कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय आज गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गए। इससे पहले आज ही कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। आइए आपको बताते हैं उनके बारे में।
किशोर उपाध्याय कांग्रेस के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष रहे। वह मूलरूप से उत्तराखंड के टिहरी जनपद के ग्राम पाली लामणीधार जाखणीधार के रहने वाले हैं। उन्होंने एमए के साथ-साथ पीएचडी की शिक्षा ग्रहण कर रखी है। किशोर उपाध्याय उत्तराखंड के दिग्गज नेताओं में गिने जाते है।
दो बार टिहरी विधानसभा सीट से चुने गए विधायक
वह वर्ष 2002 और 2007 में दो बार टिहरी विधानसभा सीट से विधायक चुने गए। वर्ष 2012 में कांग्रेस ने उन्हें टिहरी विधानसभा से टिकट दिया, लेकिन वह चुनाव हार गए। वर्ष 2017 चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें देहरादून की सहसपुर विधानसभा सीट से टिकट दिया, लेकिन वह भाजपा के प्रत्याशी सहदेव सिंह पुंडरी से 18,863 वोटों से हार गए। उन्हें मात्र 25,192 वोट मिले।
भाजपा के नेताओं से मुलाकात करने पर हटाया था सभी पदों से
बीते दिनों कांग्रेस हाइकमान ने प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व मंत्री किशोर उपाध्याय को भाजपा के नेताओं से मुलाकात करने पर प्रदेश समन्वय समिति के अध्यक्ष समेत पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। इस संबंध में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने किशोर उपाध्याय को पत्र भी भेजा था। जिसमें कांग्रेस की लड़ाई को कमजोर करने का गंभीर आरोप लगाया गया था।
पार्टी से छह साल के लिए किया निष्कासित
उत्तराखंड के पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। उन्हें पहले अनुशासनात्मक कार्रवाई के रूप में सभी पदों से हटा दिया गया था।
थामा भाजपा का दामन, टिहरी से मिला टिकट
आज ही किशोर उपाध्याय ने भाजपा ज्वाइन की और आज ही उन्हें टिहरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिल गया। बता दें कि उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं काफी समय से चल रही थी।