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उत्तराखंड के चमोली में 28 फरवरी को सुबह 7:15 बजे एवलांच आया। बर्फ का पहाड़ खिसका जिसकी चपेट में 55 लोग आ गए। कल रात 8 बजे तक 33 लोगों का रेस्क्यू किया गया था।
शनिवार को 17 लोगों का रेस्क्यू किया गया। यानी अब तक कुल 50 लोगों को निकाला जा चुका है। 5 की तलाश जारी है। 2 की मौत की खबर है। चमोली DM संदीप तिवारी ने एक मौत की पुष्टि की है।
चमोली DM के मुताबिक 27 मजदूरों को जोशीमठ के आर्मी अस्पताल लाया जा चुका है। इनमें तीन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिन्हें AIIMS ऋषिकेश शिफ्ट किया जा सकता है।
सेना के 4 हेलिकॉप्टर के अलावा ITBP, BRO, SDRF और NDRF के 200 से ज्यादा जवान लगे हुए हैं। घटना बद्रीनाथ से 3 किलोमीटर दूर चमोली के माणा गांव में हुई है।
चमोली-बद्रीनाथ हाईवे पर बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) के कुल 55 लोग काम कर रहे थे। मजदूर कंटेनर हाउस में थे। उसी दौरान बर्फ का पहाड़ खिसका और मजदूर दब गए।
बिहार, यूपी और उत्तराखंड के 11-11 मजदूर एवलांच में फंसे 55 मजदूरों में बिहार के 11, उत्तर प्रदेश के 11, उत्तराखंड के 11, हिमाचल प्रदेश के 7, जम्मू-कश्मीर के 1 और पंजाब के 1 मजदूर शामिल हैं। 13 मजदूरों का पता और मोबाइल नंबर नहीं है।
उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी ने आज सुबह घटनास्थल का दौरा किया और मजदूरों से मुलाकात की। इससे पहले CM से प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत की और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया।