कोलकाता । सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की एक बड़ी टुकड़ी ने गुरुवार को आरजी कर अस्पताल की सुरक्षा संभाल ली। सीआईएसएफ के इस दल में महिला जवान भी हैं, जिन्होंने अस्पताल के प्रशासनिक भवन के सामने एकत्र होकर अपनी जिम्मेदारियां तय कीं। यहां 150 कर्मियों की तैनाती होनी है।
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान अस्पताल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीआईएसएफ की तैनाती का आदेश दिया गया था। इसके तुरंत बाद बुधवार को सीआईएसएफ के अधिकारी आरजी कर अस्पताल पहुंचे और अस्पताल प्रशासन से चर्चा की। सीआईएसएफ के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल के प्रताप सिंह के नेतृत्व में इस दल ने सुरक्षा योजना तैयार की और अस्पताल परिसर का दौरा किया।
बुधवार रात को भी सीआईएसएफ के अधिकारी अस्पताल में मौजूद थे और उन्होंने अस्पताल प्रशासन के साथ विस्तृत चर्चा की। इसके बाद तय किया गया कि आरजी कर अस्पताल में दो कंपनियों की सीआईएसएफ टुकड़ी तैनात होगी, जिसमें करीब 151 जवान होंगे।
उल्लेखनीय है कि नौ अगस्त को आरजी कर अस्पताल के आपातकालीन विभाग के चौथी मंजिल पर स्थित सेमिनार हॉल में एक महिला चिकित्सक का शव बरामद हुआ था। उस महिला चिकित्सक के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या की गई थी, जिसके बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया। देशभर के चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी सुरक्षा की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच, 14 अगस्त की रात को आरजी कर अस्पताल पर एक समूह द्वारा हमला किया गया, जिसमें अस्पताल के आपातकालीन विभाग में तोड़फोड़ की गई थी। इसी के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अस्पताल में सीआईएसएफ की तैनाती का आदेश दिया।