लखनऊ
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का संक्रमण लखनऊ में काफी तेजी से फैल रहा है। लखनऊ में लापरवाही के आरोप में जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) पर गाज गिरी है। लखनऊ में ही कोरोना के मरीज को छह घंटे तक ऐम्बुलेंस में घुमाने का मामला सामने आया था और मरीज को किसी अस्पताल में बेड नहीं मिल रहा था। इन सब मामलों में सीएमओ नरेंद्र अग्रवाल की लापरवाही सामने आई थी। लंबे समय से लखनऊ के सीएमओ के पद पर जमे डॉ. नरेंद्र अग्रवाल को पद से हटा दिया गया है और राजेंद्र प्रसाद सिंह को लखनऊ का नया सीएमओ बनाया गया है।
लखनऊ में कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार और तेजी से बढ़ते प्रसार के बाद भी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल सक्रिय नहीं हो रहे थे। कोरोना काल में लापरवाही के कारण फजीहत कराने वाले सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल को सरकार को हटाना ही पड़ा। सूबे की राजधानी लखनऊ में कोरोना के सर्वाधिक एक्टिव केस हैं जबकि मई और जून में यहां पर स्थिति काफी बेहतर थी।
सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल की लगातार शिकायतें आ रही थीं। सीएमओ नरेंद्र अग्रवाल पर कोरोना काल मे गम्भीर लापरवाही के आरोप सामने आए हैं। एनबीटी ऑनलाइन लगातार लापरवाहियों पर से पर्दा उठाता रहा है। चाहे वह प्राइवेट हॉस्पिटल की मनमानी फीस के किस्से हों या 6 घंटों तक कोरोना मरीजों का ऐम्बुलेंस में पड़े रहना हो। एनबीटी ऑनलाइन ने हर लापरवाही का जम कर खुलासा किया लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग ने अब अपने लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई शुरू कर दी है।