700 गुर्गे देश में सक्रिय
नई दिल्ली (ईएमएस)। पाकिस्तानी और खालिस्तानी आतंकवादियों के साथ मिलकर भारत के खिलाफ साजिशें रचने का काम हो रहा है। इससे देश के दुश्मनों की एक नई फौज तैयार हो रही है। इनमें कनाडा से आतंक को बरपाने वाले आतंकियों की लिस्ट में खूंखार गैंगस्टर अर्श डल्ला का नाम शीर्ष पर है। आतंकियों की ये फौज सात समंदर पार कनाडा में बैठकर हिंदुस्तान में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रही है। इनकी वजह से अंडरवर्ल्ड के बाद अब एक नए तरह का संगठित अपराध तेजी से अपने पैर पसार रहा है। हालांकि, देश की सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस इन पर लगाम लगाने की पूरी कोशिश कर रही हैं। इनके खिलाफ समय-समय पर कार्रवाई भी करती हैं। ताजा मामला, कनाडा में बैठे खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला से जुड़ा है। उसके दो खतरनाक शार्प शूटर्स को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है। खालिस्तानी आतंकवादियों की गैंग में शामिल हो चुका गैंगस्टर अर्श डल्ला राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए, दिल्ली पुलिस और पंजाब पुलिस की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल है।
बताया जा रहा है कि उसके 700 से ज्यादा शूटर्स हिंदुस्तान में सक्रिय हैं। जो उसके एक इशारे पर किसी की भी जान ले सकते हैं। उसका गैंग एक्सटॉर्शन, टेरर फंडिंग, फाइनेंसिंग, टारगेट किलिंग, ड्रग्स स्मगलिंग के साथ पंजाब में नफरत और दहशत फैलाने का काम करता है। इसी बीच दिल्ली पुलिस को सूचना मिली कि उसके दो शार्प शूटर्स एक पंजाबी सिंगर एली मंगत पर हमले की साजिश रच रहे हैं। इसके लिए वह दिल्ली आने वाले हैं। इससे पहले ही पुलिस ने जाल बिछाया और उन्हें मयूर विहार के पास घेर लिया। दरअसल पंजाब की नई पीढ़ी नशे के जाल में इस कदर जकड़ गई कि जरायम की दुनिया में उनके कदम बढ़ गए। धीरे-धीरे इने कई गैंग बन गए। इनका मुख्य काम रंगदारी वसूलना, हथियारों और ड्रग्स की तस्करी करना बन गया। जब पुलिस का दबाव बना तो इन गैंग के सरगना देश के दुश्मनों के सहयोग से कनाडा और अमेरिका में पहुंच गए।
इस समय लॉरेंस बिश्नोई से लेकर बब्बर खालसा तक कई गैंग और आतंकी संगठन विदेशों में बैठकर आतंक को संचालित कर रहे हैं। इनके टारगेट पर ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के नाबालिग बच्चे होते हैं। इनसे ऐप और सोशल मीडिया के जरिए संपर्क किया जाता है। उनको पैसों का लालच देकर बड़ी वारदातों को अंजाम दिलवाया जाता है। कुछ इसी तरह पंजाब के तरनतारन जिले का रहने वाला लखबीर सिंह एक गैंग के संपर्क में आया था। जो बड़ा आतंकी बन गया। इधर कनाडा में रहते हुए भारत में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वाले गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ केंद्र सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए आतंकवादी घोषित किया है। गोल्डी को लॉरेंस बिश्नोई का राइट हैंड भी माना जाता है। उसके इशारे पर ही बिश्नोई गैंग के गुर्गों ने सिंगर की हत्या की थी।