मम्मी-पापा की शादी में सात महीने का बेटा बना बाराती। सुनकर आप थोड़ी देर के लिए चौक जाएंगे। साथ ही आपके मन में कई तरह के ख्याल भी आएंगे। मन में उठ रहे सवालों का जवाब इस कहानी को पढ़ेंगे तो आपको मिल जाएगा। यह मामला छतjपुर जिले के नौगांव का है, जहां एक जोड़े की शादी में उसका बेटा साक्षी बना है।
दरअसल, नौगांव स्थित कुम्हार टोली में रहने वाले करन अहरिवार को पड़ोस में रहने वाली नेहा कश्यप से प्यार हो गया था। दोनों शादी के लिए तैयार थे। दोनों की जाति एक नहीं थी और गांव का मामला था इसलिए परिजन तैयार नहीं हुए। उसके बाद दोनों ने गांव से भागने का फैसला किया। करन और नेहा गांव से भागकर दिल्ली स्थित आर्य समाज में शादी कर ली।
दोनों कr शादी के दो साल हो गए हैं। शादी के बाद दोनों का दिल्ली में ही एक बेटा हुआ। जिसका नाम शिवांश है, वह सात महीने का है। लेकिन शादी के बाद से ही करन और नेहा कभी गांव नहीं आए थे। क्योंकि परिवार के लोगों को ये शादी मंजूर नहीं थी। लेकिन दो साल बाद दोनों की उसी गांव में बारात निकली और धूमधाम से शादी हुई है।
दरअसल, करन की मां की शुरू से ही इच्छा थी कि बेटे की शादी गांव में धूमधाम से हो। मगर ऐसा नहीं हो सका था। दो साल बीत जाने के बाद दोनों परिवारों में सब कुछ सामान्य हो गया। उसके बाद गांव में फिर से दोनों की शादी करवाई गई। इस दौरान करन के परिवार के लोगों ने पूरे गांव को भोज दिया। साथ ही अपने रिश्तेदारों को भी बुलाया। गांव में ही शादी की रस्म की अदायगी कीगई।
घर की दीवारों पर जगह-जगह करन संग नेहा लिखा हुआ था। इस शादी की चर्चा पूरे इलाके में खूब हो रही है। वहीं सोशल मीडिया पर भी इस दंपति की तस्वीरें वायरल हैं। जिसमें लोग मजे भी ले रहे हैं। नेहा ने शादी के बाद कहा कि दिल्ली में हमलोगों ने भागकर शादी की थी। शादी से पहले हमलोग छह साल तक अफेयर में रहे हैं। गांव में माहौल खराब न हो इसके लिए पुलिस की तैनाती भी की गई थी।