आपने देखा होगा की कई महिलाये अक्सर घर में जब गूंथा हुआ आटा बच जाता है, तो उसे फ्रिज में रख देती हैं और दूसरे दिन उस बचे हुए आटे से रोटी बना लेती होंगी। कई बार वर्किंग महिलाओं के पास समय कम होने के कारण अधिक आटा गूंद कर या सब्जी काटकर फ्रिज में रख देती हैं ताकि रात में ऑफिस से लौटकर झटपट रोटी-सब्जी बना सकें। इससे बेशक आपका समय भी बचता है। भले आप आटे को फ्रिज में रखती हैं और फ्रिज का तापमान बहुत कम होता है मगर गीले आटे में फर्मेंटेशन की प्रक्रिया जल्दी शुरू हो जाती है इसलिए इस आटे में कई तरह के बैक्टीरिया और हानिकारक केमिकल्स पैदा हो जाते हैं। जिन्हें फ्रिज में रखकर सेवन करने से आपके सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। यदि आप हमेशा आटा को फ्रिज में रखती हैं, तो ऐसा करने से बचें।
आपको बता दें कि गीले आटे में फर्मेंटेशन की क्रिया जल्दी शुरू हो जाती है, इसलिए इस आटे में कई तरह के बैक्टीरिया और हानिकारक केमिकल्स पैदा हो जाते हैं। ये सभी स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इससे बनी रोटियां पेट खराब कर सकती हैं।
हो सकती है कई परेशानिया
पेट दर्द: बासी आटे से बनी रोटियां, पूड़ियां या पराठे बासी होती हैं। इससे वही नुकसान होता है, जो बासी रोटियों को खाने से होता है। खासकर पेट में दर्द होना एक सामान्य समस्या होती है। उल्टी या दस्त की भी शिकायत हो सकती है।
कब्ज की समस्या: गेहूं का आटा एक मोटा अनाज होता है, जिसे पचाने में काफी समय लग जाता है। ऐसे में कब्ज के मरीजों को रोटियां खाने के लिए मना किया जाता है। बासी आटे की रोटी खाने से सामान्य लोगों को भी कब्ज की समस्या हो सकती है। जिन लोगों को कब्ज की दिक्कत है वो इसका सेवन बिल्कुल भी न करें। पाचन-क्रिया खराब होने और इम्यून सिस्टम के कमजोर होने के पीछे भी बासी और बचा हुआ आटा जिम्मेदार हो सकता है। इसलिए इससे बच कर रहें।
थकान और आलस की समस्या: बासी खाना खाने से आपको आलस और थकान की समस्या हो जाती है। दरअसल जब कभी आप खाने को फ्रिज में बाद में खाने के उद्देश्य से रखते हैं, तो तापमान कम होने से भले खाना सड़ता नहीं है मगर उसमें मौजूद पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। खाना खाने का मुख्य उद्देश्य इन्हीं पोषक तत्वों को पाना है, जो आपको दिनभर काम करने की ऊर्जा देते हैं। ऐसे में बासी खाना खाने से आपको आलस और थकान की समस्या होना लाजमी है।