जिस प्रकार सप्ताह के सभी दिनों में अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा की जाती है, उसी प्रकार माता संतोषी की पूजा शुक्रवार के दिन की जाती है। आप लोगों में से बहुत से लोग होंगे, जो इस व्रत का श्रद्धा पूर्वक पालन करते होंगे और माता की पूजा के मंत्रों का उच्चारण भी करते होंगे। ऐसा माना जाता है कि संतोषी माता का व्रत रखने से बड़े से बड़े संकट भी दूर हो जाते हैं। मान्यता है कि संतोषी माता के 16 व्रत यदि कोई भक्त कर ले तो बड़े से बड़े संकट में टल जाते हैं। घर में सुख शांति और वैभव आता है।
लेकिन अगर आप हर शुक्रवार संतोषी माता का व्रत कर रहे हैं, परंतु इसके बावजूद भी उसके कोई खास परिणाम नहीं मिल रहे हैं, तो ऐसी स्थिति में आपको एक बार विचार करने की जरूरत है कि कहीं आप पूजा-पाठ या व्रत के समय कुछ गलतियां तो नहीं कर रहे हैं। आपको बता दें कि संतोषी माता का व्रत बहुत ही शुभकारी माना जाता है। अगर आप संतोषी माता का व्रत करते हैं तो इससे आपकी कोई इच्छा काफी समय से अधूरी है तो वह भी पूरी हो सकती है।
लेकिन आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि इस व्रत में आपको पूरे विधि-विधान से पूजा करनी होगी और पूजा के नियमों का पालन करना बहुत ही जरूरी है। तो चलिए जानते हैं इस व्रत को रखते समय किन किन गलतियों से बचना चाहिए।
व्रत में खट्टी चीजों का सेवन करने से बचें
यदि आप शुक्रवार के दिन माता संतोषी का व्रत करती हैं, तो आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि व्रत में भूलकर भी खाने की खट्टी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। हिंदू मान्यता के मुताबिक, माता संतोषी को खट्टी चीजें पसंद नहीं हैं इसलिए इस व्रत के दौरान खट्टी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। ध्यान रहे कि आप जो फल खा रही हैं वह भी खट्टे नहीं होना चाहिए।
मांस-मदिरा का सेवन न करें
यदि आपके घर में कोई भी संतोषी माता का व्रत कर रहा है, तो आपको भूलकर भी मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। किसी भी प्रकार के तामसिक भोजन का सेवन आपके घर में दरिद्रता ला सकता है। भले ही आप इस दिन व्रत ना करें परंतु सात्विक भोजन ही करना चाहिए। इसके अलावा ध्यान रहे कि व्रत हमेशा स्वच्छता से करना चाहिए, क्योंकि स्वच्छ घर में ही मां संतोषी का प्रस्थान हो जाता है। ऐसी मान्यता है कि हम जिस भी देवी-देवताओं की पूजा, व्रत करते हैं वह हमें आशीर्वाद देने आते हैं।
लड़ाई झगड़े से दूर रहना चाहिए
आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि व्रत में किसी से भी लड़ाई झगड़ा ना करें और ना ही किसी को अपशब्द बोलना चाहिए। अगर आप लड़ाई झगड़ा करते हैं तो इससे आपका व्रत पूरा नहीं माना जाता है। व्रत में हमेशा माता संतोषी के नाम का जाप करना चाहिए।
झूठ नहीं बोलना चाहिए
आप चाहे कोई भी व्रत रख रहे हैं, उस दिन किसी भी तरीके से झूठ नहीं बोलना चाहिए क्योंकि इससे आपका व्रत खंडित माना जाता है। इसके साथ ही आपको व्रत का शुभ फल भी प्राप्त नहीं होता है।
माता संतोषी के व्रत का महत्व
ऐसी मान्यता है कि अगर कोई 9 से 11 शुक्रवार का व्रत पूरे विधि विधान से करता है तो इससे शुभ परिणाम जरूर मिलते हैं। इसके अलावा संतोषी माता का व्रत करने से पुत्र-पुत्री की प्राप्ति होती है। वहीं अगर किसी कन्या की शादी में बाधाएं उत्पन्न हो रही है या फिर शादी होने में कोई दिक्कत आ रही है तो संतोषी माता का व्रत करने से उसकी मनोकामना भी पूरी हो जाती है।