लुसाने, (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ (आईओसी) ने आखिरकार बुधवार को अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) के ओलंपिक दर्जे को खत्म करने का निर्णय लिया है। हालांकि मुक्केबाजी अभी भी 2024 पेरिस खेलों के कार्यक्रम में बना रहेगा।
आईओसी ने कहा कि उसके कार्यकारी बोर्ड ने 22 जून को एक विशेष बैठक में आईबीए की मान्यता को वापस लेने का निर्णय लिया है।
आईओसी ने आईबीए के संचालन, वित्तीय पारदर्शिता, स्थिरता और रैफरियों और जजों की अखंडता प्रक्रिया संबंधित चिंताओं के कारण 2019 में आईबीए की मान्यता को पहले ही निलंबित कर दिया था। ओलंपिक निकाय ने 2021 में आयोजित टोक्यो ओलंपिक में मुक्केबाजी प्रतियोगिताओं की देखरेख की और पेरिस के लिए फिर से ऐसा करेगा।
आईओसी के एक बयान में कहा गया है कि बॉक्सिंग निकाय आईबीए की मान्यता के निलंबन को हटाने के लिए आईओसी द्वारा निर्धारित शर्तों को पूरा करने में विफल रहा है।
आईओसी ने जोर देकर कहा है कि उसे मुक्केबाजी और मुक्केबाजों के साथ “कोई समस्या नहीं” है, उसे परेशानी केवल आईबीए के साथ है, जिसका नेतृत्व अब रूस के निर्वाचित अध्यक्ष उमर क्रेमलेव कर रहे हैं।
वहीं, आईबीए के रूसी अध्यक्ष उमर क्रेमलेव ने एक बयान में कहा, “अब हमारे पास एक सक्षम अदालत से निष्पक्ष मूल्यांकन की मांग करने के अलावा कोई मौका नहीं बचा है।”
आईओसी-आईबीए गतिरोध ने 2028 लॉस एंजिल्स खेलों में मुक्केबाजी की जगह को भी खतरे में डाल दिया है। हालांकि आईबीए अभी भी अपने स्वयं के कार्यक्रमों का आयोजन जारी रख सकता है और पिछले महीने उज़्बेक राजधानी ताशकंद में पुरुषों की विश्व चैंपियनशिप आयोजित कर सकता है।