जिस प्रकार हर सिक्के के दो पहलू होते हैं उसी प्रकार हर व्यक्ति के चरित्र के दो पहलू होते हैं, पहला सकारात्मक और दूसरा नकारात्मक। हर व्यक्ति के अंदर कुछ अच्छाइयाँ होती हैं तो कुछ बुराइयाँ भी होती हैं| व्यक्ति अपनी अच्छाइयों को तो सबके सामने लाता हैं परंतु अपनी बुराइयों को दुनियाँ से छिपाकर रखता हैं| परंतु समय आने पर दुनियाँ के सामने उस व्यक्ति की बुराइयाँ सबके सामने आ ही जाती हैं| इस दुनियाँ में कोई भी व्यक्ति सम्पूर्ण नहीं हैं|
हर किसी में कुछ ना कुछ कमी जरूर होती हैं| अगर कोई व्यक्ति एक समय पर किसी के लिए अच्छा है तो मुमकिन है उसी समय वह किसी दूसरे व्यक्ति के लिए बुरा भी हो सकता हैं। उसके द्वारा किया गया कोई भी कार्य किसी के लिए अच्छा हो सकता है और किसी के लिए बुरा। हर किसी के व्यक्ति के चरित्र, स्वभाव या फिर व्यक्तित्व में एक ऐसी खास बात अवश्य होती है जिसे हम ‘डार्क साइड’ कह सकते हैं। ये पूर्णत: नकारात्मक पहलू से संबंधित होते है।
वैसे तो हर व्यक्ति को अपनी कमियों के बारे में पता होता हैं परंतु कभी-कभार ये डार्क साइड स्वयं से ही छिपी रह जाती है। यदि आप भी अपने व्यक्तित्व के उस नकारात्मक पहलू से अवगत होना चाहते हैं या फिर उसके बारे में जानना चाहते हैं तो इन तीनों में से कोई एक कार्ड चुनिये और अपने व्यक्तित्व के उस बुराई के बारे में जानिए जो आज तक आपसे छिपी हैं….
(1) पहला कार्ड
यदि आप पहला कार्ड चुनते है तो यह कार्ड दर्शाता है कि आपके भीतर छिपी सबसे बड़ी बुराई यह है कि आप अपनी हर गलती के लिए या अपने जीवन में घटने वाली हर बुरी घटना के लिए दूसरों को जिम्मेदार ठहराते हैं। हो सकता हैं आपके जीवन बहुत कठिनाइयाँ हो या आपको हर क्षेत्र में असफलता हासिल हो रही हो तो उसके लिए कोई और नहीं बल्कि आप स्वयं जिम्मेदार हैं| नकारात्मक परिस्थितियों से लड़ना सीखिये ना की दूसरों को जिम्मेदार ठहराना|
(2) दूसरा कार्ड
यदि आप इन तीनों में से दूसरा कार्ड चुनते हैं तो आपको यह बात जान लेना चाहिए की मानसिक तौर पर वे इस बात को जानते हैं की जो भी उनके जीवन में समस्याएँ हैं उसका वास्तविक कारण कौन हैं परंतु भावनात्मक तौर पर वे इस बात को स्वीकार नहीं करते| आपको वास्तविक समाधान पर ध्यान देना चाहिए|
(3) तीसरा कार्ड
इस कार्ड को चुनने वाले स्वयं में कंफ्यूज रहते हैं| सही और गलत की पहचान करना आपकी सबसे बड़ी समस्या होती हैं| जिसे आप सही ढंग से समझ नहीं पाते| इर्ष्या, द्वेष, और क्रोध आपके भीतर की कमियाँ हैं| इस वजह से आप यह नहीं जान पाते के ये आपके लिए या फिर आपके अपनों के लिए यह ठीक नहीं हैं| आप कोशिश करें की आपको अच्छे और बुरे की पहचान करने आना चाहिए|