आज बिगुल बजते ही आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गयी है। बताते चले लोक सभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही राजनीतिक दलों ने अपना चुनावी अभियान और तेज़ी से कर दिया है.

मौजूदा सभी 10 सांसदों के टिकट काटेगी भाजपा 

इस बीच एक बड़ी खबर में भाजपा पार्टी में उथल पुथल मचा दिया है. बताते चले छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के सभी 10 सांसदों को इस बार लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलेगा। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने इस प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी है। माना जा रहा है कि 2018 के विधानसभा चुनावों के परिणाम और सांसदों को लेकर ऐंटी इन्कंबेंसी  को देखते हुए पार्टी नए चेहरों को मौका देने की रणनीति पर काम कर रही है।  अगर ऐसा होता है तो फिर पूर्व सीएम रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह का भी टिकट कट जाएगा। फिलहाल वह राजनांदगांव सीट से सांसद है।

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अनिल जैन ने कहा

छत्तीसगढ़ बीजेपी के इंचार्ज और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अनिल जैन ने कहा कि बीजेपी छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर नए उम्मीदवार उतारेगी और सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी। मौजूदा सांसदों का टिकट काट बीजेपी कई विधायकों और पूर्व मंत्रियों को मैदान में उतार सकती है। जिन लोगों को पार्टी टिकट दे सकती है उनमें रायपुर से बृजमोहन अग्रवाल, राजनांदगांव से रमन सिंह, दुर्ग से प्रेम प्रकाश पांडे और बिलासपुर से अमर अग्रवाल जैसे नाम हैं।

विधानसभा चुनाव में हार के बाद नई रणनीति?
कहा जा रहा है कि सांसदों को लेकर ऐंटी इन्कंबेंसी और 2018 के विधानसभा चुनावों के परिणाम को देखते हुए पार्टी सभी सांसदों के स्थान पर नए चेहरों को मौका देने की रणनीति अपनाएगी। पार्टी नेता अनिल जैन ने कहा कि बीजेपी छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर नए उम्मीदवार उतारेगी और सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी। वहीं, कांग्रेस ने 11 में से 5 आरक्षित सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है।

गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की 11 सीटों में से बीजेपी को 10 सीटों पर जीत मिली थी। एक सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। कांग्रेस की ओर से चुनाव जीतने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता ताम्रध्वज साहू थे। बता दें कि 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने भूपेश बघेल के नेतृत्व में दमदार वापसी की है और 15 साल से सत्ता पर काबिज बीजेपी को बाहर का रास्ता दिखाया।

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