देहरादून। राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ का रायपुर स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में शुभारंभ हुआ। जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और खेल मंत्री अरविंद पांडेय ने किया। इस खेल महाकुम्भ का आयोजन 3 जनवरी से 20 फरवरी तक देहरादून, हरिद्वार, रूद्रपुर एवं हल्द्वानी में किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2024 में होने वाले ओलंपिक खेलों में उत्तराखंड से खिलाड़ी प्रतिभाग करें एवं मेडल प्राप्त कर सकें, इसके लिए खेल विभाग को अभी से तैयारी करनी होगी। राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के अधिकतम युवाओं को खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने का मौका मिले एवं अपनी प्रतिभाओं को राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिखाने का मौका मिले। इस उद्देश्य से राज्य में खेल महाकुम्भ का आयोजन किया जा रहा है। खेलों का उद्देश्य सिर्फ मेडल प्राप्त करना ही नहीं है, बल्कि स्वस्थ शरीर, मस्तिष्क एवं स्वस्थ जीवन के निर्माण में भी खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह सौभाग्य की बात है कि उत्तराखंड से खेल प्रतियोगिताओं में बालिकाओं की हिस्सेदारी भी बालकों के बराबर है। प्रदेश की बालिकाएं किसी भी मामले में बालकों से कम नहीं हैं। इस अवसर पर युवा कल्याण सलाहकार परिषद के उपाध्यक्ष जितेन्द्र रावत मोनी, सचिव खेल बृजेश संत, अपर सचिव खेल प्रताप शाह, भाजपा के जिलाध्यक्ष शमशेर सिंह पुण्डीर एवं खेल विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रतिभाग करने वाले बच्चों का भत्ता बढ़ाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले बच्चों के भत्ते को 150 रूपये से बढ़ाकर 200 रूपये किया जाएगा। राज्य में खिलाड़ियों की प्रतिभाओं को देखते हुए कुछ खेलों का चयन किया जाए, खिलाड़ियों की प्रतिभाओं को निखारने के लिए देश एवं विदेश से भी कोच की आवश्यकता हो तो इसकी व्यवस्था की जाएगी। आमवाला में युवा केंद्र के समीप खाली जमीन को युवा कल्याण विभाग को दिया जाएगा।
खेल कौशल को दिखाने का मिलेगा मौका: पांडेय
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री अरविन्द पांडेय ने कहा कि खेल महाकुंभ के आयोजन से राज्य के हर जिलों से युवाओं को अपने खेल कौशल को दिखाने का मौका मिल रहा है। इस खेल महाकुंभ में 500 से अधिक खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं। राज्य सरकार का प्रयास है आगामी राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रदेश के युवाओं को प्रतिभाग करने का अधिक से अधिक मौका मिले।