
लखनऊ के इंदिरा नगर निवासी शरद कौशिक (80 साल) और शारदा कौशिक (75) शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के लिए लोहिया संस्थान पहुंच गए थे। उनको उस समय टोकन भी मिल गया। 14 नंबर का टोकन देकर बताया गया कि 9 बजे वैक्सीनेशन का काम शुरू होगा। लेकिन साढ़े नौ बजे तक भी काम शुरू नहीं हुआ। पता करने गए तो बताया गया कि अभी CMO कार्यालय से वैक्सीन नहीं आया है। उस समय पर संस्थान के अंदर वैक्सीन लगाने के लिए बने चार काउंटरों को मिलाकर करीब 500 से ज्यादा लोग पहुंच चुके थे। संस्थान के किसी व्यक्ति को भी नहीं पता था कि वैक्सीन अब तक आएगी। आखिर करीब 10.20 बजे वैक्सीन आई।
यह हाल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का है। योगी सरकार ने अब 45 साल आयु से ऊपर वालों के लिए भी रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है। जबकि 18 से ऊपर आयु के लोगों को रजिस्ट्रेशन के बाद एक मई से टीका लगाया जा रहा है। ऐसे में लोग टीकाकरण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। लेकिन अब टीके की किल्लत भी होने लगी है। गोरखपुर में आज कोरोना का टीकाकरण दिवस मनाया जा रहा है। इसके लिए 40 बूथ बनाए गए हैं। कुल 16 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य बनाया गया है। केंद्रों पर टीका लगवाने के लिए लंबी-लंबी कतार लग रही है। लेकिन विभाग के पास महज 7 हजार डोज बचे हैं। ऐसे में लक्ष्य कैसे पूरा होगा, यह बड़ा सवाल है।
UP के दो शहरों की एक रिपोर्ट…
पहले बात लखनऊ की। मीडिया की टीम ने शुक्रवार को सिविल अस्पताल और महानगर स्थिति भाऊराव देशराज अस्पताल का दौरान किया। हालांकि इन दोनों जगहों पर वैक्सीन का काम तो शुरू कर दिया गया था। लेकिन वहां भी दिक्कतें मौजूद थी। सबसे बड़ी दिक्कत यह थी कि तीनों में किसी भी सेंटर पर वरिष्ठ नागरिकों (60 साल के ऊपर ) के लिए अलग से कोई काउंटर नहीं बनाया गया था। ऐसे में उनको भी बाकी लोगों की तरह लाइन में लगना पड़ रहा था।
दूसरे डोज वालों के लिए भी नहीं लगी लाइन
सिविल अस्पताल दूसरी डोज लगवाने पहुंचे लालजी वर्मा ने बताया कि उनको दूसरी डोज लेनी है। यहां लेकिन एक ही लाइन लग रही है। जबकि दूसरी डोज लेने वालों की संख्या कम है। इसमें ज्यादतर लोग 50 साल ऊपर वाले है। ऐसे में उनके लिए विशेष लाइन होनी चाहिए। बताया कि 8 बजे आ गए थे लेकिन दस बजे तक अभी नंबर नहीं आया है।
कोविशील्ड नहीं मौजूद है
18 से 44 साल के बीच के युवाओं को कोविशील्ड नहीं लग रही है। बाजार में क्योंकि यह मौजूद ही नहीं है। उप्र में अभी तक करीब 80 हजार लोगों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। इसमें 68 हजार से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। सरकारी दावा है कि करीब 12 हजार लोग रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी मौके पर नहीं पहुंच पाए।
प्रदेश में वैक्सीनेशन की स्थिति
| कुल वैक्सीनेशन | 1,33,98,174 |
| डोज वन | 1,73,9,795 |
| डोज टू | 2,65,8,379 |
| कुल सेंटर | 5,842 |
| सरकारी सेंटर | 5,642 |
| प्राइवेट | 200 |
| कोविड शील्ड | 1,19,57,897 |
| कोवैक्सीन | 1,44,0277 |
| पुरूष | 6,052,612 |
| महिला | 6,85,338 |
आयु वर्ग के अनुसार वैक्सीनेशन की स्थिति
| 45-60 साल | 49,81,268 |
| 60 से ऊपर | 44,32,745 |
| 18 से 30 साल | 4,49,533 |
| 30-45 साल | 8,73,404 |
लखनऊ में वैक्सीनेशन की स्थिति
| डोज वन | 4,60,970 |
| डोज टू | 15,187 |
गोरखपुर में पिछले डेढ़ माह से किल्लत
अप्रैल से शुरू हुई वैक्सीन की किल्लत अभी दूर होती नजर नहीं आ रही है। CMO के स्टोर में महज 515 वायल कोवैक्सीन के बचे हैं। इसके अलावा टीकाकरण केंद्रों में करीब 200 वायल बचे हैं। जबकि विभाग को शुक्रवार को तय लक्ष्य के मुताबिक टीकाकरण के लिए 1600 वायल वैक्सीन की दरकार है। वैक्सीन की संख्या कम होने के कारण विभाग ने सीमित टीकाकरण करने का फैसला किया है। इसके संकेत टीकाकरण के नोडल अधिकारी डॉ. एनके पांडेय ने दिए।
आज भी नहीं मिलेगी खेप
विभाग को उम्मीद थी कि शुक्रवार को वैक्सीन की खेप मिल सकती है। इसके लिए जिला स्तर के अधिकारियों ने कई पत्र भी वरिष्ठ अधिकारियों को लिखे हैं। हालांकि शासन की तरफ से वैक्सीन आपूर्ति को लेकर अभी तक ग्रीन सिग्नल नहीं मिला है। ऐसे में शुक्रवार को वैक्सीन मिलने की उम्मीद बेहद कम है।
महज 33 केंद्रों पर हुआ टीकाकरण
वैक्सीन की किल्लत को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण को सीमित कर दिया है। गुरुवार को 160 के बजाय 37 केंद्रों पर टीकाकरण हुआ। जिसमें 4,843 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। इनमें 3,426 को पहली डोज और 1,417 को दूसरी डोज लगाई गई। गुरुवार को 10 केंद्रों पर 18 साल से अधिक उम्र के युवाओं का भी टीकाकरण हुआ। इन 10 केंद्रों पर दो हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य था। जिसमें 1,871 लोगों को टीका लगा।













