![](https://dainikbhaskarup.com/wp-content/uploads/2024/05/North-Korea-2024-05-f2602c413f04aa79bec7711bc5db7e03-3x2-1.jpg)
टोक्यों । लंबे समय से नार्थ कोरिया और अमेरिका के बीच टसन चली आ रही है। दोनों ही देश एक दूसरे पर पैनी नजर रखते हैं। उनकी गतिविधियों के अनुसार अपनी तैयारी करते हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि अब नार्थ कोरिया के तानाशाह ने अपनी नई योजना के तहत अमेरिका पर पैनी नजर रखने की बड़ी योजना बना रखी है। किम जोंग उन ने एक बार फिर से अमेरिका के दिल की धड़कनें बढ़ा दी हैं। कोरिया फिर अपना स्पाई सैटेलाइट यानी जासूसी सैटेलाइट भेजने वाला है। उसने जापान को इसकी सूचना दे दी है। नॉर्थ कोरिया ने जापान से कहा है कि वह अगले सप्ताह की शुरुआत में सैटेलाइट लॉन्च करने की योजना बना रहा है। यह नॉर्थ कोरिया का दूसरा स्पाई सैटेलाइट होगा। इसे 3 जून तक अंतरिक्ष की कक्षा में भेजा जाएगा। साउथ कोरिया, जापान और चीन के नेता सोमवार को अपनी पहली त्रिपक्षीय बैठक के लिए सियोल में एकत्र थे, तभी तानाशाह के इस कदम के बारे में यह जानकारी सामने आई। जापान के कोस्ट गार्ड ने कहा, ‘उसे नॉर्थ कोरिया ने सैटेलाइट रॉकेट को लॉन्च करने की सूचना दी है। उसने सैटेलाइट लॉन्च को लेकर एक सुरक्षा चेतावनी दी है।
सैटेलाइट लॉन्च की प्रक्रिया कोरियाई प्रायद्वीप और चीन के बीच और फिलीपीन द्वीप लुजोन के पूर्व जलक्षेत्र में सोमवार से शुरू होकर 3 जून की आधी रात तक चलेगी। अब सवाल उठता है कि आखिर नॉर्थ कोरिया ने अपने सैटेलाइट लॉन्च की सूचना जापान को क्यों दी है? दरअसल, नॉर्थ कोरिया ने जापान को लॉन्च की जानकारी इसलिए दी है, क्योंकि जापान का ही कोस्ट गार्ड पूर्वी एशिया में समुद्री सुरक्षा जानकारी को कॉर्डिनेट और डिस्ट्रीब्यूट करता है। नॉर्थ कोरिया अपना दूसरा स्पाई सैटेलाइट लॉन्च करने वाला है। इससे पहले पिछले साल नवंबर 2023 में नॉर्थ कोरिया ने अंतरिक्ष में अपना पहला जासूसी सैटेलाइट तैनात किया था. इससे पहले उसे दो बार असफलता हाथ लगी थी। मगर तीसरी बार में उसने अंतरिक्ष में फतह हासिल कर ली। अंतरिक्ष से अपने दुश्मनों पर नजर रखने के लिए नॉर्थ कोरिया लगातार जासूसी सैटेलाइट तैनात कर रहा है।
हालांकि, जापान चाह रहा है कि नॉर्थ कोरिया यह लॉन्चिंग न करे। जापानी कोस्ट गार्ड ने आगे कहा, ‘जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने अधिकारियों को अमेरिका, दक्षिण कोरिया और अन्य देशों के साथ सहयोग के साथ नॉर्थ कोरिया से सैटेलाइट लॉन्च न करने का दृढ़ता से अनुरोध करने को कहा है। इतना ही नहीं, किसी भी इमरजेंसी के हालातों के लिए उपाय करने और तैयार रहने का निर्देश दिया। वहीं, साउथ कोकरिया की सेना ने शुक्रवार को कहा कि उसे संकेत मिले हैं कि उत्तर कोरिया ऐसी गतिविधियों में शामिल है, जिसके बारे में माना जा रहा है कि वह उत्तर-पश्चिम में अपनी मुख्य टोंगचांगरी लॉन्च फैसिलिटी से से एक जासूसी सैटेलाइट लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है।नॉर्थ कोरिया ने अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य खतरों से निपटने के लिए और अंतरिक्ष-आधारित निगरानी नेटवर्क बनाने के अपने प्रयासों के तहत अपना पहला जासूसी सैटेलाइट अंतरिक्ष की कक्षा में भेजा था। नॉर्थ कोरिया स्पाई सैटेलाइट से अमेरिका और साउथ कोरिया की हर गतिविधि पर नजर रखना चाहता है। उसका कहना है कि अमेरिका और साउथ कोरिया की गतिविधियों पर बेहतर निगरानी रखने के लिए उसने यह कदम उठाया है। इतना ही नहीं, अपनी परमाणु-सक्षम मिसाइलों की सटीक-हमला क्षमता बढ़ाने के लिए जासूसी सैटेलाइट की जरूरत है।