हम सभी ने अक्सर ही कुत्तों को गाड़ियां और झाड़ियां के पास पेशाब करते हुए देखा है और हम सोचते हैं कि उन्हें यह जगह बहुत पसंद होती हैं. वैसे दुनियाभर के कई लोगों ने कुत्ते को गाड़ी के टायर को भिगोते हुए देखा ही होगा लेकिन इसकी वजह बहुत कम लोग जानते हैं. वैसे तो कई लोग कहते हैं कुत्तों के लिए ये वंशानुगत चलती आ रही परम्परा है लेकिन आज हम आपको इसके पीछे की सच्चाई बताने जा रहे हैं. जी हाँ, आइए जानते हैं. जी दरअसल इसके पीछे कुछ लॉजिकल कारण हैं. कहा जाता है कुत्ते पेशाब करने वाली जगहों में से ऐसी जगह को पहला पायदान देते हैं, जो सीधा खड़ा हो क्योंकि इससे उनका निशाना सटीक बैठता है और खुल कर पेशाब कर लेते हैं.
केवल इतना ही नहीं, अपने इस अनोखी क्रिया से वो दूसरे कुत्तों के लिए नाक की ऊंचाई पर ही अपने पेशाब की गंध छोड़ जाते हैं. आपको बता दें कि उनकी पेशाब की गंध क्षितिज सतह से ज़्यादा देर तक वर्टिकल सतह पर मौजूद रहती है और उनकी इस आदत से वो दूसरे कुत्तों को अपने क्षेत्र से परिचित कराते हैं. जी हाँ, दरअसल इसका मतलब यह कहा जा सकता है कि वो दूसरे कुत्तों को बता देते हैं कि कुछ समय पहले वह वहीं थे.
इसी के साथ कुत्ते अन्य जानवरों से ज़्यादा सामाजिक जानवर होते हैं और वह जब गाड़ी के टायर को सूंघते हैं, तो उन्हें वहां कई तरह की गंध मिलती हैं जिनमे कचरे की, खाने की और न जाने क्या-क्या शामिल होती है. वहीं गंधों की इतनी वैरायटी कुत्तों को आकर्षित करती है और कुत्ते टायर को दूर से ही सूंघ लेते हैं इस कारण वह उसे गिला कर देते हैं.