उत्तराखंड में सपा और बसपा के सामने अगर कोई बड़ी चुनौती है तो वो अपना रुतबा वापस पाने की….

Uttarakhand Vidhan Sabah Election 2022 विधानसभा चुनाव के लिए मतदान में अब कुछ ही दिन शेष हैं। सभी राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए अब सारी ताकत झोंक दी है। राष्ट्रीय दल भाजपा और कांग्रेस के साथ बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी और उक्रांद समेत अन्य राजनीतिक दल चुनाव में हैं। प्रदेश के दोनों प्रमुख दल यानी भाजपा व कांग्रेस को छोड़ दें तो आप पहली बार चुनाव में है। वहीं, बसपा के सामने पुराना रुतबा वापस पाने की चुनौती है तो सपा प्रदेश में अपना खाता खोलने की जुगत में है।

उत्तराखंड में अभी तक हुए चुनावों में मुकाबला मुख्य रूप से भाजपा व कांग्रेस के बीच ही होता रहा है। वर्ष 2012 तक बसपा तीसरे सबसे बड़े दल के रूप में विधानसभा तक पहुंचती रही। हालांकि, 2017 में अन्य दलों की तरह बसपा भी अपना खाता नहीं खोल पाई। छह प्रतिशत से अधिक मत प्राप्त करने के बावजूद बसपा का एक भी प्रत्याशी जीत नहीं दर्ज कर पाया। अब इस विधानसभा चुनाव के लिए बसपा पूरी ताकत से जुटी हुई है। पार्टी को हरिद्वार व ऊधमसिंह नगर जिले से कुछ विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज करने की उम्मीद है।

वहीं, समाजवादी पार्टी भी इस चुनाव में बदले हुए तेवर के साथ मैदान में है। पार्टी ने इस बार 50 से अधिक प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। नई हवा है नई सपा है के नारे के साथ पार्टी को उम्मीद है कि इस बार उत्तराखंड में उसका खाता खुलने के साथ ही उसका वोट बैंक भी बढ़ेगा। वैसे वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में पार्टी हरिद्वार सीट जीत चुकी है। ऐसे में पार्टी को उम्मीद है कि इस विधानसभा चुनाव में उसका खाता खुलेगा और उत्तर प्रदेश के साथ ही उत्तराखंड में इस बार पार्टी बेहतर प्रदर्शन करेगी।

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