
जम्मू । जम्मू कश्मीर में आतंकियों का सफाया करने में सुरक्षा बल पूरी ताकत से लगे हुए हैं। यहां चलाए जा रहे ऑपरेशन ओखल के तहत खुफिया सूचना के आधार पर आतंकियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसमें बड़ी कामयाबी मिली है। जवानों ने हफरूदा(कुपवाड़ा) में आतंकियों के एक ठिकाने से हथियार व अन्य साजो सामान बरामद किया है। जवानों ने आतंकी ठिकाने का भी नष्ट कर दिया है।वहीं किश्तवाड़ में सुरक्षा कई घंटों से आतंकियों के खिलाफ लोहा ले रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, यह आतंकी ठिकाना हफरुदा के द्रुड जंगल में बना हुआ था। यह इलाका गुलाम जम्मू-कश्मीर की तरफ से घुसपैठ करने वाले आतंकियों द्वारा घाटी के भीतरी इलाकों में जाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। सेना की 02 राजपूत यूनिट के जवानों ने आज सुबह द्रुड में एक विशेष सूचना के आधार पर तलाशी अभियान चलाया था। इस दौरान उन्होंने जंगल में एक जगह बने भूमिगत आतंकी ठिकाने का पता लगाया। उन्होंने वहां से एक आरपीजी और आरपीजी ग्रेनेड के अलावा एक एसाल्ट राइफल, एक पिस्तौल व अन्य साजो सामान बरामद किया है। समझा जा रहा है कि आतंकियों ने सुरक्षाबलों को आते देख लिया हो और वह वहां से भाग निकले हों। संबधित अधिकारियों ने बताया कि जवानों ने बाद में आतंकी ठिकाने को नष्ट कर दिया।
वहीं दूसरी तरफ किश्तवाड के दुल इलाके खुफिया जानकारी के आधार पर चल रहे एक अभियान के दौरान जवानों का इन आतंकियों से सामना हुआ। व्हाइट नाइट कॉर्प्स ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी साझा करते हुए लिखा है कि गोलीबारी हुई है, फिलहाल अभियान जारी है। घाटी में चल रहा यह अभियान कुलगाम में जारी ऑपरेशन के बाद शुरू हुआ है। कुलगाम में आतंकियों से जारी मुठभेड़ लांस नायक प्रितपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह को वीरगति प्राप्त हुई है। ऑपरेशन ओखल पिछले नौ दिनों से जारी है। चिनार कोर ने इस अभियान में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा।
पोस्ट में लिखा, चिनार कोर राष्ट्र के लिए अपने कर्तव्य का पालन करते हुए वीरों, लेफ्टिनेंट कर्नल प्रितपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह के सर्वोच्च बलिदान का सम्मान करता है। उनका साहस और समर्पण हमें सदैव प्रेरित करता रहेगा। भारतीय सेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवारों के साथ एकजुटता से खड़ी है।