ज्योतिष शास्त्र में शनि को सबसे गुस्सैल देवता माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर शनि देव किसी से नाराज हो जाएं तो उस व्यक्ति के जीवन में एक के बाद एक परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं। वहीं अगर शनिदेव किसी पर मेहरबान हो जाएं, तो व्यक्ति का जीवन खुशियों से भरपूर हो जाता है। व्यक्ति को अपने जीवन में लगातार कामयाबी मिलती है। शनि प्रसन्न हो जाएं तो भिखारी को भी राजा बना देते हैं। शनि देव कर्म फल दाता है। यह पिछले जन्मों और इस जन्म के कर्मों के आधार पर फल देते हैं।
शनि को कलयुग का दंडाधिकारी बताया गया है। शनि देव एक ऐसे देवता है जो हर मनुष्य के साथ न्याय करते हैं। जो लोग अपने जीवन में बुरे या गलत कार्य करते हैं उनको शनिदेव कभी भी माफ नहीं करते हैं। जो लोग हमेशा गलत काम करते हैं उनको कभी ना कभी शनि के प्रकोप का सामना जरूर करना पड़ता है। इसी वजह से हर इंसान शनिदेव की बुरी दृष्टि से बचने का हर संभव प्रयास करता है।
इतना ही नहीं बल्कि शनि देव के दर्शन भी उनकी मूर्ति के ठीक सामने खड़े होकर नहीं करना चाहिए, जिससे शनि देव की नजर हम पर ना पड़ सके। आज हम आपको किन लोगों पर शनिदेव नाराज होते हैं और कष्ट देते हैं, इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
इन लोगों को कभी नहीं बख्शते शनि देव
1. शनि देव इसलिए क्रूर ग्रह कहे जाते हैं क्योंकि बुरे काम करने वालों को वह कभी बख्शते नहीं हैं। जो लोग दूसरों को परेशान करते हैं, शनिदेव उन्हें नहीं छोड़ते हैं।
3. जो लोग महिलाओं, बुजुर्गों, असहायों, दिव्यांगों और मेहनती मजदूरों को परेशान करते हैं उन्हें शनि देव कभी भी माफ नहीं करते हैं।
4. जो लोग दूसरों को धोखा देते हैं, झूठ बोलते हैं, खराब नियत वालों को शनि देव जमकर कष्ट देते हैं।
5. वहीं जो लोग गलत कार्य करते हुए कम समय में धन-संपत्ति कमा लेते हैं, तो शनि देव उनकी जिंदगी एक झटके में तबाह कर देते हैं। इसलिए कभी भी कमजोर, असहाय व्यक्तियों, बेजुबान जानवरों को तंग नहीं करना चाहिए।
शनि देते हैं महादशा में बहुत कष्ट
अगर किसी व्यक्ति के ऊपर शनि की महादशा चल रही है, तो इस समय के दौरान उस व्यक्ति को सबसे ज्यादा कष्ट मिलता है। खासतौर पर जो लोग अपने जीवन में हमेशा बुरे कर्म करते हैं, उन्हें शनिदेव सबसे ज्यादा कष्ट देते हैं। साढ़ेसाती और ढैय्या की महादशा के दौरान शनि देव उन्हें बहुत परेशान करते हैं। उन्हें मानसिक, शारीरिक, आर्थिक तौर पर खूब कष्ट झेलना पड़ता है। शनि देव उन्हें आर्थिक हानि कराते हैं। वह बीमारियों का शिकार होने लगते हैं। हमेशा तनाव में रहते हैं।
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की स्थिति कमजोर या अशुभ है या फिर जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है, उनको हमेशा अच्छे कार्य करना चाहिए। कमजोर, असहायों की सहायता करना चाहिए, इससे शनि का बुरा प्रभाव कम होता है। ऐसी मान्यता है कि अच्छे काम करने वालों को शनि देव परेशान नहीं करते हैं। जो लोग जरूरतमंदों की मदद करते हैं, उनके ऊपर शनिदेव की कृपा बरसती है।