अगर आपने कभी ध्यान दिया होगा तो देखा होगा कि महिलाओं के कपड़ों में और पुरुषों के कपड़ों में भिन्नता पाई जाती है। आपने देखा होगा कि पुरुषों के कपड़ों में सीधे हाथ की ओर बटन लगे होते हैं और वहीं महिलाओं के कपड़ों में बटन दायीं तरफ होते हैं। हालांकि इसका कोई प्रासंगिक कारण नहीं है लेकिन ऐसा क्या सोच कर किया गया था यह हम आपको बताते हैं। कई लोगों को इसके पीछे की खास वजह नहीं मालूम होती है। इसके लिए लोगों ने अपने आपसे कई कहानियां गढ़ लीं और तर्क लगा लिए।
लेकिन बताया जाता है कि इस सिद्धांत के अनुसार, 19 वीं शताब्दी में उच्च वर्ग की महिलाओं को कई सारे वस्त्र पहनने पड़ते थे। ऐसे में उनकी नौकरानियों को उन्हें लेफ्ट साइट बटन वाले कपड़े पहनाने में आसानी रहती थी। पुराने ज़माने में महिलाएं घोड़े चलाती थीं और ऐसे में वो लेफ्टसाइट बटन वाली शर्ट पहनती थीं ताकि हवा के कारण उनकी शर्ट खुले नहीं और अंदर का कुछ दिखाई न दें।
पुरूषों को अपने बाएं हाथ से शर्ट को खोलने और उतारने में आसानी होती है इसकी वजह से उनकी शर्ट के बटन राइट बनाने शुरू हो गए थे। महिलाएं बाएं ओर अपने बच्चों को आसानी से गोद ले लेती हैं और दाएं हाथ को खुला रखती है जिससे वो आसानी से ड्रेस को उतार सकती हैं। साथ ही उन्हें ब्रेस्टफीडिंग भी करवा सकती हैं।
कुछ इतिहासकारों का कहना है कि सबसे पहले नेपोलियन बोनापार्ट ने महिलाओं के कपड़ों में बटन बाईं ओर लगाने का आदेश दिया था। इस लिए तर्क दिया जाता है कि नेपोलियन हमेशा शर्ट में अपना एक हाथ डालकर रखते थे और महिलाओं ने उनका मजाक बनाने के लिए उनकी कॉपी की। वहीं जब नेपोलियन को इसकी खबर लगी तो उन्होंने महिलाओं को इससे रोकने के लिए उनके शर्ट में बाईं तरफ बटन लागने के आदेश दिए।