उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक लाश उठ कर बैठ गई और पानी मांगने लगी. यह पूरा घटनाक्रम किसी फिल्मी कहानी से कम रोमांचक नहीं था. दरअसल लखनऊ में अमीनाबाद के कल्लन की लाट के रहने वाले संजय की तबीयत खराब होने के कारण उन्हें वहां के एक क्लीनिक पर दिखाया गया, जहां के डॉक्टरों ने उन्हें पीलिया बताया. डॉक्टरों ने संजय का इलाज शुरू किया लेकिन चार-पांच दिन बाद भी कुछ असर नहीं दिखा.
कुछ सुधार ना होते देख परिवारवालों ने संजय को पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां एक दिन रखने के बाद अगले दिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. परिजनों को अगले दिन शव मिल गया जिसे लेकर वो घर आ गए.
संजय का शव घर लाने के बाद उसके अंतिम संस्कार की तैयारियां चलने लगी…लेकिन घर वालों की आंखें तब फटी रह गई जब संजय ने अचानक आंख खोल ली और इशारे से पानी मांगा. घरवालों ने पानी दिया. संजय ने कप भर कर जैसे ही पानी पीया पूरे घर में हड़कंप मच गया.
परिजन उसे तुरंत अस्पताल लेकर गए, लेकिन किस्मत ने संजय का फैसला पहले से ही कर रखा था. अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे फिर मृत घोषित कर दिया. हालांकि इस मामले पर अभी डॉक्टरों की तरफ से कुछ स्पष्ट कारण नहीं बताया गया.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक लाश उठ कर बैठ गई और पानी मांगने लगी. यह पूरा घटनाक्रम किसी फिल्मी कहानी से कम रोमांचक नहीं था. दरअसल लखनऊ में अमीनाबाद के कल्लन की लाट के रहने वाले संजय की तबीयत खराब होने के कारण उन्हें वहां के एक क्लीनिक पर दिखाया गया, जहां के डॉक्टरों ने उन्हें पीलिया बताया. डॉक्टरों ने संजय का इलाज शुरू किया लेकिन चार-पांच दिन बाद भी कुछ असर नहीं दिखा.
कुछ सुधार ना होते देख परिवारवालों ने संजय को पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां एक दिन रखने के बाद अगले दिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. परिजनों को अगले दिन शव मिल गया जिसे लेकर वो घर आ गए.
संजय का शव घर लाने के बाद उसके अंतिम संस्कार की तैयारियां चलने लगी…लेकिन घर वालों की आंखें तब फटी रह गई जब संजय ने अचानक आंख खोल ली और इशारे से पानी मांगा. घरवालों ने पानी दिया. संजय ने कप भर कर जैसे ही पानी पीया पूरे घर में हड़कंप मच गया.
परिजन उसे तुरंत अस्पताल लेकर गए, लेकिन किस्मत ने संजय का फैसला पहले से ही कर रखा था. अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे फिर मृत घोषित कर दिया. हालांकि इस मामले पर अभी डॉक्टरों की तरफ से कुछ स्पष्ट कारण नहीं बताया गया.