-विधायकों ने उठाए लोक निर्माण और धार्मिक योजनाओं के सवाल
-किसान विरोधी होने का लगायाआरोप, प्रश्नकाल के साथ कार्यवाही शुरू
भराड़ीसैंण (गैरसैंण) (हि.स.)। उत्तराखंड विधानसभा बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण में प्रश्नकाल के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हुई। इस दौरान कांग्रेस विधायक वेल में आकर विरोध भी किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली दौरे के चलते सदन की कार्यवाही में आज शामिल नहीं हुए। कांग्रेस ने दूसरे दिन भी सदन के अंदर और बाहर विरोध किया। हालांकि आज कांग्रेस के विधायक अधिक मुखर नहीं थे।
मंगलवार सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या ने नियम 310 के तहत चर्चा की मांग की, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इसे नियम 58 में सुनने की बात कही। इसके बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ। प्रश्न काल में झबरेड़ा विधायक वीरेन्द्र कुमार ने कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के विभाग लोक निर्माण विभाग से जुड़े सवाल पूछे। इस पर महाराज ने बताया कि 2175 किलोमीटर पैच मरम्मत कार्य मार्च 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने पंचकोशी ट्रैक पर स्थित शिखरेश्वर धाम को धार्मिक दृष्टि से विकसित करने के प्रश्न पर बताया कि अभी इस पर कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। जिसके चलते कार्ययोजना/प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। 2018-19 में पंचकोशी यात्रा पर विभिन्न विकास कार्यों के लिए जिला योजनांतर्गत में कुल 11.78 लाख धनराशि निर्गत की गई है।
विपक्षी विधायक सतपाल महाराज से उत्तर से संतुष्ट नहीं हुए और वेल में आकर विरोध किया। विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस विधायकों से सीट पर बैठने का आग्रह किया तब जाकर वे सीट पर बैठे।
महेश जीना ने वन मंत्री सुबोध उनियाल से पूछा कि पर्वतीय क्षेत्रों में रीठा, आंवला, हरड़, बहेड़ा, गिलोय, धौल के फूल विक्रय के लिए रमन्ना बाध्यता पर सवाल पूछा।
आज मुख्यमंत्री आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 खण्ड 1 और उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा का अध्यादेश के अलावा सदन के पटल पर कई प्रतिवेदन रखे जाएंगे।
विधानसभा के बाहर कांग्रेस विधायक हाथों में गन्ना और पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकार पर किसान विरोधी होने का नारे लगाए।
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