अयोध्या केस में फैसला आने से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने बड़ा बयान दिया है. स्वामी ने कहा है कि मुस्लिमों को 11 मस्जिदों में नमाज पढ़ने की छूट दी जा सकती है.
स्वामी ने कहा कि विराट हिंदू केवल मुस्लिमों को अयोध्या की सीमा में मौजूद 11 मस्जिदों की मरम्मत और नमाज पढ़ने की रियायत दे सकते हैं. अभी इन मस्जिदों में गाय-बकरियां चर रही हैं. मुस्लिमों को याद रखना चाहिए कि अधिकतर इस्लामिक देशों में मंदिर की इजाजत नहीं है.
वहीं एक दिन पहले ही अयोध्या जमीन विवाद मामले में सुनावाई के आखिरी दिन सुब्रमण्यम स्वामी को झटका लगा था. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका को सुनने से इनकार कर दिया था. वहीं अब इस मामले में 40 दिन तक चली लंबी सुनवाई पूरी होने के बाद अयोध्या जमीन विवाद पर फैसले का इंतजार है. 17 नवंबर से पहले कभी भी सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही है.
बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में आखिरी दिन सुनवाई के दौरान तमाम पक्षकारों के वकीलों ने अपनी-अपनी राय दी. कोर्ट ने सभी पक्षों की दलीलें सुनी और फैसला सुरक्षित रख लिया है. बता दें कि अयोध्या में विवादित जमीन पर मालिकाना हक की कानूनी लड़ाई साल 1885 से चल रही है. आजादी के बाद भी ये मामला कानून के गलियारों में चक्कर काटता रहा.