अयोध्या में राम मंदिर पर आतंकी हमले की साजिश… फरीदाबाद से हैंड ग्रेनेड के साथ संदिग्ध गिरफ्तार

मां बोली- बेटा निर्दोष


मिल्कीपुर, अयोध्या। फरीदाबाद में गुजरात एटीएस, स्थानीय एसटीएफ और आईबी की संयुक्त कार्रवाई में एक संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान अयोध्या के मिल्कीपुर थाना क्षेत्र के मंजनाई गांव निवासी अब्दुल रहमान पुत्र अबू बकर (19) के रूप में हुई है।
फरीदाबाद के सोहना रोड स्थित पाली इलाके में एक खंडहर से रविवार रात हुई गिरफ्तारी में आरोपी के पास से दो हैंड ग्रेनेड और कुछ संदिग्ध वीडियो बरामद हुए हैं। वीडियो में कुछ स्थानों और धार्मिक स्थलों की जानकारी मिली है।


गिरफ्तारी के बाद अयोध्या, हरियाणा और गुजरात पुलिस टीम ने रविवार की रात मंजनाई गांव में उसके घर पर छापेमारी की। करीब 2 घंटे पुलिस टीमों ने घर में जांच पड़ताल की। सोमवार सुबह करीब नौ बजे पुलिस ने अब्दुल रहमान के घर पर छापेमारी कर आरोपी के संदिग्ध आतंकवादी के पिता अबू बकर को हिरासत में लिया और परिवार की बैंक पासबुक भी जब्त की।


अब्दुल रहमान की मां आसमीन का कहना है कि उनका बेटा 1 मार्च को दिल्ली में दोस्तों से मिलने की बात कह कर घर से गया था और 4 मार्च को उनको लौटना था। उन्होंने बताया कि वह छह माह पूर्व अयोध्या चौक सब्जी मंडी निवासी मौलाना हजरत उस्मान के साथ जमात में गया था और बैटरी ई-रिक्शा चलाता था। सिर्फ जमात में ही शामिल होने के लिए जाता था। मां आसमीन का दावा है कि उनका बेटा आतंकवादी नहीं है। उसे फसाया जा रहा है। अब्दुल रहमान तीन बहनों में अकेला भाई है हाई स्कूल तक की शिक्षा लिया है। तीनों बहनें हैं जो छोटी है। पिता अबू बकर ने घर पर ही चिकन शॉप खोल रखी है। परिवार की स्थिति ठीक नहीं है। इनायत नगर पुलिस का कहना है कि अब्दुल रहमान के पिता अबू बकर को हिरासत में नहीं लिया गया है.


वहीं सूत्रों की माने तो सुरक्षा एजेंसियां अब अब्दुल रहमान के संपर्कों की जांच कर रही हैं। जमात से जुड़े मौलाना हजरत उस्मान की तलाश की जा रही है। पुलिस आरोपी के मोबाइल रिकॉर्ड्स की भी जांच कर रही है। अयोध्या में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं।

राम मंदिर को निशाना बनाने की बड़ी साजिश नाकाम

पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार संदिग्ध अब्दुल रहमान पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में था और उसे अयोध्या के राम मंदिर पर आतंकी हमले के लिए तैयार किया गया था. जांच में खुलासा हुआ है कि रहमान कई कट्टरपंथी जमातों से जुड़ा हुआ था और फैजाबाद में एक मटन शॉप चलाता था. सुरक्षा एजेंसियों को मिली जानकारी के अनुसार, राममंदिर निर्माण के बाद पाकिस्तान ISI ने भारत में बड़ी आतंकी साजिश रचने की योजना बनाई थी, जिसमें अयोध्या स्थित राम मंदिर को निशाना बनाने का प्लान था.

राम मंदिर की रेकी और हमले की साजिश

जांच में यह भी सामने आया है कि अब्दुल रहमान पहले भी कई बार अयोध्या के राम मंदिर की रेकी कर चुका था और उसने वहां की सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी ISI को साझा की थी. आतंकियों का मकसद राम मंदिर पर हैंड ग्रेनेड से हमला कर बड़े पैमाने पर तबाही मचाना था. इस ऑपरेशन को अंजाम देने में गुजरात ATS की भूमिका बेहद अहम रही. ATS को इनपुट मिला था कि एक संदिग्ध आतंकी भारत में सक्रिय है, जो आतंकी संगठन के निर्देश पर किसी बड़े हमले की तैयारी में जुटा हुआ है. इस जानकारी के आधार पर गुजरात ATS और फरीदाबाद STF ने जाल बिछाया और संदिग्ध को गिरफ्तार किया.

पूछताछ में हो रहे अहम खुलासे

अब्दुल रहमान से फिलहाल हरियाणा पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां गहन पूछताछ कर रही हैं. उसके मोबाइल और अन्य बरामद सामग्रियों की जांच की जा रही है ताकि उसके बाकी नेटवर्क का पता लगाया जा सके. सुरक्षा एजेंसियां अब यह भी खंगाल रही हैं कि इस साजिश में और कौन-कौन लोग शामिल थे और क्या कोई स्थानीय मददगार भी इसमें शामिल था.

ISI के ISKP मॉड्यूल से जुड़ा था अब्दुल रहमान

सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार, अब्दुल रहमान ISI के ISKP (इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस) मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था. माना जा रहा है कि इस मॉड्यूल में अब्दुल के अलावा और लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. सेंट्रल एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि अब्दुल रहमान के पास से जो हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ है, उसमें किसी कंपनी या देश का मार्का नहीं लगा हुआ था. इससे आशंका जताई जा रही है कि यह हथियार स्मगलिंग के जरिए अब्दुल तक पहुंचाया गया था. इसकी गहन जांच की जा रही है कि यह ग्रेनेड कहां से आया और इसमें कौन-कौन लोग शामिल थे.

कड़ी सुरक्षा और सतर्कता के आदेश

इस गिरफ्तारी के बाद अयोध्या समेत देशभर के संवेदनशील धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और अधिक कड़ी कर दी गई है. सुरक्षा एजेंसियों ने यह भी साफ किया है कि आतंकियों के मंसूबों को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा और इस पूरे नेटवर्क का जल्द ही भंडाफोड़ किया जाएगा.

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