आतंकियों की खौफनाक साजिश: बाबरी का बदला लेने की तैयारी, 32 कारों में बम लगाकर देश को दहलाने का प्लान

लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए धमाके की जांच में गुरुवार को बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आतंकी 6 दिसंबर, यानी बाबरी मस्जिद ढहाए जाने की बरसी के दिन दिल्ली समेत कई जगह धमाके करना चाहते थे।

इसके लिए उन्होंने 32 कारों का इंतजाम किया था। इनमें बम और विस्फोटक सामग्री भरकर धमाके किए जाने थे। इनमें ब्रेजा, स्विफ्ट डिजायर, इकोस्पोर्ट और आई20 जैसी गाड़ियां शामिल थीं। जांच एजेंसियों को अब तक 3 कारें बरामद हो चुकी हैं। चौथी चौथी स्विफ्ट डिजायर की तलाश है।

10 नवंबर जिस आई20 कार में धमाका हुआ था, वह इसी सीरियल रिवेंज अटैक का हिस्सा थी। ब्लास्ट से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 लोग घायल हैं, जिनमें से तीन की हालत नाजुक बताई जा रही है।

वहीं, एटीएस ने गुरुवार को कानपुर के कार्डियोलॉजी विशेषज्ञ डॉक्टर आरिफ को अरेस्ट किया है। वह लेडी टेरेरिस्ट का काम संभालता था। जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों ने सोपोर के मूमिनाबाद इलाके में जॉइंट ऑपरेशन में दो हाइब्रिड आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है।

CCTV फुटेज की 2 तस्वीरें…

CCTV फुटेज में रिक्शा के पीछे ब्लास्ट वाली i20 कार नजर आ रही है।
 
CCTV फुटेज में रिक्शा के पीछे ब्लास्ट वाली i20 कार नजर आ रही है।
 
धमाका इतना जोरदार था कि आसपास खड़ी गाड़ियां आग की चपेट में आ गई।
 
धमाका इतना जोरदार था कि आसपास खड़ी गाड़ियां आग की चपेट में आ गई।
 

वहीं, केंद्र सरकार ने दिल्ली कार ब्लास्ट को आतंकी हमला माना है। बुधवार को कैबिनेट मीटिंग में टेरर अटैक पर प्रस्ताव पारित किया गया।

ब्लास्ट से जुड़ी दूसरी गाड़ी की जांच जारी

लाल इको स्पोर्ट कार बुधवार शाम को फरीदाबाद के खंदावली गांव के पास खड़ी मिली थी।
 
लाल इको स्पोर्ट कार बुधवार शाम को फरीदाबाद के खंदावली गांव के पास खड़ी मिली थी।
 
पुलिस ने बुधवार रात हरियाणा के खंदावली गांव से एक शख्स को हिरासत में लिया। यहीं से इको स्पोर्ट्स कार बरामद हुई है।
 
पुलिस ने बुधवार रात हरियाणा के खंदावली गांव से एक शख्स को हिरासत में लिया। यहीं से इको स्पोर्ट्स कार बरामद हुई है।

पुलिस ने आशंका जताई थी कि दिल्ली धमाके में शामिल आतंकियों के पास एक नहीं, बल्कि दो कारें थीं। बुधवार को इसकी तलाश के लिए दिल्ली के साथ पड़ोसी राज्यों यूपी और हरियाणा में अलर्ट जारी किया गया था। इसके बाद हरियाणा के खंदावली गांव में लावारिस गाड़ी की खबर सामने आई।

इस गाड़ी की जांच के लिए NSG बॉम्ब स्क्वाड की टीम पहुंची है। गाड़ी अभी तक पूरी तरह से खोली नहीं गई है। सोर्स के अनुसार गाड़ी जहां मिली, वह उमर के ड्राइवर की बहन का घर था।

दिल्ली ब्लास्ट में 3 खुलासे…

  • पहला: जनवरी में लाल किले की रेकी की थी- दिल्ली को दहलाने की साजिश जनवरी से रची जा रही थी। गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल डंप डेटा से पता चला कि फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मुजम्मिल गनी और धमाके में कथित रूप से मारे गए डॉ. उमर नबी ने जनवरी में कई बार लाल किले की रेकी की थी। दोनों ने वहां की सुरक्षा-और भीड़ का पैटर्न समझा था। पुलिस को शक है कि आतंकियों की प्लानिंग 26 जनवरी पर लाल किले पर हमले की थी, जो तब नाकाम हो गई।
  • दूसरा: दिल्ली में 6 दिसंबर को हमले का प्लान था – नबी दिल्ली में 6 दिसंबर को हमला करना चाहता था, लेकिन मुजम्मिल की गिरफ्तारी से प्लान बिगड़ गया। यह बात 8 आरोपियों से पूछताछ में सामने आई हैं। इस अंतरराज्यीय मॉड्यूल का केंद्र फरीदाबाद में था। गिरफ्तार आतंकियों में 6 डॉक्टर हैं। श्रीनगर का रहने वाला एक अन्य संदिग्ध डॉ. निसार फरार है। वह डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ कश्मीर का अध्यक्ष भी है। अलफलाह में पढ़ा रहा था। जम्मू-कश्मीर सरकार ने डॉ. निसार को बर्खास्त कर दिया है।
  • तीसरा: खाद की बोरी बता विस्फोटक जुटा रहा था गनी– फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में काम कर रहा कश्मीरी डॉ. मुजम्मिल गनी खाद की बोरियां बताकर किराए के कमरे में विस्फोटक सामग्री जमा कर रहा था। 20 दिन पहले मुजम्मिल कमरे में कुछ बोरियां रखने आया था, तब पड़ोसियों ने उससे पूछा था कि इसमें क्या है? जवाब में मुजम्मिल ने कहा था कि ये खाद के कट्टे हैं। इन्हें कश्मीर ले जाना है। इस कमरे से 100 मीटर दूर एक मकान में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। पुलिस ने फुटेज जब्त कर लिए हैं।

दिल्ली में तलाशी अभियान जारी, गाड़ियों की तलाशी ली जा रही

कानपुर में लेडी टेररिस्ट का काम संभालता था डॉ. आरिफ

 

दिल्ली कार ब्लास्ट केस में एटीएस ने कानपुर के कार्डियोलॉजी विशेषज्ञ डॉक्टर आरिफ को अरेस्ट किया है। उसका कनेक्शन मारे गए आतंकी डॉक्टर उमर और उसकी सहयोगी लेडी टेररिस्ट डॉ. शाहीन से मिला है। आरिफ दोनों लोगों के संपर्क में था। जांच में यह भी सामने आया कि शाहीन और आरिफ के बीच हर रोज बात होती थी।

पुलवामा और शोपियां जिलों में छापेमारी जारी

लाल किले के पास हुए धमाके के बाद घाटी में सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ा अभियान शुरू किया है। गुरुवार को बारामूला, पुलवामा और शोपियां जिलों में कई ठिकानों पर छापेमारी की गई। पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई उपद्रवी और कानून तोड़ने वाले तत्वों पर शिकंजा कसने के लिए की गई है।

पुलिस के अनुसार, छह संदिग्धों को हिरासत में लेकर थाने लाया गया और कानूनी तौर पर बाउंड डाउन किया गया। इसके अलावा, 22 ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) के ठिकानों पर तलाशी ली गई, जिनमें से 20 को चेतावनी देकर छोड़ा गया और दो को हिरासत में लिया गया।

सोपोर में दो आतंकी गिरफ्तार, हथियार और गोला-बारूद बरामद

 

जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। सोपोर के मूमिनाबाद इलाके में संयुक्त अभियान के दौरान दो हाइब्रिड आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आतंकियों की पहचान शबीर नजार और शबीर मीर के रूप में हुई है।

कश्मीर जोन पुलिस के अनुसार, आतंकियों के पास से आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है। फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है और सुरक्षाबल यह पता लगाने में जुटे हैं कि दोनों की आतंकी नेटवर्क से कितनी गहरी संलिप्तता थी।

गृह मंत्री शाह के घर हाई लेवल मीटिंग जारी

दिल्ली बम धमाके को लेकर गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर उच्चस्तरीय बैठक चल रही है।सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में दिल्ली पुलिस, एनआईए और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं।

जम्मू रेलवे स्टेशन पर सर्च ऑपरेशन किया गया

जम्मू रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF), जीआरपी और डॉग स्क्वॉड की टीमों ने संयुक्त रूप से बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया। अधिकारियों ने बताया कि यह जांच यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई।

शाह बोले- आतंकियों को ऐसी सजा देंगे, फिर कोई दोबारा हिम्मत नहीं करेगा 

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि दिल्ली ब्लास्ट के दोषियों को ऐसी सख्त सजा दी जाएगी, जिससे दुनिया को संदेश मिले कि भारत में ऐसा करने की हिम्मत कोई दोबारा न करे।

गुजरात के मेहसाणा जिले के एक गांव में आयोजित कार्यक्रम में वीडियो लिंक से बोलते हुए शाह ने कहा- इस कायराना हमले में शामिल हर व्यक्ति को कानून के दायरे में लाकर कड़ी सजा दी जाएगी।

उन्होंने ब्लास्ट में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना भी जताई। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि आतंकवाद के दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलेगी, और यह संकल्प जरूर पूरा होगा।

कानपुर के बाद हापुड़ से डॉक्टर को उठाया, यह मुजम्मिल का क्लासमेट 

यूपी एटीएस एक्शन मोड में है। 24 घंटे के भीतर जम्मू-कश्मीर के रहने वाले दो डॉक्टरों को हिरासत में लिया है। आज दोपहर हापुड़ के मेडिकल कॉलेज से गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर फारुख को उसके हॉस्टल से उठाया। फारुख ने फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल शकील के साथ पढ़ाई की है। मुजम्मिल के पास ही विस्फोटक बरामद हुआ था।

आतंकी उमर दिल्ली ब्लास्ट से 17 घंटे पहले नूंह गया था

 

दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट से पहले उमर के 6 सीसीटीवी भी सामने आए हैं। इसमें उमर 17 घंटे पहले हरियाणा के नूंह में दिखा, शक है कि उसने यहीं से विस्फोटक कार में रखे।

पुलवामा पुलिस ने आज को भी तलाशी अभियान चलाया

पुलवामा पुलिस ने गुरुवार को आतंकी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए जिले के कई इलाकों में तलाशी अभियान (CASO) चलाया। पुलिस ने बताया कि यह अभियान देशविरोधी तत्वों और पाकिस्तान व पीओके से सक्रिय नेटवर्क को खत्म करने के लिए चलाया गया। कई ठिकानों पर छापेमारी हुई और संदिग्धों की पहचान की गई।

पुलिस का कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा ताकि आतंकी सपोर्ट सिस्टम और फंडिंग नेटवर्क को खत्म किया जा सके। बुधवार को अनंतनाग पुलिस ने भी जमात-ए-इस्लामी (JeI) से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी।

कांग्रेस ने सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की

कांग्रेस ने गुरुवार को दिल्ली धमाके के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि जब उसकी नीति आतंकवाद पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की है, तो 2,900 किलो विस्फोटक फरीदाबाद तक कैसे पहुंच गया।

आतंकी स्विट्जरलैंड के ‘थ्रीमा’ एप से बातचीत कर रहे थे

दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉ. उमर उन नबी, डॉ. मुझम्मिल गनई और डॉ. शहीन शाहिद ने स्विट्जरलैंड के ‘थ्रीमा’ नाम के एन्क्रिप्टेड ऐप से बातचीत की थी। इसी ऐप के जरिए वे धमाके की पूरी योजना, नक्शे और दस्तावेज साझा कर रहे थे।

थ्रीमा ऐप फोन नंबर या ईमेल के बिना काम करता है और हर यूजर को एक यूनिक आईडी देता है, जिससे उसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। पुलिस को शक है कि आरोपियों ने अपना निजी सर्वर तैयार कर रखा था, जिस पर वे सुरक्षित तरीके से संवाद करते थे।

भारतीय विश्वविद्यालय संघ ने अल फलाह यूनिवर्सिटी की सदस्यता रद्द की

भारतीय विश्वविद्यालय संघ (Association of Indian Universities) ने अल फलाह यूनिवर्सिटी को अपने संगठन से बाहर कर दिया है।

अल फलाह यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड की फॉरेंसिक जांच होगी

सरकार ने अल फलाह यूनिवर्सिटी के सभी रिकॉर्ड की फॉरेंसिक जांच (ऑडिट) कराने का फैसला किया है। दिल्ली ब्लास्ट के बाद यह यूनिवर्सिटी जांच के घेरे में है। सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने अन्य एजेंसियों को भी अल फलाह यूनिवर्सिटी के पैसों के लेन-देन (मनी ट्रेल) की जांच करने के निर्देश दिए हैं।

अल फलाह यूनिवर्सिटी से HR विभाग का कर्मचारी गिरफ्तार, पुलवामा का रहने वाला

दिल्ली पुलिस ने अल फलाह यूनिवर्सिटी के HR विभाग से जमील को गिरफ्तार किया है। जमील जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला है। उस पर आतंकियों का सहयोग करने का आरोप है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

दिल्ली पुलिस ने यात्रियों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की

दिल्ली पुलिस ने यात्रियों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। पुलिस ने कहा है कि रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन और एयरपोर्ट पर समय से पहले पहुंचें, ताकि जांच के दौरान देर न हो। यात्रियों को ट्रेन छूटने से 1 घंटे पहले, मेट्रो के लिए 20 मिनट पहले और अंतरराष्ट्रीय उड़ान के लिए 3 घंटे पहले पहुंचने की सलाह दी गई है।

हरियाणा पुलिस की टीम अल फलाह यूनिवर्सिटी से रवाना

हरियाणा पुलिस की टीम फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में जांच करने पहुंची थी। जांच पूरी होने के बाद पुलिसकर्मी वहां से लौट गए।

असम में दिल्ली धमाके का समर्थन करने पर 17 लोग गिरफ्तार

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि अब तक दिल्ली धमाके की तारीफ करने या समर्थन करने वाले 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा, “हम ऐसे लोगों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर किए गए 100 से ज्यादा पोस्ट की जांच चल रही है। जब तक इस पूरे नेटवर्क को खत्म नहीं कर देते, कार्रवाई जारी रहेगी।”

आतंकी उमर धमाके वाले दिन मेवात में दिखा था

आतंकी उमर नबी धमाके से पहले हरियाणा के मेवात गया था। वहां की फिरोजपुर झिरका टोल प्लाजा की CCTV फुटेज में उसकी कार दिखाई दी, जिसमें विस्फोटक सामग्री भरी हुई थी। यह फुटेज 10 नवंबर की सुबह, यानी धमाके वाले दिन की है। जांच में पता चला है कि विस्फोटक में इस्तेमाल की गई खाद (फर्टिलाइज़र) उमर ने मेवात से ही खरीदी थी, वह भी डॉ. मुझमिल की गिरफ्तारी से पहले।

आतंकी उमर की आखिरी 24 घंटे की मूवमेंट ट्रैक

पुलिस ने 50 से ज्यादा CCTV कैमरों की फुटेज के आधार पर डॉ. उमर नबी के आखिरी 24 घंटे की पूरी मूवमेंट ट्रैक की। जांच में पता चला है कि वह रविवार यानी 9 नवंबर की रात फरीदाबाद से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के रास्ते निकला और हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका में एक ढाबे पर रुका। वहीं उसने कार में ही रात गुजारी। अगली सुबह वह फिर एक्सप्रेसवे से होते हुए धीरे-धीरे दिल्ली की ओर आया। रास्ते में उसने दो बार रुककर चाय पी और फोन चेक किया। CCTV फुटेज में वह सुबह 8:13 बजे बादरपुर टोल पार करता दिखा। इसके बाद उसने ओखला, कनॉट प्लेस, अशोक विहार और सेंट्रल दिल्ली के इलाकों में चक्कर लगाए। दोपहर में अशोक विहार में एक ढाबे पर खाना खाया, फिर वह रामलीला मैदान के पास असफ अली रोड की एक मस्जिद गया, जहां उसने तीन घंटे तक कार पार्किंग में बिताए और नमाज पढ़ी। पुलिस को शक है कि इसी दौरान उसे अगले निर्देश मिले। 3:19 बजे उसकी सफेद Hyundai i20 कार को लाल किला पार्किंग में खड़ा देखा गया। कार करीब तीन घंटे तक वहीं रही। 6:22 बजे वह कार मेट्रो स्टेशन की तरफ बढ़ी और 6:52 बजे जबरदस्त धमाके के साथ फट गई। इस विस्फोट में 13 लोगों की मौत और 25 से ज्यादा लोग घायल हुए।

दिल्ली ब्लास्ट की जांच में ED की एंट्री, टेरर फंडिंग की जांच करेगी

दिल्ली लाल किला ब्लास्ट में NIA, NSG, IB और दिल्ली पुलिस के बाद 5वीं जांच एजेंसी ED की एंट्री हो गई है। प्रवर्तन निदेशालय इस बात की जांच करेगा कि डॉक्टरों ने विस्फोटक खरीदने के लिए 23 लाख रुपए कहां से जुटाए थे। ED अल-फलाह यूनिवर्सिटी के लेन-देन की जांच भी करेगी।जांच एजेंसी से जुड़े सूत्रों का दावा है कि आरोपी डॉ. मुजम्मिल, डॉ. आदिल, उमर और शाहीन ने मिलकर लगभग 20 लाख रुपए जुटाए, जो उमर को दिए थे। इन लोगों ने गुरुग्राम, नूंह और आसपास के इलाकों से IED तैयार करने के लिए 3 लाख रुपए का 20 क्विंटल से ज्यादा NPK फर्टिलाइजर खरीदा था। उमर और मुजम्मिल के बीच पैसों का विवाद भी था।

हापुड़ से असिस्टेंट प्रोफेसर गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने जीएस मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. फारूक अहमदार को देर रात गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, डॉ. फारूक पहले हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी में सीनियर रेजिडेंट रह चुके हैं। वे जम्मू-कश्मीर के बीरवाह जिले के बडगांव, वीरिपुरा के रहने वाले हैं।

डॉ. फारूक पिछले एक साल से हापुड़ के जीएस मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर काम कर रहे थे। गिरफ्तारी के बाद कॉलेज परिसर में स्थानीय पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। यह कॉलेज पिलखुआ इलाके में स्थित है।

अल फलाह यूनिवर्सिटी से डॉ. शाहीन की कार मिली

 

दिल्ली लाल किला ब्लास्ट से जुड़े केस में पुलिस को एक और कार मिल गई है। ब्रेजा कार डॉ. शाहीन खुद चलाती थी। यह कार फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी कैंपस में खड़ी थी।

कानपुर मेडिकल कॉलेज फार्माकोलॉजी विभाग में HoD थी शाहीन

 

दिल्ली लाल किला विस्फोट मामले की एक आरोपी डॉ. शाहीन सईद 1 सितंबर 2012 से 31 दिसंबर 2013 तक कानपुर मेडिकल कॉलेज में फार्माकोलॉजी विभाग में HoD रही। 2012 में डॉ. शाहीन ने कानपुर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के बाद अपना मेडिकल फॉर्म जमा किया। उसके बाद शाहीन 2013 तक कानपुर मेडिकल कॉलेज में लेक्चरर के रूप में काम किया। बाद में उसका तबादला कन्नौज मेडिकल कॉलेज कर दिया गया।

यूपी ATS ने कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. आरिफ को कानपुर से उठाया, दिल्ली ले गई

दिल्ली ब्लास्ट के बाद यूपी ATS एक्शन मोड में है। कानपुर के हृदय रोग संस्थान में कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. मोहम्मद आरिफ (32) को बुधवार को घर से उठा लिया। वह जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का रहने वाला है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरिफ लंबे समय से शाहीन और उसके भाई परवेज के संपर्क में था।

2 दिन बाद, 300 मीटर दूर लाजपत राय मार्केट में मिला कटा हुआ हाथ

 
खंडावली में कार खड़ी करने वाला अरेस्ट, आतंकी उमर का रिश्तेदार है

दिल्ली कार ब्लास्ट केस में फरीदाबाद पुलिस ने खंडावली में लाल इको स्पोर्ट कार पार्क करने वाले व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है। कार पार्क करने वाले व्यक्ति का नाम फहीम बताया जा रहा है, जो आरोपी डॉ. उमर उन नबी का रिश्तेदार भी है।

विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हुई

दिल्ली लाल किला ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। घायल व्यक्ति की एलएनजेपी अस्पताल में मौत हो गई। मृतक की पहचान बिलाल के रूप में हुई है। पोस्टमार्टम बाद में किया जाएगा।

डायरी में 6 दिसंबर का जिक्र, दावा- अयोध्या का बदला चाहते थे

जांचकर्ताओं ने एक खतरनाक खुलासा किया है कि जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े डॉक्टर टेरर मॉड्यूल के आतंकियों ने 6 दिसंबर को दिल्ली में 6 जगहों पर विस्फोट की प्लानिंग की थी।इन लोगों ने अगस्त में हमले करने की प्लानिंग की थी, लेकिन ऑपरेशन में देरी के बाद एक नई तारीख चुनी गई- 6 दिसंबर, जो बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी होती है। डॉक्टर आतंकी मॉड्यूल के सदस्यों ने पूछताछ के दौरान बताया है कि उन्होंने सिलसिलेवार विस्फोट करने की अलग-अलग 5 फेज में प्लानिंग की थी।

  • जैश-गजवत उल हिंद से जुड़ा आतंकी मॉड्यूल बनाना।
  • विस्फोटक बनाने कच्चा माल खरीदना।
  • IED बनाना और टारगेट की रेकी करना।
  • मॉड्यूल के सदस्यों तक विस्फोटक पहुंचाना।
  • 5 से 6 जगहों पर ब्लास्ट को अंजाम देना
व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल: जम्मू-कश्मीर में 13 जगह छापा

जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस विंग ने गुरुवार को व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल और दिल्ली लाल किला ब्लास्ट के सिलसिले में घाटी में कई जगहों पर छापेमारी की। काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (सीआईके) 13 जगहों पर छापेमारी कर रही है। लगभग 15 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। इनके पास से कई डिजिटल इक्विपमेंट्स और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है।

डायरी में मिले कोड वर्ड; 8 लोग, 4 लोकेशन पर धमाके की प्लानिंग भी

उमर और मुजम्मिल की डायरियों में कोड वर्ड लिखे थे, इन्हें डिकोड किया जा रहा है। एजेंसियां यह भी जांच कर रही हैं कि क्या धमाकों के लिए अलग-अलग गाड़ियां तैयार की जा रही थीं। जांच एजेंसियों ने गुरुवार को बताया कि लगभग 8 संदिग्ध चार लोकेशन विस्फोट करने की तैयारी कर रहे थे। 2-2 लोगों के ग्रुप को एक-एक बड़े शहर में विस्फोट का टारगेट दिया गया था।

उमर-मुजम्मिल की डायरी मिलीं, इनमें 8 और 12 नवंबर की तारीख

जांच एजेंसियों ने लाल किला ब्लास्ट से जुड़े आरोपी डॉ. उमर और डॉ. मुजम्मिल की डायरियां बरामद की हैं। इनमें 8 से 12 नवंबर की तारीखें दर्ज हैं। इससे पता चला है कि ऐसी घटना की योजना बनाई जा रही थी। डायरी में लगभग 25 लोगों के नाम भी थे, जिनमें से अधिकांश जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद के रहने वाले थे। ये डायरियां मंगलवार और बुधवार को डॉ. उमर के कमरा नंबर 4 और मुजम्मिल के कमरा नंबर 13 से बरामद की गईं। पुलिस ने मुजम्मिल के कमरे से एक डायरी बरामद की है।

जांच एजेंसियों का दावा- एक नहीं, 4 गाड़ियों में होना था ब्लास्ट

दिल्ली लाल किला ब्लास्ट में एक नई थ्योरी सामने आ रही है। जांच एजेंसियों का दावा है कि धमाकों के लिए अलग से गाड़ियां तैयार की जा रही थीं। न्यूज एजेंसी ANI ने खुफिया एजेंसियों के हवाले से कहा है कि i20 और इको स्पोर्ट कार के बाद संदिग्ध दो और पुरानी गाड़ियां तैयार करने की प्लानिंग कर रहे थे। इनमें विस्फोटक रखे जाते और टारगेट को और बड़ा किया जाता।

लाल किला मेट्रो स्टेशन अगली सूचना तक बंद

दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने गुरुवार को सुरक्षा कारणों से लाल किला मेट्रो स्टेशन को अगली सूचना तक बंद करने की घोषणा की है।डीएमआरसी के अनुसार लाल किला स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया गया है, और सुरक्षा एजेंसियों से मंजूरी मिलने तक सेवाएं बंद रहेंगी।

बयान में कहा गया है कि सुरक्षा कारणों से लाल किला मेट्रो स्टेशन अगली सूचना तक बंद रहेगा। अन्य सभी मेट्रो स्टेशन और लाइनें निर्धारित समय के अनुसार चल रही हैं।

विस्फोटक खरीदने मुजम्मिल, आदिल, उमर और शाहीन ने जुटाए थे 20 लाख

दिल्ली लाल किला ब्लास्ट से जुड़ा एक और अपडेट मिला है। जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि विस्फोट के आरोपी डॉ. मुजम्मिल, डॉ. आदिल, उमर और शाहीन ने मिलकर लगभग 20 लाख रुपए जुटाए, जो उमर को दिए थे। बाद में उन्होंने गुरुग्राम, नूंह और आसपास के इलाकों से IED तैयार करने के लिए 3 लाख रुपए का 20 क्विंटल से ज्यादा NPK फर्टिलाइजर खरीदा था। उमर और डॉ. मुजम्मिल के बीच पैसों का विवाद भी था। उमर ने सिग्नल ऐप पर 2-4 सदस्यों वाला एक ग्रुप बनाया था।

 
08:10 AM13 नवम्बर 2025
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कार ब्लास्ट से पहले तुर्कमान मस्जिद गया था उमर

 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उमर का एक नया फुटेज मिला है, जिसमें वह पुरानी दिल्ली की फैज इलाजी तुर्कमान मस्जिद में नजर आया है। यह दावा किया जा रहा है कि उमर करीब 10 मिनट तक मस्जिद में ही था। इसके बाद वह कार को ब्लास्ट के लिए लेकर निकल गया था।

फुटेज में उमर बिना मास्क के दिखाई दे रहा है, इससे पुलिस को चेहरे की मदद से उसकी पहचान करने में मदद मिली। फुटेज में उमर को काली पैंट और काला स्वेटर पहने हुए देखा जा सकता है, जो सोमवार दोपहर करीब 2:34 बजे मस्जिद और उसके परिसर में नंगे पैर घूमते हुए दिखाई दे रहा है।

इस बात की जांच की जा रही है कि उमर मस्जिद में क्यों गया। क्या उसकी वहां किसी से मुलाकात हुई थी। फुटेज का एनालिसिस करने वाले जांचकर्ताओं का मानना ​​है कि उमर चिंतित लग रहा था और चलते समय बार-बार पीछे मुड़ रहा था।

दो साल से विस्फोटक जमा कर रही थी शाहीन 

दिल्ली धमाका करने वाले आतंकियों का ग्रुप फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से संचालित हो रहा था। सूत्रों के मुताबिक धमाकों की साजिश जनवरी से की जा रही थी। फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. शाहीन शाहिद ने बताया कि वह पिछले दो साल से विस्फोटक जमा कर रही थी। शाहीन और उसके साथियों को मिलाकर एक व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल बनाया गया था। यानी इसमें पेशेवर लोगों को शामिल किया गया था। इसमें शामिल आतंकी जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद नाम के संगठनों से जुड़े थे।

11 साल में 5 बार बिक चुकी दिल्ली में ब्लास्ट हुई कार

  1. पहली बार: आई-20 कार (HR26CE7476) 18 मार्च 2014 को नदीम ने गुरुग्राम के शोरूम से खरीदी।
  2. दूसरी बार: नदीम ने कार 2017 में गुरुग्राम के शांति नगर के सलमान को बेच दी। सलमान ने कार अपने नाम रजिस्टर्ड करा ली।
  3. तीसरी बार: मार्च 2024 में सलमान ने एक्सचेंज ऑफर के तहत पुरानी कार की खरीद-फरोख्त करने वाली एजेंसी के जरिए कार दिल्ली के ओखला निवासी देवेंद्र को बेच दी, लेकिन उसके नाम नहीं हो पाई।
  4. चौथी बार: देवेंद्र ने एक्सचेंज ऑफर में कार फरीदाबाद के सेक्टर-37 स्थित रॉयल कार जोन के मालिक अमित पटेल को बेच दी।
  5. पांचवी बार: अमित पटेल ने बताया कि इस कार का विज्ञापन ओएलक्स पर देखकर 29 अक्टूबर 2025 को आमिर रशीद व एक अन्य व्यक्ति पहुंचा। उन्होंने कार को देखते ही खरीदने का निर्णय ले लिया। इन्हें यहां के स्टाफ में तैनात सोनू ने हैंडल किया। सोनू ने इसके लिए 10 हजार रुपए कमीशन लिया था। कार के लिए आमिर द्वारा दिए गए अपने आधार कार्ड और पैन कार्ड पर पता जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का दर्ज था। 1.70 लाख रुपए लेकर शाम 4:15 बजे कार हैंडओवर कर दी। अलफलाह मेडिकल कॉलेज में कार्यरत डॉ. उमर नबी ने ही पैसे देकर कार खरीदवाई। आमिर ने कार उमर को दे दी। कार के इंश्योरेंस की डेट अभी बची थी। पॉल्यूशन सर्टिफिकेट एक्सपायर हो गया था। इस वजह से उन्होंने नजदीक के पेट्रोल पंप में पॉल्यूशन सर्टिफिकेट बनवाया। इसके बाद कार लेकर चले गए। कार की आरसी अपने नाम ट्रांसफर कराने के लिए 20-25 दिन का समय दिया था, लेकिन इससे पहले ही ब्लास्ट कर दिया गया। यह कार अब तक सलमान के ही नाम रजिस्टर्ड है। सूत्रों के अनुसार आमिर अलफलाह यूनिवर्सिटी में प्लंबर का काम करता था।

दिल्ली कार ब्लास्ट का सबसे नजदीकी CCTV फुटेज

देशभर में रेलवे स्टेशन, मॉल में धमाकों की साजिश थी

दिल्ली ब्लास्ट को अंजाम देने वाले आतंकियों ने देशभर में 200 बम (IEDs) से 26/11 जैसे हमले करने की साजिश रची थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली के लाल किला, इंडिया गेट, कॉन्स्टिट्यूशन क्लब और गौरी शंकर मंदिर जैसी जगह धमाके किए जाने थे।

आतंकियों के टारगेट पर गुरुग्राम और फरीदाबाद के साथ देशभर के रेलवे स्टेशनों और बड़े मॉल्स भी थे। जांच एजेंसियों का कहना है कि वे धार्मिक स्थलों पर हमला कर देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने कश्मीर के पुलवामा, शोपियां और अनंतनाग के डॉक्टरों को चुना, ताकि वे बिना रोकटोक कहीं भी जा सकें।

कार धमाका सुसाइड कार बॉम्बिंग जैसा हमला नहीं था

सूत्रों के अनुसार, कार ने किसी टारगेट को टक्कर नहीं मारी, न किसी बिल्डिंग में घुसी, यानी यह सुसाइड कार बॉम्बिंग जैसा हमला नहीं था। उमर विस्फोट में मारा जा चुका है। पुलिस ने उसकी मां का DNA सैंपल लिया है, ताकि धमाके के अवशेष में मिले शव के टुकड़ों की पहचान हो सके।

लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास सोमवार शाम करीब 6.52 बजे सफेद i20 कार में ब्लास्ट हुआ था। इसमें 12 लोगों की मौत हुई। सूत्रों का कहना है कि कार में विस्फोट सामाग्री वही थी, जो फरीदाबाद से 10 नवंबर को धमाके से पहले जब्त की गई थी।

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तीन राज्यों में 507 जगह पुलिस-एटीएस के छापे 

दिल्ली ब्लास्ट केस से जुड़े लोगों को पकड़ने के लिए बुधवार को जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और यूपी में 507 जगह पुलिस और एटीएस ने छापे मारे। जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी से जुड़े 10 जिलों के करीब 500 ठिकानों पर छापे पड़े। छापों का मकसद ऐसे दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस और अन्य सबूत जुटाना था, जो आतंक से जुड़े हों। घाटी में 4 दिन में 500 संदिग्धों से पूछताछ की जा चुकी है। हरियाणा में डॉ. मुजम्मिल से जुड़े करीब 7 ठिकाने खंगाले गए। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर में पदस्थ डॉ. तजामुल को पूछताछ के लिए बुधवार को हिरासत में लिया। वहीं, हरियाणा के मेवात से मौलवी इश्तियाक को गिरफ्तार किया गया है। आतंकियों के टारगेट पर गुरुग्राम और फरीदाबाद के साथ देशभर के रेलवे स्टेशनों और बड़े मॉल्स भी थे। जांच एजेंसियों का कहना है कि वे धार्मिक स्थलों पर हमला कर देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने कश्मीर के पुलवामा, शोपियां और अनंतनाग के डॉक्टरों को चुना, ताकि वे बिना रोकटोक कहीं भी जा सकें।

तुर्किए सरकार ने कहा- भारत में हुए आतंकी हमले से हमारा संबंध नहीं 

तुर्किये सरकार ने भारत के कुछ मीडिया रिपोर्ट्स को झूठी और भ्रामक मुहिम बताते हुए खारिज कर दिया है। इन रिपोर्ट्स में कहा गया था कि तुर्किये का भारत में हो रही आतंकी गतिविधियों से संबंध है।

तुर्किये के डायरेक्टरेट ऑफ कम्युनिकेशंस के सेंटर फॉर काउंटरिंग डिसइंफॉर्मेशन ने X पर कहा- भारत के कुछ मीडिया आउटलेट्स में जानबूझकर ऐसी खबरें चलाई जा रही हैं कि तुर्किये आतंकवादियों को लॉजिस्टिक, आर्थिक या कूटनीतिक मदद देता है। ये सब एक दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा हैं, जिसका मकसद भारत-तुर्किये संबंधों को नुकसान पहुंचाना है।

बयान में कहा गया कि तुर्किये हर तरह के आतंकवाद का विरोध करता है और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के जरिए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई रोल निभा रहा है। तुर्किये ने साफ कहा कि भारत या किसी अन्य देश में कट्टरपंथी गतिविधियों में उसकी कोई भूमिका नहीं है।

चिदंबरम बोले- सरकार होम-ग्रोउन टेररिस्ट से बाकिफ 

कांग्रेस नेता चिदंबरम ने कहा- मैंने पहले भी कहा था और पहलगाम आतंकी हमले के बाद भी दोहराया था कि आतंकवादियों के दो प्रकार हैं- एक विदेशी प्रशिक्षण प्राप्त कर भारत में घुसपैठ करने वाले और दूसरे घरेलू आतंकवादी। मैंने ये बात संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान भी कहा थी, लेकिन तब मेरा मजाक उड़ाया गया और ट्रोल किया गया। उन्होंने कहा कि मुझे कहना होगा कि सरकार ने तब भी और अब भी इस पर चुप्पी साधी रखी, क्योंकि सरकार जानती है कि होम-ग्रोउन टेररिस्ट भी हैं।

हरियाणा: खंदावली गांव से शख्स हिरासत में, यहीं से इकोस्पोर्ट्स कार मिली

हरियाणा के खंदावली गांव बाहर पुलिस को संदिग्ध लाल रंग की इकोस्पोर्ट्स कार लावारिश मिली। इसके बाद FSL और NSG की टीम मौके पर पहुंची, सबूत जुटाए गए। करीब 3 घंटे बाद खंदावली गांव से एक शख्स को हिरासत में लिया गया है।

जनवरी में कई बार लाल किले की रेकी की गई, दो डॉक्टर तुर्की भी गए थे

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आतंकी मॉड्यूल मामले में गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल गनई के मोबाइल फोन से प्राप्त डंप डेटा से पता चला है कि उन्होंने इस साल जनवरी में लाल किले क्षेत्र की कई बार रेकी की थी।

ये रेकी गणतंत्र दिवस पर ऐतिहासिक स्मारक को निशाना बनाने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थे, लेकिन उस समय क्षेत्र में कड़ी गश्त के कारण इसे नाकाम कर दिया गया। जांच में पाया गया है कि दो मुख्य संदिग्ध, डॉ. उमर और मुजम्मिल तुर्की भी गए थे। सूत्रों ने कहा कि जांचकर्ताओं को उनके पासपोर्ट में तुर्की के टिकट मिले हैं।

ब्लास्ट से पहले करीब 3 घंटे मस्जिद में रुका डॉ. उमर नबी

न्यूज एजेंसी पीटीआई को एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अल-फलाह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर डॉ. उमर नबी ने दोपहर करीब 3.19 बजे सुनहरी मस्जिद की पार्किंग में गाड़ी खड़ी की थी। इससे पहले, नबी राम लीला मैदान के पास आसफ अली रोड स्थित एक मस्जिद गए थे, जहां उसने करीब तीन घंटे तक रुककर नमाज अदा की थी।

एक अन्य अधिकारी ने कहा- उमर फरीदाबाद मॉड्यूल में गिरफ्तार लोगों के बारे में लगातार अपडेट ले रहा था। हम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या वह सिग्नल फोन का इस्तेमाल करके अपने आकाओं से बात कर रहा था।

हाफिज मोहम्मद इश्तियाक का भाई बोला- वो ऐसा कभी नहीं कर सकता

हरियाणा के नूंह से हिरासत में लिया गया हाफिज मोहम्मद इश्तियाक के भाई ने कहा कि मेरा भाई कभी ऐसा नहीं कर सकता है। वो किसी भी टेररिस्ट एक्टिविटी में शामिल नहीं हो सकता है।

जम्मू-कश्मीर से एक और डॉक्टर हिरासत में

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दिल्ली कार ब्लास्ट मामले में एक और डॉक्टर को हिरासत में लिया है। डॉक्टर की पहचान डॉ. जहूर अहमद नाइकू के रूप में हुई है।

पुलिस को अल फलाह यूनिवर्सिटी के एक और डॉक्टर की तलाश

दिल्ली पुलिस को एक अन्य डॉ. निसार उल हसन की भी तलाश है। निसार दिल्ली ब्लास्ट के बाद से फरार है। निसार फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था। उसे कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के कारण अस्पताल से बर्खास्त कर दिया गया था। निसार पर 2023 में आरोप तय किए गए थे।

आरोपी डॉक्टर आदिल ने 17 अक्टूबर को विवादित पोस्टर लगाए थे

 

उम्मीद करता हूं आप सब लोग खैरियत से होंगे जो कुछ हमने अब तक आप तक पहुंचाया है, आप उस पर अमल करोगे. हम कुछ समय से देख रहे हैं कि आप लोग अब भी गुनाहों में लिप्त हो, इसलिए हम बस इतना कहना चाहते हैं कि जो काम आप शरीयत के खिलाफ कर रहे हो, उससे अब बाज आ जाओ, वरना शरीयत के मुताबिक हमारा एक्शन तय होगा।

कुछ लोग इन कामों में उन्हीं लोगों का साथ देते हैं, हम उनसे भी कहना चाहते हैं बाज आ जाओ, यह आख़िरी बार है, अब आप माफी के हकदार नहीं रहेंगे और इंशा अल्लाह जब वक्त आएगा, तो वे अपनी जान देने के लिए तैयार हो जाएंगे।

कुछ लोग अपनी दुकानों पर इन भारतीय दरिंदों को पनाह देते हैं, जिससे हमारे कामों में रुकावट आती है, इसलिए हम उन लोगों से भी खुलकर यह कहना चाहते हैं बाज आ जाओ, वरना उनके लिए भी सख्त एक्शन होगा।

खास तौर पर श्रीनगर के नौम बनपोरा इलाके में ऐसे लोग ज़्यादा हैं, जो इन भारतीय दरिंदों को अपनी दुकानों पर बिठाते हैं,उम्मीद करता हूं आप लोग समझ जाओगे।

घटनास्थल से 40 सैंपल कलेक्ट, एक में अमोनियम नाइट्रेट की संभावना

घटना वाली जगह से करीब 40 सैंपल कलेक्ट किए गए हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि एक सैंपल में अमोनियम नाइट्रेट होने की संभावना है। ब्लास्ट से पहले टेरर मॉड्यूल के खिलाफ कार्रवाई में जो 2900 किग्रा विस्फोटक मिला था। उसमें अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर शामिल था।

आरोपी डॉक्टर ने 26 जनवरी को लाल किले में हमले का प्लान बनाया था

आरोपी डॉक्टर मुजम्मिल के मोबाइल डेटा से पता चला है कि, मुजम्मिल ने इस साल जनवरी में लाल किला इलाके की रेकी की थी। न्यूज एजेंसी PTI ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया कि ये रेकी 26 जनवरी को लाल किले को निशाना बनाने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी। लेकिन उस समय इलाके में छानबीन के दौरान उनकी प्लानिंग फेल हो गई थी।

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पोस्टमार्टम रिपोर्ट: कान के पर्दे, फेफड़े और आंतें फटीं

  • शवों की हड्डियां टूटीं, सिर पर चोट के निशान मिले।
  • मृतकों के कान के पर्दे, फेफड़े और आंतें फट गईं थीं।
  • धमाके के झटके से लोग दीवार या जमीन से टकराए।
  • गहरी चोट और ज्यादा खून बहने से मौत हुईं।
जैश सरगना मसूद अजहर की बहन के संपर्क में थी डॉ. शाहीन

जैश के वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल की सबसे अहम कड़ी डॉ. शाहीन सईद को माना जा रहा है। वह जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर की बहन सादिया अज​हर के सीधे संपर्क में थी और आतंकी संगठन की महिला विंग जमात उल मोमिनात से जुड़ी थी।

इस विंग को सादिया ने ऑपरेशन सिंदूर में अपने पति की मौत का बदला लेने के लिए अक्टूबर 2025 में बनाया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस डॉ. शाहीन को फरीदाबाद की अलफलाह यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार करके श्रीनगर ले गई। वहीं उसकी कानूनन गिरफ्तारी हुई।

शाहीन ने इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज से MBBS (1996-2001 बैच) और फार्मकोलॉजी में एमडी किया है। वह 2006 से 2013 तक सात साल कानपुर मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर रही। उसका चयन UPPSC के जरिए हुआ था।

इसके बाद अचानक गायब हो गई। कॉलेज के नोटिसों का जवाब नहीं देने के चलते 2021 में उसे बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद वह अलफलाह यूनिवर्सिटी में काम करने लगी और इसी दौरान डॉ. मुजम्मिल के संपर्क में आई थी।

ब्लास्ट वाली जगह से जांच टीम ने 42 सबूत इकट्ठा किए

मंगलवार शाम तक ब्लास्ट वाली जगह से फोरेंसिक टीम ने 42 सबूत जुटाए गए हैं। इनमें उस i20 कार (जिसमें ब्लास्ट हुआ) उसके पार्ट्स, टायर, चेसिस, सीएनजी सिलेंडर, बोनट के पार्ट्स समेत दूसरे हिस्से शामिल हैं। बुधवार से इन सबूतों की जांच शुरू होगी।

दिल्ली ब्लास्ट के मृतकों के परिवारों को ₹10 लाख की मदद

दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने मंगलवार शाम को दिल्ली ब्लास्ट के प्रभावितों को आर्थिक मदद का ऐलान किया था। जिन लोगों की इस ब्लास्ट में मौत हुई है, उनके परिवारों को ₹10 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। जो लोग पूरी तरह से दिव्यांग हुए हैं, उन्हें ₹5 लाख की मदद होगी। वहीं, गंभीर घायलों को ₹2 लाख की मदद दी जाएगी। जो भी घायल हुए हैं, दिल्ली सरकार उनका पूरा इलाज कराएगी।

दिल्ली ब्लास्ट की जांच 3 एंगल पर कर रही पुलिस

पहला: जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि संदिग्ध डॉ. उमर, दोपहर 3:19 बजे से शाम 6:22 बजे के बीच क्या कर रहा था, खासकर क्या वह गाड़ी के पास रुका था, किसी से मिला था, या हुंडई i20 के संबंध में इलाके की टोह ली थी। क्या विस्फोट से पहले वह व्यस्त समय में आस-पास की सड़कों पर भीड़ जमा होने का इंतजार कर रहा था।

दूसरा: फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों के इर्द-गिर्द घूमता है, जिनके नाम जांच के दौरान सामने आए हैं। पुलिस इस संदिग्ध नेटवर्क से जुड़े सक्रिय और निष्क्रिय सदस्यों की संख्या की जांच कर रही है, जिसके स्लीपर सेल से जुड़े होने का अनुमान है। यह भी पता लगाने की कोशिश जारी है कि क्या उमर, मुजम्मिल या आदिल ने दिल्ली में रेकी की थी या इसके लिए किसी और पर निर्भर थे।

तीसरा: विस्फोट की प्रकृति से जुड़ा है। दिल्ली में हुए पिछले विस्फोटों के उलट पुलिस को लाल किले के पास हादसे वाली जगह से कील, ब्लेड, छर्रे जैसा कोई टुकड़ा नहीं मिला है। पुलिस इस बात से हैरान है कि विस्फोट से इतना बड़ा नुकसान कैसे हुआ, आस-पास के वाहन चकनाचूर हो गए, जबकि इतने बड़े ब्लास्ट के बाद कोई गड्ढा या निशान नहीं बचा।

आतंकी उमर की तस्वीर, कार में यही बैठा था
 

यह दिल्ली धमाके का मुख्य आरोपी आतंकी उमर है। ब्लास्ट वाली कार यही चला रहा था। ये कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला बताया जा रहा है। इसने पुलवामा के रहने वाले तारिक से i20 कार ली थी।

दिल्ली पुलिस ने UAPA के तहत केस दर्ज किया 

लाल किला मेट्रो ब्लास्ट मामले में दिल्ली पुलिस ने UAPA (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून) की धारा 16 और 18, विस्फोटक अधिनियम और BNS की धाराओं के तहत कोतवाली थाने में केस दर्ज किया है।

 

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