
ऐतिहासिक क्षण ! अपने शहर में जमीन के अंदर दौड़ेगी मेट्रो
– पीएम मोदी दोपहर में दिखाएंगे वर्चुअल हरी झंडी
– पहली सवारी बनेंगे शहर के भविष्य नन्हें बच्चे
– मोतीझील से सेंट्रल तक मेट्रो का सपना साकार
– 16 किमी की दूरी मात्र 28 मिनट में होगी तय
भास्कर ब्यूरो
कानपुर। शुक्रवार का दिन शहर के विकास की गाथा में ऐतिहासिक होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीएसए ग्राउंड से झंडा दिखाकर मोतीझील से कानपुर सेंट्रल स्टेशन तक मेट्रो की यात्री सेवा की शुरुआत करेंगे तो अपने शहर में भी जमीन के अंदर मेट्रो दौड़ने लगेगी। कानपुर मेट्रो की विशेष रूप से सजी हुई ट्रेन पहली बार अंडरग्राउंड टनल से होकर गुजरेगी। इस ऐतिहासिक दिन के लिए स्टेशनों को दुल्हन जैसा सजाया-संवारा गया है। ट्रेन में एनजीओ से आए बच्चे देशभक्ति से ओतप्रोत नारों के साथ हाथ में तिरंगा लिए सफर करेंगे। स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर एलईडी स्क्रीन में सीएसए से लाइव प्रसारण किया जाएगा। ऐसा ही लाइव प्रसारण सीएसए ग्राउंड पर भी होगा। जैसे ही प्रधानमंत्री झंडी दिखाएंगे, वैसे ही कानपुर मेट्रो ट्रेन अपने साथ लाखों शहरवासियों के उम्मीदों और सपनों को साकार करते हुए आगे बढ़ेगी।
ऐतिहासिक क्षण को यादगार बनाने के लिए नयागंज स्टेशन को विशेष रूप से सजाया गया है। झंडा दिखाते ही अंडरग्राउंड सेक्शन पर पहली बार ट्रेन इसी स्टेशन से रवाना होगी। इस विशेष यात्रा के लिए ट्रेन को फूलों से सजाया गया है। अभी तक जमीन के ऊपर दौड़ने वाली कानपुर मेट्रो अब जमीन के नीचे अंडरग्राउंड रूट पर दौड़ेगी। मोती झील से कानपुर सेंट्रल के बीच पड़ने वाले सभी 5 स्टेशन – चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज और कानपुर सेंट्रल अंडरग्राउंड हैं। आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो ट्रेन का परिचालन आरंभ होने से शहर के अंदर सार्वजनिक यातायात को सुदृढ़ करने और ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने में काफी मदद मिलेगी। यात्री सेवा के विस्तार के बाद अब लाल इमली, नवीन मार्केट, बी.एन.एस.डी., जी.आई.सी. कालेज, जेड स्क्वायर मॉल, ग्रीनपार्क इन्टरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, बाबा आनन्देश्वर मंदिर, परेड चौराहा, पुस्तक बाजार एवं सोमदत्त प्लाजा जैसे महत्वपूर्ण स्थान मेट्रो नेटवर्क से जुड़ जायेंगे। इस मौके पर यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि, कानपुर मेट्रो ने अपने निर्माण के दौरान विभिन्न चुनौतियों को पार करते हुए उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। हमारा अंडरग्राउंड मेट्रो रूट शहर के सबसे व्यस्त इलाकों के नीचे से गुजरता है, जिससे शहर के अंदर यात्रा बहुत सुगम और सुविधाजनक होगी। आईआईटी से मोतीझील के बीच का सफर महज आधे घंटे से भी कम समय में तय होगा।