
पुलिस की गोली से मासूम को बंधक बनाने वाला घायल, रेफर
-मुठभेड़ में एसओजी प्रभारी भी हुए घायल
-प्रेमिका को बुलाने की जिद में तमंचे की नोंक पर बच्चे को बनाया था बंधक
-एएसपी के नेतृत्व में भारी पुलिस फोर्स और एसओजी ने किया रेसक्यू
छिबरामऊ, कन्नौज। शहर के हाइवे किनारे स्थित कांशीराम कालोनी में उस समय हडक़ंप मच गया, जब प्रेमिका की चाहत में प्रेमी ने उसके मासूम बेटे को तमंचे की नोंक पर बंधक बना लिया। करीब सात घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद हुई मुठभेड़ में पुलिस की गोली से प्रेमी घायल हो गया, जबकि एसओजी प्रभारी भी चुटहिल हुए हैं। घायल को सौ शैय्या अस्पताल से मेडिकल कालेज तिर्वा रेफर किया गया। मासूम को पुलिस ने सकुशल बंधकमुक्त कराकर उसे अस्पताल भिजवाया। इस दौरान एएसपी समेत कई थानों का पुलिस फोर्स व जिले की एसओजी टीम मौके पर जुटी रही।
शहर की कांशीराम कालोनी के ब्लॉक नंबर 84 में शुक्रवार की दोपहर करीब 1 बजे तालग्राम थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव निवासी दीपू पुत्र अखिलेश अचानक आ धमका। यहां उसने अपनी प्रेमिका के तीनों बच्चों को अपने कब्जे में लेकर उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। कालोनी के लोगों ने किसी तरह दो बच्चों को तो उससे छुड़ा लिया। जबकि 8 वर्षीय प्रियांशू को उसने तमंचे की नोंक पर कमरे में बंधक बना लिया। पहले तो कालोनी के लोगों ने छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन गोली मार देने की धमकी के चलते वह लोग पीछे हट गए। लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस पहले तो काफी देर तक युवक को समझाती रही, लेकिन वह कभी बच्चे, तो कभी अपनी कनपटी पर तमंचा सटाकर गोली मारने की धमकी देता रहा, जिससे पुलिस पशोपेश में पड़ी थी।
मामला बिगड़ते देख अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार, क्षेत्राधिकारी सुरेश कुमार ने मौके पर गुरसहायगंज समेत कई थानों का पुलिस फोर्स बुला लिया। पुलिस पहले तो हाथ जोड़ कर अनुनय-विनय करती रही, बाद में एसओजी टीम को भी मौके पर बुला लिया गया। दोपहर एक बजे से पुलिस का शुरू हुआ रेस्क्यू आपरेशन करीब 7 घंटे बाद तब सफल हो पाया, जब पुलिस ने सर्तकता बरतते हुए पहले तो बंधक बनाए गए, मासूम को सुरक्षित अपने कब्जे में ले लिया। इस बीच युवक ने फायर झोंक दिया। जबाबी कार्रवाई में पुलिस की एक गोली उसके पैर में जा धसी। इसके बाद घायल हुए युवक को पुलिस ने एंबुलेंस से दिलूनगला गांव स्थित सौ शैय्या अस्पताल भिजवाया। वहां से उसे गंभीर हालत में मेडिकल कालेज तिर्वा रेफर कर दिया गया। मुठभेड़ में एसओजी प्रभारी देवेश पाल के भी हाथ में चोंट आई है। उन्हें भी सौ शैय्या अस्पताल ले जाया गया।